सोलन: नगर निगम सोलन में पहली बार हुए चुनावों में कांग्रेस का कब्जा हो चुका है. ऐसे में अब जो है 2022 में मुकाबला देखने लायक रहने वाला है. सोलन में राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले डॉ. राजीव बिंदल की नीति को विफल कर कांग्रेस प्रभारी राजेंद्र राणा ने नगर निगम सोलन की 17 में से 9 सीटें जीत कांग्रेस की झोली में डाल दी है.
वहीं, नगर निगम चुनावों में मिली जीत का जश्न ढोल की थाप पर नाचते गाते मनाते हुए आज सोलन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ओल्ड बस स्टैंड से मां शूलिनी के मंदिर जाकर माता का आभार व्यक्त किया.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शहर का दौरा करके जीत का जश्न मनाया
वहीं, मंदिर से आकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शहर का दौरा करके जीत का जश्न मनाते हुए शहर की जनता का आभार व्यक्त किया. इस मौके पर नगर निगम सोलन में कांग्रेस की ओर से बनाए गए चुनाव प्रभारी राजेंद्र राणा, औऱ सोलन के विधायक कर्नल धनीराम शांडिल मौजूद रहे.
'महंगाई सबसे बड़ा मुद्दा रही'
इस मौके पर राजेंद्र राणा ने कहा कि नगर निगम चुनाव में महंगाई सबसे बड़ा मुद्दा रही है,जहां एक ओर सत्ता पर काबिज भाजपा सत्ताबल और धनबल का प्रयोग किया. वहीं, जनता ने भाजपा को इसका करारा जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि नगर निगम चुनाव में मिली जीत यह इंगित करती है कि 2022 में भाजपा की सरकार जाने वाली है.
वायदों को पूरा किया जाएगा
राणा ने कहा कि नगर निगम सोलन में मेयर और डिप्टी मेयर कौन बनेगा इसको लेकर सभी विजयी पार्षदों के साथ बैठक की जाएगी. चर्चा के बाद ही इस पर निर्णय लिया जाएगा. वहीं, उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने घोषणा पत्र में सोलन वासियों के साथ जो वायदे किये है उसको पूरा किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि शहरवासियों को बेहतरीन सेवा दी जाएगी. उन्होंने कहा कि सोलन नगर निगम में मिली जीत का श्रेय सोलन की जनता और कांग्रेस पार्टी के हर एक कार्यकर्ता को जाता है जिन्होंने ईमानदारी और निष्ठा के साथ इन चुनाव में कार्य किया है.
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