सोलन: हिमाचल प्रदेश के कसौली में आयोजित खुशवंत सिंह लिटफेस्ट में अनुच्छेद-370 पर चर्चाओं के बाद बजरंग दल का धरना प्रदर्शन करना और भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार का 370 पर बयान देने के बाद अब इस कड़ी में एक नया मोड़ देखने को मिला है.
खुशवंत सिंह लिटफेस्ट के दौरान भाग लेने पहुंचे लेखकों और साहित्यकारों के खिलाफ कसौली थाना में एक शिकायत दर्ज की गई है, जिसमें लेखकों द्वारा अनुच्छेद-370 को हटाने, गलत बताने और केंद्र सरकार के फैसले पर माफी मांगने के बारे में चर्चा की गई थी.
बता दें कि कसौली में आयोजित 8वां खुशवंत सिंह लिट् फेस्ट के दौरान अनुच्छेद-370 हटाने को गलत बताने, केंद्र सरकार को फैसले पर माफी मांगने, धारा की दोबारा बहाली की पैरवी करने, पाकिस्तान की पैरवी करने, मॉब लीचिंग के मुसलमानों के साथ होने के दावे करने वाली लेखिका और साहित्कार तवलीन सिंह, लेखक राधा कुमार, साहित्यकार सादिया देवली व उनके साथ आये अन्य वक्ताओं द्वारा इन विषयों पर चर्चा की गयी थी, जिसके बाद बजरंग दल और हिन्दू परिषद के लोगों ने इसका खंडन भी किया था.
इन लोगों ने करवाई है शिकायत
शिकायतकर्ता बजरंग दल के प्रांत सह संयोजक पवन समेला, देवेन्द्र चंदेल जिला सह सुरक्षा प्रमुख बजरंग दल, मुकेश काटला जिला सह अखाडा प्रमुख विशव हिन्दू परिषद शिमला हिमाचल प्रदेश, कृष्ण डोडा वीएचपी, सुरेंदर कुमार जिला अखाड़ा प्रमुख बजरंग दल ने इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठाई है.
क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी
मामले की पुष्टि करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. शिवकुमार शर्मा ने कहा कि कसौली में आयोजित हुए लिटफेस्ट में अनुच्छेद-370 के बारे में चर्चा करने के बारे एक शिकायत प्राप्त हुई है. इस बारे में हर पहलू पर जांच की जा रही है.
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