सोलन: आखिर किसानों की आवाज व बेसहारा पशुओं की दुर्दशा के प्रति सरकार ने हिमाचल फ्री फ्रॉम स्टे केटल्स की योजना को शुरू कर दिया है. योजना के तहत अब किसान अपने खेतों को सब्जियों व अन्न से लहलहाता देख सकेंगे. वहीं, बेसहारा पशुओं को आश्रय प्राप्त मिलेगा. पशुओं को ठंड व हादसों की चपेट में नहीं आना पड़ेगा. इस योजना के तहत पशु पालन विभाग व अन्य विभाग की संयुक्त टीम के अधिकारियों कर्मचारियों ने अर्की नगर पंचायत व शालाघाट से मादा गौ वंश को लोक निर्माण विभाग व अग्निशमन विभाग की मदद से डुमेंहर स्थित जघाना गौ सदन के लिये रवाना किया.
प्रदेश में मुख्यमंत्री द्वारा चलाया जा रहा बेसहारा पशु मुक्त हिमाचल अभियान
डॉ. जोगेंद्र वर्मा पशु चिकित्सक मुख्य पशु औषधालय अर्की ने बताया कि मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश द्वारा चलाये गए बेसहारा पशु मुक्त हिमाचल कार्यक्रम के तहत साल 2022 तक प्रदेश को बेसहारा पशु मुक्त करने के कार्यक्रम को संपूर्ण करने के लिए अग्निशमन विभाग, लोकनिर्माण विभाग व पशु पालन विभाग की संयुक्त टीम का गठन किया गया है.
टीम के प्रयास से आज नगर पंचायत अर्की व शालाघाट से बेसहारा मादा गौ वंश को पकड़ कर गौ सदन जघाना भेजा गया. पशु पालन विभाग सोलन के उप निदेशक ने कहा कि 5 दिसंबर तक चले इस अभियान में अब तक उन्होंने करीब 300 मादा गौ वंश को गौ सदन तक भेजा है. अभियान का मकसद पंचायत स्तर पर लोगों को जागरूक करना है.
बता दें की हिमाचल प्रदेश में लगातार सड़कों पर गोवंश देखने को मिल रहा था, लेकिन प्रदेश की जयराम सरकार ने लोगों को आ रही समस्याओं के बारे में संज्ञान लेते हुए प्रदेश में बेसहारा पशुमुक्त हिमाचल अभियान चलाया जिसके तहत अब सड़कों से और किसानों के खेतों में बेसहारा घूम रहे पशु को गो सदनों तक भेजा जा रहा है. वहीं, कई बार यही गोवंश सड़कों पर आकर दो पहिया और कार चालकों के लिए हादसों का कारण बनते थे, लेकिन अब इस अभियान के चलने से लोगों को भी हादसों का शिकार नहीं होना पड़ेगा.