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सिरमौर में किसानों का सब्जी उत्पादन को लेकर बढ़ा रुझान, जिले में पौने 3 लाख टन से अधिक उगाई जा रही सब्जियां

हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर में आज अधिकतर किसानों का रुझान सब्जी उत्पादन की ओर बढ़ा है. जिले में आज पौने 3 लाख टन से अधिक सब्जियां उगाई जा रही हैं, जिससे किसानों को काफी मुनाफा भी हो रहा है. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Mar 27, 2023, 8:20 PM IST

सिरमौर में सब्जी की खेती में बढ़ा किसानों का रुझान.

नाहन: सिरमौर जिले में कृषि के क्षेत्र में किसानों का रुझान सब्जी उत्पादन की दिशा में बढ़ रहा है. पिछले 50 वर्षों में किसान लगातार सब्जी उत्पादन में रुचि दिखाकर इससे अच्छी आय अर्जित कर रहे हैं. सरकारी विभागीय आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं. खासकर जिले में वर्ष 2000-01 से सब्जी उत्पादन का ग्राफ बहुत अधिक बढ़ रहा है, जो इससे पहले नाममात्र का हुआ करता था. दरअसल जिला सिरमौर में सब्जी उत्पादन को किसानों ने एक व्यवसाय के रूप में अपनाया है और विभिन्न तरह की सब्जियों का उत्पादन कर रहे हैं.

आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो वर्ष 1969-70 में जिले में महज 100 हेक्टेयर भूमि पर 100 टन सब्जी का उत्पादन हो रहा था, जो 50 वर्षों के बाद वर्ष 2019-20 तक आते-आते हजारों हेक्टेयर भूमि पर पहुंच चुका हैं. अब जिले में 13 हजार 648 हेक्टेयर भूमि पर 2 लाख 77 हजार 371 टन सब्जियों का उत्पादन हो रहा है. लिहाजा कृषि के क्षेत्र में सब्जी का व्यवसाय भी एक बड़ी भूमिका निभा रहा है. इसका बड़ा कारण सब्जी से होने वाली नकद आमदनी व ऑफ सीजन सब्जी उत्पादन को भी अपनाना माना जा रहा है.

ब्रोकली, मूली, शलगम, फूल-बंद गोभी व अन्य सब्जियों के उत्पादन से किसान की आय में हो रही बढ़ोतरी.
ब्रोकली, मूली, शलगम, फूल-बंद गोभी व अन्य सब्जियों के उत्पादन से किसान की आय में हो रही बढ़ोतरी.

तीन नकदी फसलें, अन्यों से भी अच्छी कमाई- जिले में मुख्य रूप से सब्जी उत्पादन में किसान लहसुन, अदरक व टमाटर को नकदी फसलों के रूप में उगा रहे हैं. इसके अलावा अन्य दूसरी सब्जियों ब्रोकली, मूली, शलगम, फूल-बंद गोभी, खीरा, भिंडी, मटर, फ्रांसबीन, घीया, पालक व अन्य का भी उत्पादन कर किसान की आय में बढ़ोतरी हो रही है. जिले के किसानों को हरी के साथ-साथ लाल व पीली शिमला मिर्च के भी अच्छे दाम मिल रहे हैं. बड़ी बात यह भी है कि बहुत से किसान प्राकृतिक विधि से इनका उत्पादन कर रहे हैं, जिससे दाम भी अच्छे मिलते हैं.

कब कितना बढ़ा क्षेत्र और सब्जी उत्पादन
वर्षएरिया (हेक्टेयर)उत्पादन (टन)
1969-70 100 100
1980-81200 100
1990-91 300 100
2000-015514 1,00,522
2010-11 6950 1,39,000
2019-20 13678 2,77,371
सिरमौर में आज अधिकतर किसानों का रुझान सब्जी उत्पादन की ओर बढ़ा.
सिरमौर में आज अधिकतर किसानों का रुझान सब्जी उत्पादन की ओर बढ़ा.

पूरा परिवार कर रहा सब्जी उत्पादन- आम्बवाला-सैनवाला पंचायत के किसान मोहन लाल पुंडीर ने बताया कि वह 5 से 6 बीघा भूमि पर सब्जी का ही उत्पादन करते हैं, जिसमें फूल व बंद गोभी, मटर, पालक, मूली व अन्य सब्जियां उगा रहे हैं. इससे उन्हें अच्छी आमदनी हो रही है. उन्होंने कहा कि उनका पूरा परिवार इस क्षेत्र में मिलकर कार्य करता है.

