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नाहन विधानसभा सीट: राजीव बिंदल नहीं लगा पाए जीत का सिक्सर, कांग्रेस के अजय सोलंकी की हुई जीत - नाहन विधानसभा सीट के नतीजे

नाहन विधानसभा सीट पर पर कांग्रेस प्रत्याशी अजय सोलंकी को जीत मिली है. इस सीट पर 9 राउंड में मतगणना पूरी हुई. कांग्रेस प्रत्याशी अजय सोलंकी को कुल 34545 वोट पड़े (Nahan Election Result 2022)

नाहन विधानसभा सीट
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Published : Dec 8, 2022, 10:31 AM IST

Updated : Dec 8, 2022, 3:17 PM IST

नाहन: नाहन विधासनभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली और आखिरकार जीत की चाबी कांग्रेस की झोली में आकर गिरी. बता दें कि इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी अजय सोलंकी को जीत मिली है. इस सीट पर 9 राउंड में मतगणना पूरी हुई. कांग्रेस प्रत्याशी अजय सोलंकी को कुल 34545 वोट पड़े वहीं, भाजपा प्रत्याशी राजीव बिंदल ने कड़ी टक्कर देते हुए 33057 वोट हासिल किए. इसके अलावा आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार सुनिल शर्मा को 381, निर्दलीय और एकमात्र मुस्लिम उम्मीदवार को 117, राष्ट्रीय देवभूमि पार्टी के उम्मीदवार शैलेंद्र सिंह 295, बहुजन समाज पार्टी को अयोध्या प्रसाद वर्मा को 258 और नोटा को 468 वोट पड़े.

कौन है कांग्रेस प्रत्याशी अजय सोलंकी: कांग्रेस प्रत्याशी अजय सोलंकी को 2022 में पार्टी ने लगातार दूसरी बार नाहन सीट से चुनावी मैदान में उतारा. हालांकि वह पिछला चुनाव हार गए थे. 1971 में मदन पाल सिंह के घर में पैदा हुए अजय सोलंकी ने बीए प्रथम वर्ष तक की शिक्षा ग्रहण की है. 1991 में उन्होंने अपना राजनीतिक करियर छात्र संगठन एनएसएसयूआई से शुरू किया. 1992 से 1998 तक वह जिला यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर रहे. 2010 में सोलंकी को पार्टी ने हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी में सचिव के पद की जिम्मेदारी सौंपी. 2013 से 2020 तक सोलंकी जिला सिरमौर कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे चुके हैं. 2021 से 2022 तक पार्टी ने उन्हें प्रदेश कांग्रेस महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. वर्तमान में वह प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष व नाहन से पार्टी के प्रत्याशी है. सोलंकी मिलनसार स्वभाव व तेजतर्रारी की वजह से क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान रखते हैं. (Himachal Pradesh poll result) (Himachal Pradesh elections Exit Polls)

नाहन सीट पर 2022 में 81.45 प्रतिशत मतदान: 12 नवंबर को संपन्न हुई मतदान प्रक्रिया में सिरमौर जिले की पांच सीटों में से नाहन विधानसभा क्षेत्र मतदान प्रतिशतता में दूसरे नंबर पर रहा. इस चुनाव में यहां 81.45 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. नाहन विस में कुल 84545 मतदाता हैं, जिसमें 42936 पुरूष, 41607 महिला व 2 थर्ड जेंडर मतदान शामिल हैं. इस बार मतदान प्रक्रिया में कुल मतदाताओं में से 69121 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इसमें एक थर्ड जेंडर के अलावा 35167 पुरूष व 33953 महिलाओं ने अपने मत डाले. (Nahan Election Result 2022)

राजीव बिंदल नहीं लगा पाए सिक्सर: भाजपा प्रत्याशी डॉ. राजीव बिंदल अब तक 5 बार विधायक रहे चुके हैं. वह छठी बार चुनावी मैदान में थे. लेकिन इस बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा. बता दें कि राजीव बिंदल तीन मर्तबा सोलन व 2 बार नाहन से विधायक चुने गए थे. 12 जनवरी 1955 को वैद्य बालमुकंद के घर में जन्में डॉ. राजीव बिंदल का जन्म सोलन में हुआ था. 2012 में सोलन से नाहन आए डॉ. बिंदल की शैक्षणिक योग्यता जीएएमएस (आयुर्वेदाचार्य) है. 67 वर्षीय डॉ. बिंदल के पिता स्व. वैद्य बालमुकंद भी क्षेत्र के जाने माने वैद्य एवं समाजसेवी रहे. आयुर्वेद व युनानी-चिकित्सा पद्धति के माध्यम से लाखों रोगियों को लाभ पहुंचाने वाले, अपने समय के श्रेष्ठ चिकित्सक रह चुके हैं.

हिमाचल भाजपा के चाणक्य बिंदल हारे: डॉ. बिंदल को हिमाचल भाजपा में चाणक्य के तौर पर जाना जाता है. वह धूमल सरकार में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री भी रह चुके हैं. स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी उनके नाम कई उपलब्धियां दर्ज हैं. चुनावी मैनेजमेंट के लिए भी पार्टी में उनकी एक अलग पहचान है. यही वजह है कि उन्हें न केवल हिमाचल बल्कि अन्य कई राज्यों में भी चुनावी प्रचार में अहम जिम्मेदारियां सौंपी जाती रही हैं. राजनीतिज्ञों की मानें तो बिंदल की खास बात यह है कि प्रतिदिन कोई भी समय हो, वह एक्टिव मोड़ में देखे जा सकते हैं. यहीं कुछ वजह है, जो उन्हें अन्य नेताओं से अलग बनाती है. लेकिन इन चुनावों में राजीव बिंदल का हारना कांग्रेस के लिए एक बड़ी जीत है.

