शिमला: राजधानी शिमला में अब सड़क किनारे वाहन खड़े करने के लिए लोगों को पैसे देने होंगे. नगर निगम ने शहर में येलो लाइन पार्किंग को हरी झंडी दे दी है और रेट भी तय कर दिए हैं. शनिवार को वित्त कमेटी की बैठक में येलो लाइन पार्किंग को मंजूरी देने के साथ ही शुल्क भी तय किया गया.
येलो लाइन पार्किंग के तहत शहर में तीन हजार वाहनों के खड़े करने की सुविधा होगी. निगम सड़क किनारे येलो लाइन लगाकर लोगों से दो पहिया वाहनों के 350 रुपये और चार पहिया वाहनों के छह सौ रुपये हर महीने वसूल करेगा.
शहर में फिलहाल निगम अपनी सड़कों पर ही येलो लाइन पार्किंग शुरू कर रहा है, जबकि अन्य सड़कों पर विभागों से अनुमति लेने के बाद ही पार्किंग की सुविधा दी जाएगी. येलो लाइन पार्किंग के शुरू होने से राजधानी के लोगों को भी राहत मिलेगी.
शहर में विभिन्न हिस्सों में पार्किंग न होने से लोग सड़क किनारे गाड़ियां खड़ी कर देते थे, जिससे पुलिस चालान भी काटता था. वहीं, पार्किंग पेड पार्किंग में हर महीने तीन हजार देना पड़ रहा है. येलो लाइन पार्किंग शुरू होने से निगम को अतिरिक्त आय होगी साथ ही आम लोगों को भी राहत मिलेगी.
नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि शहर में येलो लाइन पार्किंग को मंजूरी दे दी है और इसके लिए शुल्क तय कर दिए हैं. लोगो को इससे पार्किंग की समस्या से भी निजात मिलेगी और निगम को इससे अतिरिक्त आय भी होगी.
अनुबंध कर्मियों को मिलेगा 150 ग्रेड-पे
इसके अलावा वित्त कमेटी की बैठक में निगम के अनुबंध कर्मियों को सरकारी कर्मचारियों की तर्ज पर ग्रेड-पे 125 के बजाय 150 फीसद देने पर मोहर लगा दी है. इससे हालांकि निगम पर अतिरिक्त वित्तिय बोझ पड़ेगा. इसके अलावा टूटू के विजय नगर में हाई मास्क लाइट लागाने का फैसला भी किया गया है.
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