दिल्ली मंडी में भेजते हैं फसलें, मिलते हैं अच्छे दाम- राजगढ़ के किसान सुरेंद्र सिंह ने बताया कि वह अपने खेतों में मटर, टमाटर, अदरक, लहसून, फ्रांसबीन व अन्य सब्जियां उगा रहे हैं. इससे उनकी अच्छी आय हो रही है. उनका पूरा परिवार इसी पर निर्भर है. अपनी फसल को आजादपुर दिल्ली की मंडी में भेजते हैं, जिसके अच्छे दाम मिलते हैं. उनका पूरा परिवार आगे भी यही काम करेगा.

सिरमौर में आज पौने 3 लाख टन से अधिक सब्जियां उगाई जा रही हैं.
सिरमौर में आज पौने 3 लाख टन से अधिक सब्जियां उगाई जा रही हैं.

अधिकतर किसान उगा रहे सब्जियां- आम्बवाला-सैनवाला पंचायत के प्रधान संदीपक तोमर बताते हैं कि उनकी पंचायत में अधिकतर किसान विभिन्न तरह की सब्जियों को उगा रहे हैं. यह पंचायत नेशनल हाईवे-07 के साथ सटी है. लिहाजा बहुत से किसानों के उत्पाद सड़क किनारे ही बिक जाते हैं. साथ ही बाजारों व मंडियों में भी इन्हें भेजा जाता है. कृषि क्षेत्र में सब्जी उत्पादन में अच्छी इनकम है. यही वजह है कि किसानों का रुझान बढ़ा है.

कृषि को व्यवसाय के रूप में लें- सिरमौर जिला कृषि उपनिदेशक डॉ. राजेंद्र सिंह ने माना कि किसानों का सब्जी उत्पादन की दिशा में रुझान काफी बढ़ा है, क्योंकि किसानों ने इसे व्यवसाय व ऑफ सीजन उत्पादन के रूप में भी लिया है. किसानों को इसके अच्छे दाम भी मिल रहे हैं. उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि कृषि को एक व्यवसाय के रूप में लें, क्योंकि जिले में इसकी काफी संभावनाएं है. साथ ही प्राकृतिक तौर पर उत्पादन करें, तो आय में और अधिक वृद्धि होगी. इसको लेकर सरकार की तरफ से विभाग भी पूरी मदद करेगा. कुल मिलाकर आज जिले में सब्जी उत्पादन को किसान मुख्य व्यवसाय के रूप में अपनाकर अच्छी कमाई कर रहे है.

ये भी पढ़ें: बुरांश के फूलों से महक रही हिमाचल की वादियां, जानें इस पहाड़ी फूल के क्या हैं फायदे

सिरमौर में सब्जी की खेती में बढ़ा किसानों का रुझान.

नाहन: सिरमौर जिले में कृषि के क्षेत्र में किसानों का रुझान सब्जी उत्पादन की दिशा में बढ़ रहा है. पिछले 50 वर्षों में किसान लगातार सब्जी उत्पादन में रुचि दिखाकर इससे अच्छी आय अर्जित कर रहे हैं. सरकारी विभागीय आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं. खासकर जिले में वर्ष 2000-01 से सब्जी उत्पादन का ग्राफ बहुत अधिक बढ़ रहा है, जो इससे पहले नाममात्र का हुआ करता था. दरअसल जिला सिरमौर में सब्जी उत्पादन को किसानों ने एक व्यवसाय के रूप में अपनाया है और विभिन्न तरह की सब्जियों का उत्पादन कर रहे हैं.

आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो वर्ष 1969-70 में जिले में महज 100 हेक्टेयर भूमि पर 100 टन सब्जी का उत्पादन हो रहा था, जो 50 वर्षों के बाद वर्ष 2019-20 तक आते-आते हजारों हेक्टेयर भूमि पर पहुंच चुका हैं. अब जिले में 13 हजार 648 हेक्टेयर भूमि पर 2 लाख 77 हजार 371 टन सब्जियों का उत्पादन हो रहा है. लिहाजा कृषि के क्षेत्र में सब्जी का व्यवसाय भी एक बड़ी भूमिका निभा रहा है. इसका बड़ा कारण सब्जी से होने वाली नकद आमदनी व ऑफ सीजन सब्जी उत्पादन को भी अपनाना माना जा रहा है.

ब्रोकली, मूली, शलगम, फूल-बंद गोभी व अन्य सब्जियों के उत्पादन से किसान की आय में हो रही बढ़ोतरी.
ब्रोकली, मूली, शलगम, फूल-बंद गोभी व अन्य सब्जियों के उत्पादन से किसान की आय में हो रही बढ़ोतरी.

