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प्रवासी मजदूरों को मिलने लगा राशन, दो महीने तक मिलेगा योजना का लाभ

पांवटा साहिब में प्रवासी मजदूरों को सरकार की योजना के तहत राशन मिलने लगा है. इसको लेकर प्रवासी मजदूरों ने खुशी जताई .यह व्यवस्था सरकार ने दो महीने के लिए की है.

migrant laborers getting 2 months ration
प्रवासियों को मिलने लगा राशन
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Published : May 28, 2020, 12:46 PM IST

Updated : May 28, 2020, 8:20 PM IST

पांवटा साहिब: कोरोनो वायरस के चलते देश भर में लॉकडाउन लागू है. संकट की इस घड़ी में प्रदेश में फंसे अन्य राज्यों के श्रमिकों की सहायता के लिए प्रदेश सरकार की योजना शुरू हो गई है. इस योजना के तहत प्रत्येक प्रवासी श्रमिक परिवार में प्रत्येक व्यक्ति को 5 किलो चावल और 1 किलो काला चना मुफ्त मिलेगा.

हिमाचल प्रदेश में भी बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक हैं. इनके लिए खाद्य आपूर्ति विभाग के माध्यम से सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है. श्रमिक परिवारों को प्रदेश में भोजन से संबंधित कोई समस्या ना हो इसके लिए इस योजना की शुरुआत की गई. माना जा रहा है कि प्रदेश से इस योजना के बाद पलायन पर असर पड़ेगा.

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योजना शुरू होने से प्रवासी श्रमिकों में खुशी

योजना के लागू होने के क्षेत्र में रह रहे श्रमिकों ने भी सरकार की इस योजना को लेकर खुशी जताई. खाद्य एवं नागरिक विभाग के प्रयासों से श्रमिक परिवारों के लोग फॉर्म भरने और राशन लेने के लिए पहुंचने भी शुरू हो गए. प्रदेश में फंसे अन्य राज्यों के लोगों को उनके घर भेजने से लेकर उनके खाने-पीने के बेहतर इंतजाम के लिए जरूरी इंतजाम किया जा रहा है. जहां घर जाने के इच्छुक लोगों को लगातार उनके राज्यों में भेजा जा रहा है.

वहीं, प्रदेश में प्रवासी मजदूरों को राशन की कमी ना रहे इसके लिए भी सरकार प्रयास कर रही है. योजना के तहत श्रमिक परिवार के प्रत्येक सदस्य को 5 किलो चावल और 1 किलो काला चना मुफ्त प्रदान किया जा रहा है. इस काम का जिम्मा खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग को सौंपा गया है. विभाग पात्र व्यक्तियों के चयन के लिए उनके निजी पहचान पत्र लेकर स्थानीय प्रधान या वार्ड मेंबर से सत्यापन करा रहा है.

ये भी पढ़ें: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बिंदल का इस्तीफा: राजधानी में चढ़ा सियासी पारा

पांवटा साहिब: कोरोनो वायरस के चलते देश भर में लॉकडाउन लागू है. संकट की इस घड़ी में प्रदेश में फंसे अन्य राज्यों के श्रमिकों की सहायता के लिए प्रदेश सरकार की योजना शुरू हो गई है. इस योजना के तहत प्रत्येक प्रवासी श्रमिक परिवार में प्रत्येक व्यक्ति को 5 किलो चावल और 1 किलो काला चना मुफ्त मिलेगा.

हिमाचल प्रदेश में भी बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक हैं. इनके लिए खाद्य आपूर्ति विभाग के माध्यम से सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है. श्रमिक परिवारों को प्रदेश में भोजन से संबंधित कोई समस्या ना हो इसके लिए इस योजना की शुरुआत की गई. माना जा रहा है कि प्रदेश से इस योजना के बाद पलायन पर असर पड़ेगा.

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योजना शुरू होने से प्रवासी श्रमिकों में खुशी

योजना के लागू होने के क्षेत्र में रह रहे श्रमिकों ने भी सरकार की इस योजना को लेकर खुशी जताई. खाद्य एवं नागरिक विभाग के प्रयासों से श्रमिक परिवारों के लोग फॉर्म भरने और राशन लेने के लिए पहुंचने भी शुरू हो गए. प्रदेश में फंसे अन्य राज्यों के लोगों को उनके घर भेजने से लेकर उनके खाने-पीने के बेहतर इंतजाम के लिए जरूरी इंतजाम किया जा रहा है. जहां घर जाने के इच्छुक लोगों को लगातार उनके राज्यों में भेजा जा रहा है.

वहीं, प्रदेश में प्रवासी मजदूरों को राशन की कमी ना रहे इसके लिए भी सरकार प्रयास कर रही है. योजना के तहत श्रमिक परिवार के प्रत्येक सदस्य को 5 किलो चावल और 1 किलो काला चना मुफ्त प्रदान किया जा रहा है. इस काम का जिम्मा खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग को सौंपा गया है. विभाग पात्र व्यक्तियों के चयन के लिए उनके निजी पहचान पत्र लेकर स्थानीय प्रधान या वार्ड मेंबर से सत्यापन करा रहा है.

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Last Updated : May 28, 2020, 8:20 PM IST
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