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लॉकडाउन में जल शक्ति विभाग का सराहनीय कार्य, 70 दिनों में 1250 स्कीमों में जीरो ब्रेकडाउन

जल शक्ति विभाग भी कोरोना के संकट काल में अपनी सेवाएं देकर कोरोना वॉरियर की भूमिका निभा रहा है. पिछले 70 दिनों में सिरमौर जिला में जल शक्ति विभाग की 1250 स्कीमों में जीरो ब्रेकडाउन रहा. इससे यह अनुमान लगाया जा सकता है कि बिना थके और बिना रुके इस विभाग के कर्मचारी अपनी सेवाएं दे रहे हैं.

IPH department sirmour  serving the public in lockdown
सिरमौर में जल शक्ति विभाग भी कोरोना वॉरियर्स
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Published : Jun 2, 2020, 12:12 AM IST

Updated : Jun 2, 2020, 5:12 PM IST

नाहन: कोरोना के खिलाफ जंग में पिछले करीब 70 दिनों से सिरमौर जिला में जल शक्ति विभाग ने भी अपनी अहम भूमिका निभाई है. गर्मियों में पानी की आवश्यकता काफी अधिक बढ़ जाती है. ऐसे में जल शक्ति विभाग ने कोरोना महामारी के बीच अपनी जिम्मेदारी को बखूबी समझा और दिन-रात अपनी सेवाएं देकर बेहद ही जरूरी चीज को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है.

दरअसल वैश्विक महामारी कोरोना के चलते मेडिकल, पैरामेडिकल, पुलिस व सफाई कर्मचारी फ्रंटलाइन में कोरोना वॉरियर्स के तौर पर लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं. वहीं, इनके बीच एक गुमनाम कोरोना वॉरियर्स के तौर पर जल शक्ति विभाग भी अपनी सेवाएं दे रहा है.मुश्किल की इस घड़ी में संबंधित विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों की बेहतर सेवाओं को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.

वीडियो रिपोर्ट

जलशक्ति विभाग ने मुश्किल की इस घड़ी में किस तरह से अपनी जिम्मेदारी निभाई, इस बात का अंदाजा इसी बात से लग सकता है कि पिछले 70 दिनों में सिरमौर जिला में जल शक्ति विभाग की 1250 स्कीमों में जीरो ब्रेकडाउन रहा. इस बीच अगर एक आध स्कीम कोई ठप्प भी हुई, तो उसे भी तुरंत रिपेयर कर दिया गया.

अहम बात यह भी है कि उठाऊ पेयजल योजनाओं की मशीनरी की भी मरम्मत सिरमौर जिला में नहीं होती. इसके लिए भी पड़ोसी राज्य हरियाणा का रुख करना पड़ता है. लॉकडाउन में अगर किसी स्कीम की मशीनरी में कोई दिक्कत भी आई, तो जिला प्रशासन के सहयोग से तुरंत परमिशन लेकर उसकी मरम्मत करवाई गई. लिहाजा मुश्किल की इस घड़ी में जल शक्ति विभाग के इस योगदान को नकारा नहीं जा सकता.

ईटीवी भारत से बातचीत में जल शक्ति विभाग नाहन सर्कल के अधीक्षण अभियंता जेएस चौहान ने बताया कि पानी सभी के लिए बेहद जरूरी है. विशेषकर इस कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान पानी की बहुत ज्यादा आवश्यकता पड़ी है. लिहाजा स्थिति को देखते हुए जल शक्ति विभाग जिला में लोगों को पानी मुहैया करवाने के पूरे प्रयास कर रहा है. जब से यह महामारी आई है, तब से विभाग के अधिकारी व कर्मचारी लगातार तत्परता से फील्ड में अपनी सेवाएं दे रहे हैं.

जेएस चौहान ने बताया कि जिला सिरमौर में जल शक्ति विभाग की 1250 योजनाएं हैं, जिनके माध्यम से सुचारू रूप से पेयजल की आपूर्ति की जा रही है. इनमे 498 उठाऊ पेयजल योजनाएं हैं. इन परिस्थितियों में उठाऊ पेयजल योजनाओं का रखरखाव करना बेहद ही मुश्किल कार्य था, क्योंकि इन योजनाओं की मशीनरी की मेंटेनेंस की सुविधा आसपास नहीं है. हरियाणा राज्य के यमुनानगर व नारायणगढ़ में पंपिंग मशीनरी की रिपेयर होती थी, जिसमें प्रशासन का काफी सहयोग मिला.

अधीक्षण अभियंता ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि जब से लॉकडाउन शुरू हुआ था, तब से अब तक सभी 1250 योजनाओं में जीरो ब्रेकडाउन रहा. तीन या चार स्कीमों में थोड़ी दिक्कत आई, लेकिन उन्हें भी समय रहते तुरंत ठीक कर दिया गया. उन्होंने बताया कि अब गर्मी का मौसम भी शुरू हो चुका है, जिसके चलते पानी की कमी भी आ जाती है. उसके बावजूद भी सभी स्कीमें सुचारू रूप से चल रही हैं. पूरा स्टाफ पूरी एहतियात के साथ कार्य कर रहा है.

