पावंटा साहिब: धनतेरस का त्योहार कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है. इस साल यह त्योहार 12 नवंबर को मनाया जा रहा है. मान्यता के मुताबिक धनतेरस पर भगवान धनवंतरी, मां लक्ष्मी और कुबेर भगवान की पूजा की जाती है.
इस दिन घर मे नई चीजें खरीदने की परंपरा कई वर्षों से चल रही है क्योंकि मान्यता है कि इस दिन जो भी सामान घर में लेकर आते हैं, उसमें तेरह गुना की वृद्धि होती है. धनतेरस पर लोग इस कामना के साथ नया सामान घर में लाते हैं कि उनके घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है.
महिलाओं ने बताया कि भगवान धनवंतरी के पूजन के पर्व धनतेरस 12 और 13 नवंबर को दो दिन मनाया जा रहा है. महिलाओं ने कहा की जमकर खरीदारी की जा रही है और शाम के समय पूजा पाठ किया जा रहा है महिलाओं ने बताया कि त्योहारों को इस बार बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा भले ही कोरोनावायरस की वजह से लोगों के अंदर डर है लोग सोशल डिस्टेंस और मास्क लगाकर बाहर सड़कों पर निकल रहे हैं
लॉकडाउन के नुकसान की भरपाई करेगा धनतेरस
वहीं, पांवटा साहिब के एक व्यापारी से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि आज जमकर खरीदारी की जा रही है. लोग सुबह से ही दुकानों में पहुंचना शुरू हो गए थे. बाजार में इस बार पिछले साल से ज्यादा लोगों नजर आ रहे हैं. कोरोना काल में जो नुकसान हुआ था धनतेरस से पूरा हो जाएगा.
पढ़ें: बॉलीवुड अभिनेता आसिफ बसरा ने हिमाचल प्रदेश में की आत्महत्या