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सिरमौर में अवैध खनन का भंडाफोड़, बेच दिया लाखों का बेशकीमती गेलेना पत्थर

दुर्गम क्षेत्र शिलाई के स्यासु में बेशकीमती पत्थर के अवैध खनन का भंडाफोड़ हुआ है. टोंस नदी के किनारे स्यिासु नाम की जगह पर बेशकीमती गेलेना पत्थर का खनन हो रहा था. पत्थर को निकालने के बाद इसे बोरों में भरकर सीमावर्ती राज्य उत्तराखंड के रास्ते ठीकाने लगाया जा रहा था.

Illegal mining
सिरमौर में बड़े अवैध खनन का भंडाफोड़.
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Published : Mar 3, 2020, 1:24 PM IST

Updated : Mar 3, 2020, 1:49 PM IST

पांवटा साहिब: दुर्गम क्षेत्र शिलाई के स्यासु में बेशकीमती पत्थर के अवैध खनन का भंडाफोड़ हुआ है. खनन विभाग की टीम ने मौके पर पत्थरों से भरे कई बोरे बरामद किए हैं. बोरों में भरकर रखे गए पत्थर गेलेना बताया जा रहा है. पुलिस ने पत्थर के सैंपल जांच के लिए भेज दिए हैं.

गुप्त सूचना के आधार पर माइनिंग विभाग की टीम को अवैध खनन की सूचना मिली थी. इसके बाद माइनिंग विभाग के अधिकारियों ने टीम गठित कर जान जोखिम में डालकर अवैध खनन का पर्दाफाश किया. बताया जा रहा है टोंस नदी के किनारे स्यिासु नाम की जगह पर बेशकीमती गेलेना पत्थर का खनन हो रहा था. पत्थर को निकालने के बाद इसे बोरों में भरकर सीमावर्ती राज्य उत्तराखंड के रास्ते ठीकाने लगाया जा रहा था. बताया जा रहा है कि भारी मशीनरी के जरिए पत्थर की खुदाई हो रही थी. ढुलाई के लिए गाड़ियों, मजदूरों और खच्चरों का इस्तेमाल भी हो रहा था.

बोरों में भरे गए थे पत्थर

मामले की जानकारी मिलते ही खनन विभाग के अधिकारियों ने हिमाचल और उत्तराखंड की सीमाओं पर दबिश दी, लेकिन खनन माफिया भनक लगते ही मौके से फरार हो गया. खनन में लगी जेसीबी मशीन तेज रफ्तार में उत्तराखंड की ओर भाग गई, लेकिन उत्तराखंड के कवाणु से जेसीबी मशीन को कब्जे में ले लिया गया है. इसके साथ ही पुलिस ने अवैध माइनिंग साइट पर खड़ी बाइक और खद्दान से निकालकर बोरों में भरे गए बेशकीमती पत्थर को भी कब्जे में ले लिया है.

वीडियो रिपोर्ट.

विभाग ने लिया सैंपल

पत्थर देखने पर गेलेना खनिज लग रहा है. गेलेना पत्थर सिर्फ कैनेडा समेत कुछ एक देशों में ही पाया जाता है. भारत में सिर्फ हिमाचल के सिरमौर में उच्च गुणवत्ता का गेलेना पत्थर पाया जाता है. इसका उपयोग युद्ध सामग्री जैसे गोला बारूद बनाने, सिक्का, शीशा बनाने के लिए किया जाता है. इस खनिज में चांदी भी मिलता है.

सैंपल के लिए भेजे पत्थर

विभाग ने मौके से जब्त किए पत्थर के सैंपल लैब में टेस्टिंग के लिए भेज दिए हैं. रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगा कि बरामद किया गया पत्थर गेलेना स्टोन है या नहीं.

एफआईआर दर्ज

खनन विभाग के सहायक खनन अधिकारी मस्तराम ने इस संबंध में शिलाई थाना में एफआरआई दर्ज करवाई है. माइनिंग विभाग के जिला अधिकारी का कहना है कि मौके पर मिला पत्थर देखने में गेलेना स्टोन लग रहा है, लेकिन इसकी पुष्टि लैब में सैंपल रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगी. अगर यह गेलेना स्टोन पाया जाता है तो इसकी कीमत लाखों करोड़ों में हो सकती है. यह बहुत बड़ा स्कैम सिरमौर जिला में हो सकता है. इस पत्थर की कीमत लाखों में है.

डीएसपी सोमदत्त ने मामले पर कहा कि पुलिस टीम ने एक बाइक को मौके से कब्जे में लिया है. खनन माफिया को ढूंढने का काम किया जा रहा है. आपको बता दें कि जिला उपायुक्त सिरमौर ने इस कार्रवाई के लिए गुप्त रूप से तीन स्पेशल टीमें तैयार की थी.

