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लगातार बारिश से बढ़ा यमुना नदी का जलस्तर, सुरक्षा के नहीं कोई पुख्ता इंतजाम - अनलॉक 3

सिरमौर के पांवटा साहिब में यमुना घाट के समीप प्रशासन की ओर से कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं, जिससे किसी भी वक्त कोई बड़ा हादसा हो सकता है. इस साल लॉकडाउन के चलते लोग नदी किनारें नहीं आ पाए हैं, जिस कारण अभी तक कोई हादसा सामने नहीं आया है. प्रशासन ने नदी किनारे न ही कोई बैरिकेड, संगल और ना ही कोई चेतावनी बोर्ड.

यमुना नदी
यमुना नदी
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Published : Aug 1, 2020, 11:05 AM IST

पांवटा साहिब: पिछले 2 दिनों से प्रदेश के ऊपरी हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है. शिमला मौसम विभाग ने भी 3 अगस्त तक प्रदेश में बारिश को लेकर अर्लट जारी किया है. लगातार बारिश के चलते प्रदेश के नदी नाले भी उफान पर हैं. ऐसे में सिरमौर के पांवटा साहिब में यमुना घाट के समीप प्रशासन की ओर से कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं, जिससे किसी भी वक्त कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

प्रशासन की ओर से नदी के समीप ना ही गोताखोरों और ना ही आसपास से आने वाले लोगों की निगरानी के लिए कोई पुलिसकर्मी भी तैनात नहीं किया गया है. वहीं, अब त्योहारों का सीजन शुरू होने से यमुना घाट पर लोगों की आवाजाही बढ़ जाती है, जिससे कोई भी हादसा होने का खतरा बढ़ गया है. त्योहारों का सीजन शुरू होते ही पर्यटक घूमने के लिए यमुना नदी पहुंचते हैं, लेकिन इस बार पांवटा प्रशासन की ओर से लोगों की सुरक्षा के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

हर साल कई लोग नदी में डुबकी लगाते हुए और नदी के आसपास सेल्फी लेते हुए अपनी जान गंवा बैठते हैं. हालांकि इस साल लॉकडाउन के चलते लोग नदी किनारें नहीं आ पाए हैं, जिस कारण अभी तक कोई हादसा सामने नहीं आया है. वहीं, अनलॉक-3 के दौरान प्रदेश सरकार ने बाहरी राज्यों के पर्यटकों को प्रदेश में आने की इजाजत दे दी है. इसके चलते प्रदेश में पर्यटकों की आवाजाही भी बढ़ सकती है.

वहीं, नदी किनारे घूमने आए कुछ युवाओं ने बताया कि प्रशासन ने नदी किनारे बैरिकेड, संगल और चेतावनी के लिए कोई बोर्ड भी नहीं लगाया है. युवाओं ने बताया कि हर साल प्रशासन की ओर से यहां लोकल व उत्तराखंड से स्पेशल गोताखोर बुलाए जाते हैं. एनडीआरएफ की टीम के साथ भी प्रशासन का हमेशा संपर्क रहता है, लेकिन इस बार प्रदेश में मानसून भी शुरू हो गया और प्रशासन ने नदी किनारे हादसों को रोकने के लिए कोई इंतजाम नहीं किए हैं.

एसडीएम पांवटा एलआर वर्मा ने कहा कि खराब मौसम को देखते हुए 6 गोताखोरों की टीम नियुक्ति की गई है. एनडीआरएफ की टीम से भी संपर्क रखा जा रहा है. एक पुलिसकर्मी को भी यमुना नदी के किनारे तैनात करने के आदेश जारी किए जाएंगे. मौसम विभाग से भी रोजाना नदी का जलस्तर बढ़ने और आने वाले समय में होने वाली बारिश की जानकारी भी ली जाती है.

मौसम विभाग के एसडीओ रावत ने बताया कि समय-समय पर यमुना के जलस्तर की जांच की जाती है. पिछले 2 दिनों से लगातार यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है. मौसम विभाग की ओर से प्रशासन को सारी सूचना व्हाट्सएप की जाती हैं, लेकिन अभी यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान तक नहीं पहुंचा पाया है.

ये भी पढ़ें: जयराम मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल

पांवटा साहिब: पिछले 2 दिनों से प्रदेश के ऊपरी हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है. शिमला मौसम विभाग ने भी 3 अगस्त तक प्रदेश में बारिश को लेकर अर्लट जारी किया है. लगातार बारिश के चलते प्रदेश के नदी नाले भी उफान पर हैं. ऐसे में सिरमौर के पांवटा साहिब में यमुना घाट के समीप प्रशासन की ओर से कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं, जिससे किसी भी वक्त कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

प्रशासन की ओर से नदी के समीप ना ही गोताखोरों और ना ही आसपास से आने वाले लोगों की निगरानी के लिए कोई पुलिसकर्मी भी तैनात नहीं किया गया है. वहीं, अब त्योहारों का सीजन शुरू होने से यमुना घाट पर लोगों की आवाजाही बढ़ जाती है, जिससे कोई भी हादसा होने का खतरा बढ़ गया है. त्योहारों का सीजन शुरू होते ही पर्यटक घूमने के लिए यमुना नदी पहुंचते हैं, लेकिन इस बार पांवटा प्रशासन की ओर से लोगों की सुरक्षा के लिए कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए हैं.

वीडियो रिपोर्ट.

हर साल कई लोग नदी में डुबकी लगाते हुए और नदी के आसपास सेल्फी लेते हुए अपनी जान गंवा बैठते हैं. हालांकि इस साल लॉकडाउन के चलते लोग नदी किनारें नहीं आ पाए हैं, जिस कारण अभी तक कोई हादसा सामने नहीं आया है. वहीं, अनलॉक-3 के दौरान प्रदेश सरकार ने बाहरी राज्यों के पर्यटकों को प्रदेश में आने की इजाजत दे दी है. इसके चलते प्रदेश में पर्यटकों की आवाजाही भी बढ़ सकती है.

वहीं, नदी किनारे घूमने आए कुछ युवाओं ने बताया कि प्रशासन ने नदी किनारे बैरिकेड, संगल और चेतावनी के लिए कोई बोर्ड भी नहीं लगाया है. युवाओं ने बताया कि हर साल प्रशासन की ओर से यहां लोकल व उत्तराखंड से स्पेशल गोताखोर बुलाए जाते हैं. एनडीआरएफ की टीम के साथ भी प्रशासन का हमेशा संपर्क रहता है, लेकिन इस बार प्रदेश में मानसून भी शुरू हो गया और प्रशासन ने नदी किनारे हादसों को रोकने के लिए कोई इंतजाम नहीं किए हैं.

एसडीएम पांवटा एलआर वर्मा ने कहा कि खराब मौसम को देखते हुए 6 गोताखोरों की टीम नियुक्ति की गई है. एनडीआरएफ की टीम से भी संपर्क रखा जा रहा है. एक पुलिसकर्मी को भी यमुना नदी के किनारे तैनात करने के आदेश जारी किए जाएंगे. मौसम विभाग से भी रोजाना नदी का जलस्तर बढ़ने और आने वाले समय में होने वाली बारिश की जानकारी भी ली जाती है.

मौसम विभाग के एसडीओ रावत ने बताया कि समय-समय पर यमुना के जलस्तर की जांच की जाती है. पिछले 2 दिनों से लगातार यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है. मौसम विभाग की ओर से प्रशासन को सारी सूचना व्हाट्सएप की जाती हैं, लेकिन अभी यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान तक नहीं पहुंचा पाया है.

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