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सिरमौर के टिटियाना गांव में मक्की की फसल में लगा कीड़ा, किसान परेशान

टिटियाना गांव में मक्के की फसल में कीड़ा लगने के कारण किसान परेशान हैं. मक्की की फसल में स्टेम बोरर नाम का कीड़ा लग गया है, जिसके कारण फसल खराब होने की कगार पर हैं.

Worm in maize crop
मक्का की फसल में लगा कीड़ा
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Published : Jul 22, 2020, 12:07 PM IST

पांवटा साहिब: जिला सिरमौर में गिरिपार क्षेत्र के टिटियाना गांव में मक्की की फसल में कीड़ा लगने के कारण किसान परेशान हैं. यहां किसानों ने खेतों में मक्की की फसल लगाई है, जिसमें स्टेम बोरर (तना खोखला करने वाले कीड़ा) नाम का कीड़ा लग गया है.

इसके चलते फसल खराब होने की कगार पर हैं. वहीं, फसल के खराब होने पर किसान इन दिनों परेशान चल रहे हैं. किसानों का कहना है कि खेतों में मक्की की फसल लहलहाने से काफी खुश थे. इससे पहले लॉकडाउन के दौरान तेज बारिश और ओलावृष्टि के कारण गेहूं की फसल को भी नुकसान हुआ था.

वीडियो.

वहीं, अब मक्की की फसल होने पर किसानों को पहले हुए नुकसान की भरपाई होने की उम्मीद थी, लेकिन अब कीड़ा लगने पर मक्का की फसल बर्बाद हो चुकी है. ऐसे में किसानों के चेहरे अब मायूस नजर आ रहे हैं. किसानों ने कृषि विभाग के अधिकारियों से आग्रह किया है कि गांव में पहुंच कर लोगों को फसलों में लगने वाली बीमारियों के बारे में जागरूक किया जाए.

कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर सुखदेव सिंह पटियाल ने कहा कि इस कीड़े को रोकने के लिए पाउडरी मिल्ड्यू का छिड़काव करें. इसके 100 एमएल को पानी में मिलाकर छिड़काव करें. उन्होंने बताया कि पहाड़ी इलाकों में मक्का के लिए देसी उपचार भी है, जिसके इस्तेमाल से मक्का उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है. गोबर, गौमूत्र और छाछ मिलाकर भी छिड़काव किया जा सकता है. इससे भी कीड़ा खत्म हो जाएगा.

ये भी पढ़ें: कोरोना का हॉटस्पॉट: गोबिंदगढ़ मोहल्ला की जल्द पूरी होगी सैंपलिंग, फिर शहर में इनकी बारी

पांवटा साहिब: जिला सिरमौर में गिरिपार क्षेत्र के टिटियाना गांव में मक्की की फसल में कीड़ा लगने के कारण किसान परेशान हैं. यहां किसानों ने खेतों में मक्की की फसल लगाई है, जिसमें स्टेम बोरर (तना खोखला करने वाले कीड़ा) नाम का कीड़ा लग गया है.

इसके चलते फसल खराब होने की कगार पर हैं. वहीं, फसल के खराब होने पर किसान इन दिनों परेशान चल रहे हैं. किसानों का कहना है कि खेतों में मक्की की फसल लहलहाने से काफी खुश थे. इससे पहले लॉकडाउन के दौरान तेज बारिश और ओलावृष्टि के कारण गेहूं की फसल को भी नुकसान हुआ था.

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वहीं, अब मक्की की फसल होने पर किसानों को पहले हुए नुकसान की भरपाई होने की उम्मीद थी, लेकिन अब कीड़ा लगने पर मक्का की फसल बर्बाद हो चुकी है. ऐसे में किसानों के चेहरे अब मायूस नजर आ रहे हैं. किसानों ने कृषि विभाग के अधिकारियों से आग्रह किया है कि गांव में पहुंच कर लोगों को फसलों में लगने वाली बीमारियों के बारे में जागरूक किया जाए.

कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर सुखदेव सिंह पटियाल ने कहा कि इस कीड़े को रोकने के लिए पाउडरी मिल्ड्यू का छिड़काव करें. इसके 100 एमएल को पानी में मिलाकर छिड़काव करें. उन्होंने बताया कि पहाड़ी इलाकों में मक्का के लिए देसी उपचार भी है, जिसके इस्तेमाल से मक्का उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है. गोबर, गौमूत्र और छाछ मिलाकर भी छिड़काव किया जा सकता है. इससे भी कीड़ा खत्म हो जाएगा.

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