ये भी पढ़ें: कफ सिरप मामले पर CM जयराम का बयान, बोले- मामले की पुष्टि होने पर होगी सख्त कार्रवाई

पांवटा साहिब: दुर्गम क्षेत्र शिलाई के स्यासु में बेशकीमती पत्थर के अवैध खनन का भंडाफोड़ हुआ है. खनन विभाग की टीम ने मौके पर पत्थरों से भरे कई बोरे बरामद किए हैं. बोरों में भरकर रखे गए पत्थर गेलेना बताया जा रहा है. पुलिस ने पत्थर के सैंपल जांच के लिए भेज दिए हैं.

गुप्त सूचना के आधार पर माइनिंग विभाग की टीम को अवैध खनन की सूचना मिली थी. इसके बाद माइनिंग विभाग के अधिकारियों ने टीम गठित कर जान जोखिम में डालकर अवैध खनन का पर्दाफाश किया. बताया जा रहा है टोंस नदी के किनारे स्यिासु नाम की जगह पर बेशकीमती गेलेना पत्थर का खनन हो रहा था. पत्थर को निकालने के बाद इसे बोरों में भरकर सीमावर्ती राज्य उत्तराखंड के रास्ते ठीकाने लगाया जा रहा था. बताया जा रहा है कि भारी मशीनरी के जरिए पत्थर की खुदाई हो रही थी. ढुलाई के लिए गाड़ियों, मजदूरों और खच्चरों का इस्तेमाल भी हो रहा था.

बोरों में भरे गए थे पत्थर

मामले की जानकारी मिलते ही खनन विभाग के अधिकारियों ने हिमाचल और उत्तराखंड की सीमाओं पर दबिश दी, लेकिन खनन माफिया भनक लगते ही मौके से फरार हो गया. खनन में लगी जेसीबी मशीन तेज रफ्तार में उत्तराखंड की ओर भाग गई, लेकिन उत्तराखंड के कवाणु से जेसीबी मशीन को कब्जे में ले लिया गया है. इसके साथ ही पुलिस ने अवैध माइनिंग साइट पर खड़ी बाइक और खद्दान से निकालकर बोरों में भरे गए बेशकीमती पत्थर को भी कब्जे में ले लिया है.

वीडियो रिपोर्ट.

विभाग ने लिया सैंपल

पत्थर देखने पर गेलेना खनिज लग रहा है. गेलेना पत्थर सिर्फ कैनेडा समेत कुछ एक देशों में ही पाया जाता है. भारत में सिर्फ हिमाचल के सिरमौर में उच्च गुणवत्ता का गेलेना पत्थर पाया जाता है. इसका उपयोग युद्ध सामग्री जैसे गोला बारूद बनाने, सिक्का, शीशा बनाने के लिए किया जाता है. इस खनिज में चांदी भी मिलता है.

सैंपल के लिए भेजे पत्थर

विभाग ने मौके से जब्त किए पत्थर के सैंपल लैब में टेस्टिंग के लिए भेज दिए हैं. रिपोर्ट आने के बाद ही साफ हो पाएगा कि बरामद किया गया पत्थर गेलेना स्टोन है या नहीं.

एफआईआर दर्ज

खनन विभाग के सहायक खनन अधिकारी मस्तराम ने इस संबंध में शिलाई थाना में एफआरआई दर्ज करवाई है. माइनिंग विभाग के जिला अधिकारी का कहना है कि मौके पर मिला पत्थर देखने में गेलेना स्टोन लग रहा है, लेकिन इसकी पुष्टि लैब में सैंपल रिपोर्ट आने के बाद ही हो पाएगी. अगर यह गेलेना स्टोन पाया जाता है तो इसकी कीमत लाखों करोड़ों में हो सकती है. यह बहुत बड़ा स्कैम सिरमौर जिला में हो सकता है. इस पत्थर की कीमत लाखों में है.

डीएसपी सोमदत्त ने मामले पर कहा कि पुलिस टीम ने एक बाइक को मौके से कब्जे में लिया है. खनन माफिया को ढूंढने का काम किया जा रहा है. आपको बता दें कि जिला उपायुक्त सिरमौर ने इस कार्रवाई के लिए गुप्त रूप से तीन स्पेशल टीमें तैयार की थी.

ये भी पढ़ें: कफ सिरप मामले पर CM जयराम का बयान, बोले- मामले की पुष्टि होने पर होगी सख्त कार्रवाई

Last Updated : Mar 3, 2020, 1:49 PM IST
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