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पांवटा आनाज मंडी में हो रही गेहूं की खरीद, किसानों को नहीं काटने पड़ेंगे बाहरी राज्यों के चक्कर

जिला सिरमौर के किसानों को हरियाणा की मंडियों में अपने गेहूं की फसल कम दामों में बेचनी पड़ती थी. इस बार प्रदेश सरकार ने किसानों का एक-एक दाना खरीदने का वादा किया था, जिसके चलते पांवटा में गेंहू की खरीद शुरू की गई थी. पांवटा अनाज मंडी में गेंहू की खरीद होने से किसान खुश हैं.

wheat Bought in cereal market paonta sahib
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Published : Apr 16, 2021, 7:49 PM IST

पांवटा साहिबः एक ओर जहां न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गेहूं बेचने के लिए पंजाब, हरियाणा के किसानों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है, वहीं दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश की अनाज मंडी पांवटा में गेंहू की फसल हाथों-हाथ बिकने से किसानों के चेहरे पर खुशी की लहर है.

दरअसल जिला सिरमौर के किसानों को हरियाणा की मंडियों में अपने गेहूं की फसल कम दामों में बेचनी पड़ती थी. इस बार प्रदेश सरकार ने किसानों का एक-एक दाना खरीदने का वादा किया था, जिसके चलते पांवटा में गेंहू की खरीद शुरू की गई थी.

निर्धारित दामों पर गेहूं बेचने पर किसान की परेशानियां कम हुई कम

हिमाचल किसान सभा के जिला सचिव गुरविंदर सिंह गोपी ने बताया कि पांवटा के किसानों ने अब राहत की सांस ली है. सरकार की ओर से निर्धारित किए गए दामों पर पांवटा साहिब में गेहूं की खरीद हो रही है जिसके चलते किसानों की परेशानियां कम हो गई हैं. उन्होंने कहा कि पांवटा कृषि उपज मंडी में भले ही सुविधाएं नहीं हैं, लेकिन आने वाले समय में विभाग को इन समस्याओं को दूर करना होगा, ताकि किसानों को यहां पर किसी भी तरह की परेशानियां ना हों.

वीडियो.

फसल के दाने-दाे की होगी खरीद

संयुक्त किसान मोर्चा के अध्यक्ष तरसेम सिंह ने बताया कि विभाग के साथ हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है कि इस बार किसानों की फसल का दाना दाना खरीदा जाएगा.इस बार मंडी को बंद नहीं होने दिया जाएगा जब तक किसानों की गेहूं की खरीदारी पूरी ना हो जाए.

किसान मोर्चा के जिला महामंत्री अविनाश सिंह सैनी ने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्र होने की वजह से यहां के किसानों को दूसरे राज्यों में अपनी गेहूं, धान, गन्ना, स्ट्रोवेरी आदि फसलों को बेचना पड़ता था ऐसे में किसानों की परेशानियां बढ़ जाती थीं. कोरोना वायरस के बढ़ रहे मामलों के बाद बैरियर पर भी सख्ती बढ़ा दी गई है. ऐसे में किसानों को कई तरह की चिंताएं परेशान कर रहीं थीं. प्रदेश सरकार ने किसानों से गेहूं की खरीद कर किसानों को राहत दी है.

24 घण्टे में होगा किसानों के अनाज का भुगतान

पांवटा साहिब के कृषि उपज मंडी अधिकारी रामेश्वर शर्मा ने बताया कि पिछले वर्ष 1925 रुपये से गेहूं का न्यूनतम रेट जबकि इस बार 1975 रुपये रखा गया है. उन्होंने कहा कि किसानों को 2 दिन पहले 8626994119, 8219605293 नंबर पर कॉल करके मंडी में सूचित करें. अनाज मंडी में गेहूं लाने पर अपने साथ किसान आधार कार्ड, बैंक की कॉपी एवं किसान बुक/जमीन की फर्द लेकर साथ आएं. किसानों के अनाज का भुगतान 24 घण्टे में हो जाएगा.

जल्द पांवटा कृषि उपज मंडी में बनाया जाएगा बड़ा गोदाम

पांवटा विधायक व ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने बताया कि जल्द पांवटा कृषि उपज मंडी में एक बड़ा गोदाम भी बनाया जाएगा, ताकि गेहूं व अन्य फसलों को यहां पर इकट्ठा किया जा सके. इसके अलावा ट्रैक्टरों में फसलें बारिश से न भीगे इसके लिए भी टिन शेड तैयार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में कृषि उपज मंडी में किसानों को परेशानी ना हो उसकी सारी तैयारियां कर ली जाएंगी.

