नाहन: सिरमौर में अब कोरोना संक्रमित मृतकों के लिए अलग से शव वाहन की व्यवस्था की गई है. अब इसी शव वाहन के माध्यम से अस्पताल से संक्रमित व्यक्ति के शव को अंतिम संस्कार के लिए श्मशानघाट तक पहुंचाया जाएगा. शव वाहन की अलग से व्यवस्था किए जाने का मकसद चालक व परिजनों को संक्रमण से दूर रखना है.
शव को अस्पताल से लाने के लिए अन्य एंबुलेंस सेवा का सहारा लिया जा रहा था, जिससे शव को अस्पताल से लाने व श्मशान घाट तक पहुंचाने के दौरान चालक व परिजनों में संक्रमण का खतरा बना रहता था. इसको ध्यान में रखते हुए संक्रमण से बचाव के मद्देनजर अलग से शव वाहन की व्यवस्था की गई है.
डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने कहा कि जिला में कोविड के मामले बढ़ते जा रहे हैं और जिला में कुल 3 लोगों की संक्रमण के चलते मृत्यु भी हो चुकी है. इसमें 2 मरीजों की आईजीएससी व एक की नाहन मेडिकल कॉलेज में हुई है. डीसी ने कहा कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मृत्यु और अंतिम संस्कार को लेकर अलग से नियम जारी किए गए है.
कोरोना संक्रमित व्यक्तियों के लिए अलग से वाहन होना चाहिए, चालक पीपी किट पहनकर अस्पताल जाता है, शव को प्रपोजर एक जिपर बैग में पैक होकर लाया जाता है और पूरे प्रोटोकॉल के तहत शव का दाह संस्कार किया जाता है. डीसी ने बताया कि अभी तक जिला में संक्रमण से मौत के मामले में शव को लाने के लिए कोई वाहन उपलब्ध नहीं था, लेकिन सरकार के माध्यम से रेडक्रास के लिए एंबुलेंस मिली है.
शव वाहन को मॉडिफाई करके कोरोना मृतकों के शव को गंतव्य स्थल तक लाने के लिए शव वाहन के रूप में अलग से व्यवस्था की गई है, लेकिन वह इस शव वाहन का इस्तेमाल न होने की कामना करते हैं. सिरमौर में कोरोना की रफ्तार काफी अधिक बढ़ गई है, जिसकी रोकथाम के लिए प्रशासन हर संभव कदम उठा रहा है.
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