पांवटा साहिब: प्रदेश भर में बीते कुछ समय से भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं. अगर पांवटा साहिब की बात की जाए तो उत्तराखंड व हरियाणा बॉर्डर होने के बावजूद इस वर्ष भ्रष्टाचार के कई मामले यहां उजागर हुए हैं.
बता दें कि पांवटा साहिब में एक के बाद एक कई भ्रष्टाचार के मामले उजागर हुए हैं. पांवटा में हुए इंडियन टेक्नॉमैक का घोटाला पूरे हिमाचल का सबसे बड़ा घोटाला है. जिसकी जांच स्टेट सीआईडी की तरफ से अभी तक की जा रही है. कुछ समय पहले पांवटा में गटका घोटाला सामने आया था और बीते दिनों नगर परिषद पांवटा की अध्यक्षा पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद प्रशासन एक बार फिर सवालों के घेरे में है.
भ्रष्टाचार के बढ़ते मामलों पर लगाम लगाने के लिए पांवटा में भी एक विजिलेंस अधिकारी नियुक्त करने के बारे में बात कही जा रही है. स्टेट आईजी जेपी सिंह ने बताया कि हिमाचल में इस बार विजिलेंस की टीम ने कई मामलों में सफलता हासिल की है. जेपी सिंह ने कहा कि डीएसपी विजिलेंस का नंबर सभी लोगों तक पहुंचाया जाएगा. जिससे कोई भी भ्रष्टाचार का मामला विजिलेंस टीम से बच न सके.
ये भी पढ़ें: मुख्यालय रिकांगपिओ में गड्डे बने परेशानी का सबब, PWD विभाग की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
आईजी जेपी सिंह ने बताया कि पांवटा शहर में पिछले दो-तीन वर्षों से भ्रष्टाचार के मामले बढ़ रहे हैं. मामलों पर विजिलेंस की टीम को सही समय पर सूचना नहीं मिल पाती है. उन्होंने मीडिया के माध्यम से लोगों से अपील की है कि कोई भी भ्रष्टाचार का का मामला सामने आए तो तुरंत डीएसपी को इस बात की सूचना दी जाए.