ये भी पढ़ें: मेयर-डिप्टी मेयर की सीट पर कांग्रेस का कब्जा, काम नहीं आई BJP की रणनीति

पांवटा साहिबः एक ओर जहां न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गेहूं बेचने के लिए पंजाब, हरियाणा के किसानों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है, वहीं दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश की अनाज मंडी पांवटा में गेंहू की फसल हाथों-हाथ बिकने से किसानों के चेहरे पर खुशी की लहर है.

दरअसल जिला सिरमौर के किसानों को हरियाणा की मंडियों में अपने गेहूं की फसल कम दामों में बेचनी पड़ती थी. इस बार प्रदेश सरकार ने किसानों का एक-एक दाना खरीदने का वादा किया था, जिसके चलते पांवटा में गेंहू की खरीद शुरू की गई थी.

निर्धारित दामों पर गेहूं बेचने पर किसान की परेशानियां कम हुई कम

हिमाचल किसान सभा के जिला सचिव गुरविंदर सिंह गोपी ने बताया कि पांवटा के किसानों ने अब राहत की सांस ली है. सरकार की ओर से निर्धारित किए गए दामों पर पांवटा साहिब में गेहूं की खरीद हो रही है जिसके चलते किसानों की परेशानियां कम हो गई हैं. उन्होंने कहा कि पांवटा कृषि उपज मंडी में भले ही सुविधाएं नहीं हैं, लेकिन आने वाले समय में विभाग को इन समस्याओं को दूर करना होगा, ताकि किसानों को यहां पर किसी भी तरह की परेशानियां ना हों.

वीडियो.

फसल के दाने-दाे की होगी खरीद

संयुक्त किसान मोर्चा के अध्यक्ष तरसेम सिंह ने बताया कि विभाग के साथ हुई बैठक में यह फैसला लिया गया है कि इस बार किसानों की फसल का दाना दाना खरीदा जाएगा.इस बार मंडी को बंद नहीं होने दिया जाएगा जब तक किसानों की गेहूं की खरीदारी पूरी ना हो जाए.

किसान मोर्चा के जिला महामंत्री अविनाश सिंह सैनी ने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्र होने की वजह से यहां के किसानों को दूसरे राज्यों में अपनी गेहूं, धान, गन्ना, स्ट्रोवेरी आदि फसलों को बेचना पड़ता था ऐसे में किसानों की परेशानियां बढ़ जाती थीं. कोरोना वायरस के बढ़ रहे मामलों के बाद बैरियर पर भी सख्ती बढ़ा दी गई है. ऐसे में किसानों को कई तरह की चिंताएं परेशान कर रहीं थीं. प्रदेश सरकार ने किसानों से गेहूं की खरीद कर किसानों को राहत दी है.

24 घण्टे में होगा किसानों के अनाज का भुगतान

पांवटा साहिब के कृषि उपज मंडी अधिकारी रामेश्वर शर्मा ने बताया कि पिछले वर्ष 1925 रुपये से गेहूं का न्यूनतम रेट जबकि इस बार 1975 रुपये रखा गया है. उन्होंने कहा कि किसानों को 2 दिन पहले 8626994119, 8219605293 नंबर पर कॉल करके मंडी में सूचित करें. अनाज मंडी में गेहूं लाने पर अपने साथ किसान आधार कार्ड, बैंक की कॉपी एवं किसान बुक/जमीन की फर्द लेकर साथ आएं. किसानों के अनाज का भुगतान 24 घण्टे में हो जाएगा.

जल्द पांवटा कृषि उपज मंडी में बनाया जाएगा बड़ा गोदाम

पांवटा विधायक व ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने बताया कि जल्द पांवटा कृषि उपज मंडी में एक बड़ा गोदाम भी बनाया जाएगा, ताकि गेहूं व अन्य फसलों को यहां पर इकट्ठा किया जा सके. इसके अलावा ट्रैक्टरों में फसलें बारिश से न भीगे इसके लिए भी टिन शेड तैयार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में कृषि उपज मंडी में किसानों को परेशानी ना हो उसकी सारी तैयारियां कर ली जाएंगी.

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