सोलन: देश भर के राष्ट्रीयकृत बैंकों में शुक्रवार से 2 दिन की हड़ताल है, जिसके चलते लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है. यूएफबीयू के बैनर तले लगभग 10 लाख अधिकारी और कर्मचारी इस हड़ताल में भाग ले रहे हैं. हिमाचल प्रदेश में भी बैंक कर्मचारी हड़ताल पर हैं.
बैंक कर्मचारियों ने केंद्र सरकार के खिलाफ सोलन मॉल रोड़ पर एक धरना प्रदर्शन भी किया और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. बैंक कर्मियों का कहना है कि उनकी मुख्य मांग पिछले दो सालों से है. उन्होंने कहा कि वे नवंबर 2017 से अपने वेतन को बढ़ाने के लिए सरकार से और सरकार के नुमाइंदों से मांग कर चुके हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों को सुनने में दिलचस्पी नहीं दिखा रही है.
वहीं, बैंक का मर्जर भी किया जा रहा है. प्राइवेट हाथों में बैंकों को दिया जा रहा है,ताकि सरकार को फिसिकल डेफिसिट मुनाफा हो सके. उन्होंने कहा कि अगर बैंक की मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे उग्र आंदोसन करने में भी पिछे नहीं हटेंगे.
देशभर में 10 लाख से ज्यादा और हिमाचल में 10 हजार से ज्यादा बैंक कर्मचारियों की दो दिवसीय हड़ताल शुरू हो चुकी है, जिसके चलते यूनाइटेड फोरम के आह्वान पर बैंक कर्मियों से जुड़ी 9 यूनियन हड़ताल पर रहेंगी. 12 मुख्य मांगों को लेकर हो रही इस हड़ताल में सालों से लंबित वेतन बढ़ोतरी से लेकर पेंशन अपडेशन, मर्जर स्पेशल अलाउंस विद बेसिक पे, न्यू पेंशन स्कीम को खत्म करना, समान वेतन समान काम और दफ्तर में काम करने के समय तक की मांगें शामिल हैं.
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