नाहन: सिरमौर जिला के औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब और पांवटा साहिब में जल की गुणवत्ता मानकों के अनुरूप नहीं है. वहीं, ऑक्सीजन की गुणवत्ता भी बेहद खराब है.लिहाजा नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने इन दोनों औद्योगिक क्षेत्रों में आवश्यक कदम उठाने के निर्देश जिला प्रशासन को जारी किए हैं. इसी के मद्देनजर नाहन में सोमवार को डीसी सिरमौर डॉ. आरके परुथी की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया.
बैठक में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, सिंचाई व जन स्वास्थ्य विभाग समेत कई विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया. बैठक में कालाअंब व पांवटा साहिब औद्योगिक क्षेत्रों में जल व वायु प्रदूषण को समाप्त कर गुणवत्ता में सुधार करने के लिए एक कार्य योजना पर चर्चा की गई. इस दौरान उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को तय समय अवधि में काम करने के निर्देश जारी किए.
उपायुक्त सिरमौर डॉ. आरके परुथी ने बताया कि पांवटा साहिब व कालाअंब में वायु प्रदूषण की समस्या काफी लंबे समय से है. कालाअंब में जल प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण सीवरेज है, जिसके लिए एसटीपी बने हैं. इसको लेकर एनजीटी ने प्रशासन को डेडलाइन दी है.
इसके अलावा उपायुक्त ने बैठक में कालाअंब में ठोस कचरा प्रबंधन समेत अन्य विषयों को लेकर भी निर्देश जारी किए. उन्होंने बताया कि कालाअंब में डोर टू डोर कूड़ा संग्रहण किया जाएगा, जिसकी देखरेख पंचायत करेगी. इसके अलावा वायु की गुणवत्ता के लिए पौधारोपण किया जाएगा. इस संबंध में अधिकारियों को तय समय अवधि में काम करने के निर्देश दिए गए.
बता दें कि औद्योगिक क्षेत्र कालाअंब व पांवटा साहिब में पानी और वायु की गुणवत्ता मानकों के अनुरूप नहीं है. लिहाजा प्रशासन ने एनजीटी के निर्देशों पर कार्य योजना तो बना ली है, लेकिन देखना ये होगा कि इस गंभीर समस्या से कब तक निजात मिल पाती है.
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