सोलन: हिमाचल प्रदेश में परवाणु से चंबाघाट इन दिनों फोरलेन का काम चला हुआ है, तीन चरणों में यह कार्य शुरू किया जा रहा है. पहले चरण में परवाणु से चंबाघाट दूसरे चरण में चंबाघाट से कैथलीघाट और तीसरे चरण में कैथलीघाट से शिमला तक यह फोरलेन का कार्य चला हुआ है. लेकिन कई बार फोरलेन के काम में फोरलेन निर्माता कंपनी की लापरवाही भी देखने को मिल रही है.
सड़क के बीच बना बड़ा गड्ढा
वहीं, सोलन में भी बीती रात चंबाघाट में फ्लाईओवर का काम करते हुए सड़क के बीच अचानक एक बड़ा गड्ढा पड़ गया है, जब सुबह फोरलेन निर्माता कंपनी के कर्मचारी वहां पर पहुंचे तो उस गड्ढे को देख कर उन्होंने ट्रैफिक वनवे कर दिया, लेकिन जिस तरह से सड़क के बीचों बीच वहां पर गड्ढा पड़ा है. वह कभी भी हादसे का कारण बन सकता है.
ये बोले एरीफ कम्पनी के प्रोजेक्ट मेनेजर
हालांकि जब इस बारे फोरलेन निर्माता कंपनी ( Arief ) के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रदीप चतुर्वेदी से फोन पर बातचीत की गई तो उनका कहना था कि फ्लाईओवर का काम करते हुए सड़क में गड्ढा पड़ चुका है. लेकिन इसको भरने का कार्य शुरू किया जा रहा है.
फोरलेन निर्माण कर रही कम्पनी की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल
वहीं, ईटीवी भारत ने भी मौके का जायजा लिया और पाया कि फोरलेन का काम करते हुए सड़क के बीचों बीच एक बड़ा गड्ढा पड़ा हुआ है जिस कारण ट्रैफिक को वनवे किया गया है. हालांकि इसकी देखरेख के लिए वहां पर फोरलेन निर्माता कंपनी के कर्मचारी भी मौजूद है और इसे भरने के लिए भी कार्य किया जा रहा है. लेकिन जिस तरह से फोरलेन निर्माता कंपनी की लापरवाही सामने आ रही है, उससे कहीं ना कहीं फोरलेन कार्य पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं.
कई बार सामने आ चुके हैं पहाड़ी दरकने के मामले
इससे पहले भी कई बार पहाड़ों की बेतरतीब कटिंग की वजह से लोगों के घरों को नुकसान हुआ है जिसके चलते कई बार लोगों ने फोरलेन निर्माता कंपनी को सवालों के कटघरे में खड़ा किया है. बहरहाल देखना यही होगा कब तक फोरलेन निर्माण कर रही कंपनी इस गड्ढे को भरती है और कब सड़क सुचारू रूप से वाहनों के लिए ठीक हो पाती है.
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