नाहन: नाहन विधासनभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली और आखिरकार जीत की चाबी कांग्रेस की झोली में आकर गिरी. बता दें कि इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी अजय सोलंकी को जीत मिली है. इस सीट पर 9 राउंड में मतगणना पूरी हुई. कांग्रेस प्रत्याशी अजय सोलंकी को कुल 34545 वोट पड़े वहीं, भाजपा प्रत्याशी राजीव बिंदल ने कड़ी टक्कर देते हुए 33057 वोट हासिल किए. इसके अलावा आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार सुनिल शर्मा को 381, निर्दलीय और एकमात्र मुस्लिम उम्मीदवार को 117, राष्ट्रीय देवभूमि पार्टी के उम्मीदवार शैलेंद्र सिंह 295, बहुजन समाज पार्टी को अयोध्या प्रसाद वर्मा को 258 और नोटा को 468 वोट पड़े.

कौन है कांग्रेस प्रत्याशी अजय सोलंकी: कांग्रेस प्रत्याशी अजय सोलंकी को 2022 में पार्टी ने लगातार दूसरी बार नाहन सीट से चुनावी मैदान में उतारा. हालांकि वह पिछला चुनाव हार गए थे. 1971 में मदन पाल सिंह के घर में पैदा हुए अजय सोलंकी ने बीए प्रथम वर्ष तक की शिक्षा ग्रहण की है. 1991 में उन्होंने अपना राजनीतिक करियर छात्र संगठन एनएसएसयूआई से शुरू किया. 1992 से 1998 तक वह जिला यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष पद पर रहे. 2010 में सोलंकी को पार्टी ने हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी में सचिव के पद की जिम्मेदारी सौंपी. 2013 से 2020 तक सोलंकी जिला सिरमौर कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे चुके हैं. 2021 से 2022 तक पार्टी ने उन्हें प्रदेश कांग्रेस महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. वर्तमान में वह प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष व नाहन से पार्टी के प्रत्याशी है. सोलंकी मिलनसार स्वभाव व तेजतर्रारी की वजह से क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान रखते हैं. (Himachal Pradesh poll result) (Himachal Pradesh elections Exit Polls)

नाहन सीट पर 2022 में 81.45 प्रतिशत मतदान: 12 नवंबर को संपन्न हुई मतदान प्रक्रिया में सिरमौर जिले की पांच सीटों में से नाहन विधानसभा क्षेत्र मतदान प्रतिशतता में दूसरे नंबर पर रहा. इस चुनाव में यहां 81.45 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. नाहन विस में कुल 84545 मतदाता हैं, जिसमें 42936 पुरूष, 41607 महिला व 2 थर्ड जेंडर मतदान शामिल हैं. इस बार मतदान प्रक्रिया में कुल मतदाताओं में से 69121 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इसमें एक थर्ड जेंडर के अलावा 35167 पुरूष व 33953 महिलाओं ने अपने मत डाले. (Nahan Election Result 2022)

राजीव बिंदल नहीं लगा पाए सिक्सर: भाजपा प्रत्याशी डॉ. राजीव बिंदल अब तक 5 बार विधायक रहे चुके हैं. वह छठी बार चुनावी मैदान में थे. लेकिन इस बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा. बता दें कि राजीव बिंदल तीन मर्तबा सोलन व 2 बार नाहन से विधायक चुने गए थे. 12 जनवरी 1955 को वैद्य बालमुकंद के घर में जन्में डॉ. राजीव बिंदल का जन्म सोलन में हुआ था. 2012 में सोलन से नाहन आए डॉ. बिंदल की शैक्षणिक योग्यता जीएएमएस (आयुर्वेदाचार्य) है. 67 वर्षीय डॉ. बिंदल के पिता स्व. वैद्य बालमुकंद भी क्षेत्र के जाने माने वैद्य एवं समाजसेवी रहे. आयुर्वेद व युनानी-चिकित्सा पद्धति के माध्यम से लाखों रोगियों को लाभ पहुंचाने वाले, अपने समय के श्रेष्ठ चिकित्सक रह चुके हैं.

हिमाचल भाजपा के चाणक्य बिंदल हारे: डॉ. बिंदल को हिमाचल भाजपा में चाणक्य के तौर पर जाना जाता है. वह धूमल सरकार में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री भी रह चुके हैं. स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी उनके नाम कई उपलब्धियां दर्ज हैं. चुनावी मैनेजमेंट के लिए भी पार्टी में उनकी एक अलग पहचान है. यही वजह है कि उन्हें न केवल हिमाचल बल्कि अन्य कई राज्यों में भी चुनावी प्रचार में अहम जिम्मेदारियां सौंपी जाती रही हैं. राजनीतिज्ञों की मानें तो बिंदल की खास बात यह है कि प्रतिदिन कोई भी समय हो, वह एक्टिव मोड़ में देखे जा सकते हैं. यहीं कुछ वजह है, जो उन्हें अन्य नेताओं से अलग बनाती है. लेकिन इन चुनावों में राजीव बिंदल का हारना कांग्रेस के लिए एक बड़ी जीत है.

Last Updated : Dec 8, 2022, 3:17 PM IST
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