नाहन: सिरमौर प्रशासन के साथ मिलकर आस्था वेलफेयर सोसायटी की ओर से नाहन डीसी ऑफिस के ठीक सामने कुछ ही समय पहले कैफेएबल नाम से खोले गए कैफे की केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने प्रशंसा की है. छह अक्तूबर को किए गए अपने ट्वीट में केंद्रीय मंत्री ने दिव्यांगजनों की तरफ से संचालित इस कैफे को देश के लिए मिसाल बताया है. मंत्री ने अपने ट्वीट में आगे यह भी लिखा कि कैफे एबल्स से जहां दिव्यांगजनों को रोजगार मिला है, तो वहीं अब इस स्थायी माॅडल के साथ वह आत्मनिर्भर भी बन रहे हैं.
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत इसी साल 14 अगस्त को जिला प्रशासन के सहयोग से इस कैफे की शुरूआत की गई थी. प्रदेश में अपनी तरह का यह पहला कैफे है, जिसे पांच दिव्यांगजन संचालित कर रहे हैं, ताकि ये भी आत्मनिर्भर बनकर समाज की मुख्यधारा में अपना योगदान दे सकें.
वहीं, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के ट्वीट पर डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने इसके लिए जिलावासियों सहित आस्था सोसायटी व कैफे का संचालन कर रहे दिव्यांगजनों को बधाई दी है. डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के कैफेएबल की सराहना करने पर कहा कि जिला प्रशासन ने आस्था वेलफेयर सोसायटी के साथ मिलकर इस कैफे शुरू किया था. जहां पर कोरोना काल में सभी के लिए आर्थिकी स्थिति को मजबूत करना एक चैलेंज था. वहीं, दिव्यांग लोगों को समाज की मुख्य धारा में कैसे लाया जाए, उसके तहत कैफे की शुरूआत कर एक अनूठा प्रयास किया गया था.
डीसी सिरमौर ने कहा कि इसी कैफे चैलेंज की केंद्रीय मंत्री ने प्रशंसा की है, तो इसके लिए सिरमौर वासी विशेषकर कैफे में काम कर रहे दिव्यांग लोग व आस्था सोसायटी बधाई की पात्र हैं. केंद्रीय मंत्री की प्रशंसा से इन लोगों में काम करने का ओर अधिक उत्साह बढ़ेगा. उन्होंने शहरवासियों से भी अपील करते हुए कहा कि वह भी इस कैफे को विजिट करें और इन दिव्यांग की मदद करें.
कुल मिलाकर डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी के मार्गदर्शन में खोला गया यह कैफे जहां प्रदेश सहित देश में भी चर्चा का विषय बन रहा है, वहीं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा कैफे की प्रशंसा ने इसका संचालन कर रहे दिव्यांगजनों का भी हौंसला बढ़ाने का काम किया है, जोकि इन्हें ओर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेगा.
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