पांवटा साहिब: जिला सिरमौर के पांवटा साहिब में किसानों को इस बार गन्ना उत्पादन में भारी कमी के बावजूद गुड़ के अच्छे दाम मिल रहे हैं. आजकल पांवटा साहिब में तैयार होने वाले गुड़ की मिठास न केवल हिमाचल प्रदेश बल्कि कई दूसरे पहाड़ी राज्यों के लोग भी चख रहे हैं. इन दिनों पांवटा साहिब भट्टियों से भारी मात्रा में गन्ने के रस से तैयार किये गुड़ और शक्कर की सप्लाई हो रही है.
उपमंडल पांवटा साहिब में तैयार किया जाने वाला गुड़ और शक्कर अच्छे किस्म का होता है. लिहाजा इसकी डिमांड भी जिला समेत पड़ोस के राज्यों में ज्यादा रहती है. वहीं, विदेशों में बसे लोग भी यहां से गुड़ मंगवा रहे हैं. बता दें कि पांवटा साहिब के गुड़ को इसलिए भी खास माना जाता है, क्योंकि यहां पर गन्ने के रस से तैयार होने वाले गुड़ में किसी भी तरह की कोई मिलावट नहीं की जाती है. इसके चलते यहां के गुड़ की विशेष मांग रहती है.
गुड़ बनाने वाले सोहन ने कहा कि इस सीजन में बाहरी राज्यों से यहां के गुड़ के लिए विशेष डिमांड रहती है. डिमांड पूरी करने के लिए उन्हें दिन रात काम करना पड़ता है. ऐसे समय में यहां स्थानीय लोगों को भी रोजगार के अवसर मिलते हैं.
वहीं, क्षेत्र में इस बार गन्ना उत्पादकों को निराशा हाथ लगी है, क्योंकि मौसम की बेरुखी के चलते गन्ना उत्पादन में भारी कमी दर्ज हुई है. हालांकि कम उत्पादन के चलते किसानों को गन्ने और गुड़ के दामों में बढ़ोतरी जरूर हुई है. किसान अपने गन्ने को उत्तराखंड में जाकर बेच रहे हैं.
किसान सभा के जिला सचिव गुरविंदर कहा कि सरकार नए उद्योग लगाने के लिए योजना बना रही है. अगर सरकार पांवटा साहिब में भी गन्ने से संबंधित उद्योग खोले, तो यहां के किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी हो सकती है. साथ ही उन्हें गुड़ बेचने के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा.
ग्राहकों का कहना है कि ठंड के मौसम में गुड़ और शक्कर काफी मशहूर होता है. दूर-दूर से लोग यहां पर गुड़ और शक्कर खरीदने के लिए आते हैं. साथ ही गुड़ बाहरी राज्यों तक भी पहुंचाया जाता है. ठंड का सीजन शुरू होते ही पांवटा साहिब उपमंडल में लोकल भट्टियों पर बने गुड़ की डिमांड बढ़ जाती है. लोग ठंड के मौसम में गुड़ का इस्तेमाल खाना खाने के बाद भोजन को पचाने के लिए करते हैं.
वहीं, कुछ लोग इस गुड़ से चाय भी बनते है. डायबिटीज के रोगियों के लिए इस गुड़ और शक्कर की चाय उपयोगी बताई गई है. इस कारण से शुगर मील में बने गुड़ और शक्कर की अपेक्षा भट्टियों पर बने गुड़ की डिमांड रहती है. पांवटा साहिब में गुड़ की भट्टियों पर से ही आजकल गुड़ 60 रुपये किलोग्राम गुड़ बिक रहा है.
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