ETV Bharat / state

नाहन में व्यवस्था का क्रूर चेहरा! कोरोना से पति की मौत, सड़क पर तड़पती रही संक्रमित पत्नी - नाहन आइसोलेशन सेंटर में मेडिकल व्यवस्था

डॉक्टर वाईएस परमार मेडिकल काॅलेज नाहन में बनाए गए कोविड-19 आइसोलेशन सेंटर में स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सामने ही खुल गई. मुख्यमंत्री यहां मेडिकल काॅलेज का निरीक्षण करने पहुंचे थे. मुख्यमंत्री जब आइसोलेशन सेंटर के बाहर पहुंचे तो कोरोना से जिंदगी गंवा चुके शख्स की पत्नी भी आइसोलेशन सेंटर के बाहर सड़क पर ही तड़प रही थी, जो खुद भी कोरोना पॉजिटिव है. इसी बीच कोरोना संक्रमित मरीजों के तीमारदारों ने यहां जमकर बवाल मचाया और मुख्यमंत्री के समक्ष ही स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल खड़े कर दिए.

Photo
फोटो
author img

By

Published : Apr 30, 2021, 6:38 PM IST

Updated : Apr 30, 2021, 7:56 PM IST

नाहन: मेडिकल कॉलेज नाहन में व्यवस्थाएं भगवान भरोसे नजर आ रही हैं. यहां कोरोना संक्रमित एक महिला इलाज के लिए तड़पती रही लेकिन अस्पताल प्रशासन की ओर से कोई सुविधा नहीं दी गई. गौरतलब हौ कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी दौरे पर अस्पताल पहुंचे हुए थे. मरीजों के तीमारदारों ने सीधे मुख्यमंत्री को इन हालातों से अवगत करवाया.

मुख्यमंत्री जयराम के सामने खुली सुविधाओं की पोल

डॉक्टर वाईएस परमार मेडिकल काॅलेज नाहन में बनाए गए कोविड-19 आइसोलेशन सेंटर में स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सामने ही खुल गई. मुख्यमंत्री यहां मेडिकल काॅलेज का निरीक्षण करने पहुंचे थे. मुख्यमंत्री जब आइसोलेशन सेंटर के बाहर पहुंचे तो कोरोना से जिंदगी गंवा चुके शख्स की पत्नी भी आइसोलेशन सेंटर के बाहर सड़क पर ही तड़प रही थी, जो खुद भी कोरोना पॉजिटिव है. इसी बीच कोरोना संक्रमित मरीजों के तीमारदारों ने यहां जमकर बवाल मचाया और मुख्यमंत्री के समक्ष ही स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल खड़े कर दिए.

वीडियो.

हंगामे के बाद मृत शरीर को इंजेक्शन लगाने लगे डॉक्टर

तीमारदारों का कहना था कि कोई भी डॉक्टर मरीज को देखने नहीं पहुंचा जिसके चलते इलाज के अभाव में उनके मरीज की मौत हो गई. तीमारदारों ने गंभीर आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि जब उनके मरीज की मौत होने के बाद उन्होंने शोर मचाया तो उसके बाद डॉक्टर पहुंचे और कोरोना मरीज के मृत शरीर को इंजेक्शन लगाने लगे और ऑक्सीजन देनी शुरू की. तीमारदारों का कहना है कि जो भी कोरोना पॉजिटिव मरीज यहां लाया जाता है, उसको आइसोलेशन सेंटर के बाहर घंटों इंतजार करना पड़ता है. मृतक के अन्य परिजन ने बताया कि कोरोना संक्रमित उनके जीता की मौत के बाद उनकी संक्रमित बहन भी तीन घंटे तक सड़क पर तड़पती रही लेकिन उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती नहीं किया जा रहा है.

आइसोलेशन वार्ड में डॉक्टर और स्टाफ नहीं कर रहा काम

कोविड-19 आइसोलेशन वार्ड में भर्ती अन्य कोविड मरीजों के परिजनों ने भी मुख्यमंत्री के सामने एक-एक कर आइसोलेशन वार्ड की पोल खोली और यहां तैनात डॉक्टरों सहित स्टाफ पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाए. नाहन निवासी कोविड संक्रमित व्यक्ति की पत्नी ने भी आरोप लगाया कि पिछले 3 दिनों से आइसोलेशन वार्ड में कोई भी डाक्टर या स्टाफ नहीं आ रहा है. सफाईकर्मी ही कार्य कर रहे हैं.

किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होगी बदर्शास्त- सीएम

मामले को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि काम करते-करते त्रुटियां हो जाती हैं जो नहीं होनी चाहिए. देश के साथ-साथ प्रदेश में भी वायरस के कारण मृत्यु हो रही हैं जो चिंताजनक है. स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर से बेहतर हो, मेडिकल स्टाफ पूरी लग्न से काम करें, यह सुनिश्चित करने के लिए सरकार प्रयासरत है. आज की बैठक में भी साफ किया गया है कि लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं होगी.

ये भी पढ़ें: IGMC में विशेषज्ञ डॉक्टर विमल भारती से खास बातचीत, कहा- सिर्फ इन सावधानियों से ही बचाव संभव

नाहन: मेडिकल कॉलेज नाहन में व्यवस्थाएं भगवान भरोसे नजर आ रही हैं. यहां कोरोना संक्रमित एक महिला इलाज के लिए तड़पती रही लेकिन अस्पताल प्रशासन की ओर से कोई सुविधा नहीं दी गई. गौरतलब हौ कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर भी दौरे पर अस्पताल पहुंचे हुए थे. मरीजों के तीमारदारों ने सीधे मुख्यमंत्री को इन हालातों से अवगत करवाया.

मुख्यमंत्री जयराम के सामने खुली सुविधाओं की पोल

डॉक्टर वाईएस परमार मेडिकल काॅलेज नाहन में बनाए गए कोविड-19 आइसोलेशन सेंटर में स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के सामने ही खुल गई. मुख्यमंत्री यहां मेडिकल काॅलेज का निरीक्षण करने पहुंचे थे. मुख्यमंत्री जब आइसोलेशन सेंटर के बाहर पहुंचे तो कोरोना से जिंदगी गंवा चुके शख्स की पत्नी भी आइसोलेशन सेंटर के बाहर सड़क पर ही तड़प रही थी, जो खुद भी कोरोना पॉजिटिव है. इसी बीच कोरोना संक्रमित मरीजों के तीमारदारों ने यहां जमकर बवाल मचाया और मुख्यमंत्री के समक्ष ही स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल खड़े कर दिए.

वीडियो.

हंगामे के बाद मृत शरीर को इंजेक्शन लगाने लगे डॉक्टर

तीमारदारों का कहना था कि कोई भी डॉक्टर मरीज को देखने नहीं पहुंचा जिसके चलते इलाज के अभाव में उनके मरीज की मौत हो गई. तीमारदारों ने गंभीर आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि जब उनके मरीज की मौत होने के बाद उन्होंने शोर मचाया तो उसके बाद डॉक्टर पहुंचे और कोरोना मरीज के मृत शरीर को इंजेक्शन लगाने लगे और ऑक्सीजन देनी शुरू की. तीमारदारों का कहना है कि जो भी कोरोना पॉजिटिव मरीज यहां लाया जाता है, उसको आइसोलेशन सेंटर के बाहर घंटों इंतजार करना पड़ता है. मृतक के अन्य परिजन ने बताया कि कोरोना संक्रमित उनके जीता की मौत के बाद उनकी संक्रमित बहन भी तीन घंटे तक सड़क पर तड़पती रही लेकिन उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती नहीं किया जा रहा है.

आइसोलेशन वार्ड में डॉक्टर और स्टाफ नहीं कर रहा काम

कोविड-19 आइसोलेशन वार्ड में भर्ती अन्य कोविड मरीजों के परिजनों ने भी मुख्यमंत्री के सामने एक-एक कर आइसोलेशन वार्ड की पोल खोली और यहां तैनात डॉक्टरों सहित स्टाफ पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाए. नाहन निवासी कोविड संक्रमित व्यक्ति की पत्नी ने भी आरोप लगाया कि पिछले 3 दिनों से आइसोलेशन वार्ड में कोई भी डाक्टर या स्टाफ नहीं आ रहा है. सफाईकर्मी ही कार्य कर रहे हैं.

किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होगी बदर्शास्त- सीएम

मामले को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि काम करते-करते त्रुटियां हो जाती हैं जो नहीं होनी चाहिए. देश के साथ-साथ प्रदेश में भी वायरस के कारण मृत्यु हो रही हैं जो चिंताजनक है. स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर से बेहतर हो, मेडिकल स्टाफ पूरी लग्न से काम करें, यह सुनिश्चित करने के लिए सरकार प्रयासरत है. आज की बैठक में भी साफ किया गया है कि लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं होगी.

ये भी पढ़ें: IGMC में विशेषज्ञ डॉक्टर विमल भारती से खास बातचीत, कहा- सिर्फ इन सावधानियों से ही बचाव संभव

Last Updated : Apr 30, 2021, 7:56 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.