ये भी पढ़ें: IGMC शिमला में कोरोना संदिग्ध महिला की मौत से हड़कंप , जांच के लिए भेजा गया सैंपल

नाहन: कोरोना के खिलाफ जंग में पिछले करीब 70 दिनों से सिरमौर जिला में जल शक्ति विभाग ने भी अपनी अहम भूमिका निभाई है. गर्मियों में पानी की आवश्यकता काफी अधिक बढ़ जाती है. ऐसे में जल शक्ति विभाग ने कोरोना महामारी के बीच अपनी जिम्मेदारी को बखूबी समझा और दिन-रात अपनी सेवाएं देकर बेहद ही जरूरी चीज को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की है.

दरअसल वैश्विक महामारी कोरोना के चलते मेडिकल, पैरामेडिकल, पुलिस व सफाई कर्मचारी फ्रंटलाइन में कोरोना वॉरियर्स के तौर पर लगातार अपनी सेवाएं दे रहे हैं. वहीं, इनके बीच एक गुमनाम कोरोना वॉरियर्स के तौर पर जल शक्ति विभाग भी अपनी सेवाएं दे रहा है.मुश्किल की इस घड़ी में संबंधित विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों की बेहतर सेवाओं को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.

वीडियो रिपोर्ट

जलशक्ति विभाग ने मुश्किल की इस घड़ी में किस तरह से अपनी जिम्मेदारी निभाई, इस बात का अंदाजा इसी बात से लग सकता है कि पिछले 70 दिनों में सिरमौर जिला में जल शक्ति विभाग की 1250 स्कीमों में जीरो ब्रेकडाउन रहा. इस बीच अगर एक आध स्कीम कोई ठप्प भी हुई, तो उसे भी तुरंत रिपेयर कर दिया गया.

अहम बात यह भी है कि उठाऊ पेयजल योजनाओं की मशीनरी की भी मरम्मत सिरमौर जिला में नहीं होती. इसके लिए भी पड़ोसी राज्य हरियाणा का रुख करना पड़ता है. लॉकडाउन में अगर किसी स्कीम की मशीनरी में कोई दिक्कत भी आई, तो जिला प्रशासन के सहयोग से तुरंत परमिशन लेकर उसकी मरम्मत करवाई गई. लिहाजा मुश्किल की इस घड़ी में जल शक्ति विभाग के इस योगदान को नकारा नहीं जा सकता.

ईटीवी भारत से बातचीत में जल शक्ति विभाग नाहन सर्कल के अधीक्षण अभियंता जेएस चौहान ने बताया कि पानी सभी के लिए बेहद जरूरी है. विशेषकर इस कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान पानी की बहुत ज्यादा आवश्यकता पड़ी है. लिहाजा स्थिति को देखते हुए जल शक्ति विभाग जिला में लोगों को पानी मुहैया करवाने के पूरे प्रयास कर रहा है. जब से यह महामारी आई है, तब से विभाग के अधिकारी व कर्मचारी लगातार तत्परता से फील्ड में अपनी सेवाएं दे रहे हैं.

जेएस चौहान ने बताया कि जिला सिरमौर में जल शक्ति विभाग की 1250 योजनाएं हैं, जिनके माध्यम से सुचारू रूप से पेयजल की आपूर्ति की जा रही है. इनमे 498 उठाऊ पेयजल योजनाएं हैं. इन परिस्थितियों में उठाऊ पेयजल योजनाओं का रखरखाव करना बेहद ही मुश्किल कार्य था, क्योंकि इन योजनाओं की मशीनरी की मेंटेनेंस की सुविधा आसपास नहीं है. हरियाणा राज्य के यमुनानगर व नारायणगढ़ में पंपिंग मशीनरी की रिपेयर होती थी, जिसमें प्रशासन का काफी सहयोग मिला.

अधीक्षण अभियंता ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि जब से लॉकडाउन शुरू हुआ था, तब से अब तक सभी 1250 योजनाओं में जीरो ब्रेकडाउन रहा. तीन या चार स्कीमों में थोड़ी दिक्कत आई, लेकिन उन्हें भी समय रहते तुरंत ठीक कर दिया गया. उन्होंने बताया कि अब गर्मी का मौसम भी शुरू हो चुका है, जिसके चलते पानी की कमी भी आ जाती है. उसके बावजूद भी सभी स्कीमें सुचारू रूप से चल रही हैं. पूरा स्टाफ पूरी एहतियात के साथ कार्य कर रहा है.

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Last Updated : Jun 2, 2020, 5:12 PM IST
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