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41 दिनों के बाद नाहन मेडिकल काॅलेज की OPD बहाल, पहले दिन तकरीबन 200 मरीज पहुंचे - ओपीडी बहाल नाहन मेडिकल कॉलेज

डॉ. वाईएस परमार मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल की ओपीडी को अब बहाल हो चुकी है. मेडिकल काॅलेज की ओपीडी बहाल होने के बाद न केवल मरीजों ने राहत की सांस ली, बल्कि दवा विक्रेताओं ने भी ओपीडी की सेवा बहाल करने पर सरकार का आभार व्यक्त किया.

नाहन मेडिकल काॅलेज
नाहन मेडिकल काॅलेज
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Published : Jun 19, 2021, 5:34 PM IST

नाहन: कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर पिछले 41 दिनों से बंद पड़ी डॉ. वाईएस परमार मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल की ओपीडी (आउट पेशेंट डिपार्टमेंट) को शनिवार से बहाल कर दिया गया. ओपीडी बहाल होने के बाद पहले दिन तकरीबन 150 से 200 लोग अपना इलाज करवाने के लिए अस्पताल पहुंचे.

दरअसल कोरोना के रोगियों की संख्या घटने के बाद पूरे अस्पताल को सैनिटाइज किया गया और सरकार के निर्देशों पर शनिवार से हर प्रकार के रोगियों के लिए मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल को खोल दिया गया. बता दें कि सरकार द्वारा 8 मई को मेडिकल काॅलेज को डेडीकेटिड कोविड अस्पताल में तबदील किया गया था, जिसे बीते दिन शुक्रवार को सरकार ने डिनोटिफाई कर दिया.

वीडियो.

मीडिया से बात करते हुए डीसी सिरमौर आरके परूथी ने कहा कि मई माह में कोरोना के काफी संख्या में मामले सामने आए थे. मुख्यमंत्री ने भी यहां पहुंचकर रिव्यू किया था. कोरोना के मामलों को देखते हुए सरकार ने मेडिकल काॅलेज को कोविड अस्पताल में तब्दील किया था, ताकि कोरोना मरीजों की अच्छे से देखभाल हो सके. डीसी ने बताया कि अब जिला में कोरोना की स्थिति में काफी गिरावट आई है और पिछले कई दिनों से 5 से 8 लोग ही दाखिल हैं. ओपीडी को बहाल करने की भी मांग आ रही थी. लिहाजा पिछले कल सरकार ने कोविड अस्पताल को डिनोटिफाई करके हर प्रकार के रोगियों के लिए मेडिकल काॅलेज को खोल दिया है.

ओपीडी बंद होने से दवा विक्रेताओं को भी हुआ नुकसान

वहीं, मेडिकल काॅलेज की ओपीडी बहाल होने के बाद न केवल मरीजों ने राहत की सांस ली, बल्कि दवा विक्रेताओं ने भी ओपीडी की सेवा बहाल करने पर सरकार का आभार व्यक्त किया. दवा विक्रेताओं को भी ओपीडी बंद होने से खासा नुकसान उठाना पड़ रहा था. मेडिकल काॅलेज के समीप स्थित दवा विक्रेता राकेश मल्होत्रा और स्थानीय निवासी रूपेश गर्ग ने कहा कि काफी समय से ओपीडी बंद होने से न केवल हमें काफी परेशानियां हुईं. अब ओपीडी बहाल होने से सभी ने राहत की सांस ली है. इसके लिए दवा विक्रेताओं ने सरकार का भी आभार व्यक्त किया है.

'कोविड को हल्के में न लें'
दूसरी तरफ स्थानीय विधायक राजीव बिंदल ने भी प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि कोविड के रोगियों की संख्या घटने पर पूरे अस्पताल को सैनिटाइज किया गया और हर प्रकार के रोगियों के लिए मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल को खोल दिया गया है. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोविड महामारी को हलके में न लें और पूरी तरह सावधानी बरतें.

यह भी पढ़ें :- उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने कसी कमर, कमेटी गठित कर इन नेताओं को दी बड़ी जिम्मेदारी

नाहन: कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर पिछले 41 दिनों से बंद पड़ी डॉ. वाईएस परमार मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल की ओपीडी (आउट पेशेंट डिपार्टमेंट) को शनिवार से बहाल कर दिया गया. ओपीडी बहाल होने के बाद पहले दिन तकरीबन 150 से 200 लोग अपना इलाज करवाने के लिए अस्पताल पहुंचे.

दरअसल कोरोना के रोगियों की संख्या घटने के बाद पूरे अस्पताल को सैनिटाइज किया गया और सरकार के निर्देशों पर शनिवार से हर प्रकार के रोगियों के लिए मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल को खोल दिया गया. बता दें कि सरकार द्वारा 8 मई को मेडिकल काॅलेज को डेडीकेटिड कोविड अस्पताल में तबदील किया गया था, जिसे बीते दिन शुक्रवार को सरकार ने डिनोटिफाई कर दिया.

वीडियो.

मीडिया से बात करते हुए डीसी सिरमौर आरके परूथी ने कहा कि मई माह में कोरोना के काफी संख्या में मामले सामने आए थे. मुख्यमंत्री ने भी यहां पहुंचकर रिव्यू किया था. कोरोना के मामलों को देखते हुए सरकार ने मेडिकल काॅलेज को कोविड अस्पताल में तब्दील किया था, ताकि कोरोना मरीजों की अच्छे से देखभाल हो सके. डीसी ने बताया कि अब जिला में कोरोना की स्थिति में काफी गिरावट आई है और पिछले कई दिनों से 5 से 8 लोग ही दाखिल हैं. ओपीडी को बहाल करने की भी मांग आ रही थी. लिहाजा पिछले कल सरकार ने कोविड अस्पताल को डिनोटिफाई करके हर प्रकार के रोगियों के लिए मेडिकल काॅलेज को खोल दिया है.

ओपीडी बंद होने से दवा विक्रेताओं को भी हुआ नुकसान

वहीं, मेडिकल काॅलेज की ओपीडी बहाल होने के बाद न केवल मरीजों ने राहत की सांस ली, बल्कि दवा विक्रेताओं ने भी ओपीडी की सेवा बहाल करने पर सरकार का आभार व्यक्त किया. दवा विक्रेताओं को भी ओपीडी बंद होने से खासा नुकसान उठाना पड़ रहा था. मेडिकल काॅलेज के समीप स्थित दवा विक्रेता राकेश मल्होत्रा और स्थानीय निवासी रूपेश गर्ग ने कहा कि काफी समय से ओपीडी बंद होने से न केवल हमें काफी परेशानियां हुईं. अब ओपीडी बहाल होने से सभी ने राहत की सांस ली है. इसके लिए दवा विक्रेताओं ने सरकार का भी आभार व्यक्त किया है.

'कोविड को हल्के में न लें'
दूसरी तरफ स्थानीय विधायक राजीव बिंदल ने भी प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि कोविड के रोगियों की संख्या घटने पर पूरे अस्पताल को सैनिटाइज किया गया और हर प्रकार के रोगियों के लिए मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल को खोल दिया गया है. उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोविड महामारी को हलके में न लें और पूरी तरह सावधानी बरतें.

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