तीन नकदी फसलें, अन्यों से भी अच्छी कमाई- जिले में मुख्य रूप से सब्जी उत्पादन में किसान लहसुन, अदरक व टमाटर को नकदी फसलों के रूप में उगा रहे हैं. इसके अलावा अन्य दूसरी सब्जियों ब्रोकली, मूली, शलगम, फूल-बंद गोभी, खीरा, भिंडी, मटर, फ्रांसबीन, घीया, पालक व अन्य का भी उत्पादन कर किसान की आय में बढ़ोतरी हो रही है. जिले के किसानों को हरी के साथ-साथ लाल व पीली शिमला मिर्च के भी अच्छे दाम मिल रहे हैं. बड़ी बात यह भी है कि बहुत से किसान प्राकृतिक विधि से इनका उत्पादन कर रहे हैं, जिससे दाम भी अच्छे मिलते हैं.

कब कितना बढ़ा क्षेत्र और सब्जी उत्पादन
वर्षएरिया (हेक्टेयर)उत्पादन (टन)
1969-70 100 100
1980-81200 100
1990-91 300 100
2000-015514 1,00,522
2010-11 6950 1,39,000
2019-20 13678 2,77,371
सिरमौर में आज अधिकतर किसानों का रुझान सब्जी उत्पादन की ओर बढ़ा.
सिरमौर में आज अधिकतर किसानों का रुझान सब्जी उत्पादन की ओर बढ़ा.

पूरा परिवार कर रहा सब्जी उत्पादन- आम्बवाला-सैनवाला पंचायत के किसान मोहन लाल पुंडीर ने बताया कि वह 5 से 6 बीघा भूमि पर सब्जी का ही उत्पादन करते हैं, जिसमें फूल व बंद गोभी, मटर, पालक, मूली व अन्य सब्जियां उगा रहे हैं. इससे उन्हें अच्छी आमदनी हो रही है. उन्होंने कहा कि उनका पूरा परिवार इस क्षेत्र में मिलकर कार्य करता है.

दिल्ली मंडी में भेजते हैं फसलें, मिलते हैं अच्छे दाम- राजगढ़ के किसान सुरेंद्र सिंह ने बताया कि वह अपने खेतों में मटर, टमाटर, अदरक, लहसून, फ्रांसबीन व अन्य सब्जियां उगा रहे हैं. इससे उनकी अच्छी आय हो रही है. उनका पूरा परिवार इसी पर निर्भर है. अपनी फसल को आजादपुर दिल्ली की मंडी में भेजते हैं, जिसके अच्छे दाम मिलते हैं. उनका पूरा परिवार आगे भी यही काम करेगा.

सिरमौर में आज पौने 3 लाख टन से अधिक सब्जियां उगाई जा रही हैं.
सिरमौर में आज पौने 3 लाख टन से अधिक सब्जियां उगाई जा रही हैं.

अधिकतर किसान उगा रहे सब्जियां- आम्बवाला-सैनवाला पंचायत के प्रधान संदीपक तोमर बताते हैं कि उनकी पंचायत में अधिकतर किसान विभिन्न तरह की सब्जियों को उगा रहे हैं. यह पंचायत नेशनल हाईवे-07 के साथ सटी है. लिहाजा बहुत से किसानों के उत्पाद सड़क किनारे ही बिक जाते हैं. साथ ही बाजारों व मंडियों में भी इन्हें भेजा जाता है. कृषि क्षेत्र में सब्जी उत्पादन में अच्छी इनकम है. यही वजह है कि किसानों का रुझान बढ़ा है.

कृषि को व्यवसाय के रूप में लें- सिरमौर जिला कृषि उपनिदेशक डॉ. राजेंद्र सिंह ने माना कि किसानों का सब्जी उत्पादन की दिशा में रुझान काफी बढ़ा है, क्योंकि किसानों ने इसे व्यवसाय व ऑफ सीजन उत्पादन के रूप में भी लिया है. किसानों को इसके अच्छे दाम भी मिल रहे हैं. उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि कृषि को एक व्यवसाय के रूप में लें, क्योंकि जिले में इसकी काफी संभावनाएं है. साथ ही प्राकृतिक तौर पर उत्पादन करें, तो आय में और अधिक वृद्धि होगी. इसको लेकर सरकार की तरफ से विभाग भी पूरी मदद करेगा. कुल मिलाकर आज जिले में सब्जी उत्पादन को किसान मुख्य व्यवसाय के रूप में अपनाकर अच्छी कमाई कर रहे है.

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