पांवटा साहिब: सिरमौर जिला के पांवटा साहिब के साथ लगते उत्तराखंड बॉर्डर पर स्थित आसन बैराज रिजर्व कंजर्वेशन इन दिनों विदेशी पक्षियों के चहचहाने से गुलजार हो गया है. हजारों मील का फासला तय कर आए पक्षी पांवटा में लोगों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं.
हर साल लाखों मीलों का सफर तय कर यह पक्षी आसन बैराज में पहुंचते हैं. जहां पर इन पक्षियों के ठहरने के लिए विशेष प्रबंध किया जाता है. बताया जा रहा है कि इस बार इन पक्षियों को देखने के लिए आसन बैराज प्रबंधन ने एक खास तरह के चबूतरे का निर्माण भी किया है. जिससे पक्षी प्रेमी जल्द ही पक्षियों को पास से देखने का लुत्फ भी उठा पाएंगे.
क्या कहा आसन बैराज के अधिकारी ने
आसन बैराज के अधिकारी विजयनाथ आनंद का कहना है कि मौसम में ठिठुरन तेज होते ही देश के पहले फॉरेस्ट कंजर्वेशन रिजर्व आसन वेटलैंड में इन दिनों देशी, विदेशी पक्षियों का संसार बसने लगा है. साइबेरियन पक्षी सुर्खाब के साथ ही यहां बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी डेरा जमाए हुए हैं.
विजयनाथ आनंद ने जानकारी देते हुए बताया कि कई वर्ष पहले पांच हजार से ज्यादा पक्षी बैराज में डेरा जमा चुके हैं. चीन, पाकिस्तान, भूटान और नेपाल सहित विभिन्न देशों से आए कॉमन कूट, टफटेड, कॉमन पोचार्ड आदि रंगबिरंगे पक्षियों को आसन बैराज में नजदीक से देखा जा सकता है.
विजय नाथ ने बताया कि नवंबर के पहले सप्ताह से ही आसन वेटलैंड बैराज पर देश-विदेशों से विभिन्न प्रजातियों के जल पक्षियों का आगमन शुरू हो जाता है, जो हर वर्ष मार्च तक डेरा जमा कर रखते हैं. गर्मियों के शुरू होते ही विदेशी मेहमान अपने देशों को लौटना शुरू हो जाते हैं.