कुल्लू: देश की राजधानी दिल्ली सहित कई राज्यों में इन दिनों हवा में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है. ऐसे में निचले इलाकों में कोहरे और दम घोंटने वाले प्रदूषण से बचने के लिए सैलानी पहाड़ों का रूप कर रहे हैं. शुद्ध हवा में सांस लेने के साथ-साथ प्राकृतिक सौंदर्य का दीदार करने के लिए दिल्ली सहित कई राज्यों से पर्यटक हिमाचल का रुख कर रहे हैं. ऐसे में कुल्लू, मनाली, डलहौजी और शिमला सहित प्रदेश के हिल स्टेशनों पर सैलानियों की भीड़ देखी जा रही है. वहीं, बात अगर पर्यटन नगरी मनाली की करें तो यहां हवा में प्रदूषण की मात्रा न के बराबर है.
जिला कुल्लू की पर्यटन नगरी मनाली की बात करें तो यहां पर वायु प्रदूषण ना के बराबर है. साफ हवा के लिए सैलानी अब कुल्लू-मनाली का रख कर रहे हैं. राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एयर क्वालिटी इंडेक्स में इस बात का खुलासा हुआ है. हिमाचल की राजधानी शिमला, धर्मशाला और सुंदरनगर की भी एयर क्वालिटी काफी बेहतर है. इसके अलावा ऊना, पांवटा साहिब में भी हालत संतोषजनक है. वहीं, कालाअंब एयर क्वालिटी इंडेक्स में मध्यम स्थित पर है.
पर्यटन नगरी मनाली की बात करें तो नवंबर महीने में यहां लगभग पूरी तरह से एयर क्वालिटी इंडेक्स में काफी बेहतर स्थिति में रही. प्रदूषण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 1, 2 नवंबर संतोषजनक रहे थे. जबकि 3 से 8 नवंबर के दिन भी स्थिति में थे. 9 और 10 नवंबर को हल्का सा प्रभाव पड़ा था. जबकि 11 से 24 नवंबर तक फिर मनाली एयर क्वालिटी में अच्छा बदलाव में आया. लिहाजा, नवंबर के महीने में पर्यटन नगरी मनाली एयर क्वालिटी में गुड स्थिति में रही. जबकि शिमला नवंबर महीने में पांच दिनों में ही अच्छी हालत में रहा. बाकी दिनों में शिमला क्षेत्र की एयर क्वालिटी संतोषजनक स्थिति में थी.
धर्मशाला की एयर क्वालिटी नवंबर महीने में तीन दिन बेहतर स्थिति में रही. बाकी दिनों में एयर क्वालिटी संतोषजनक रही. सुंदरनगर की बात करें तो यहां पर नवंबर महीने में छह दिन एयर क्वालिटी इंडेक्स अच्छी स्थिति में रही. जबकि बाकी दिन एयर क्वालिटी वैल्यू संतोषजनक रही.
वायु गुणवत्ता सूचकांक विशेष मामले (एयर क्वालिटी इंडेक्स पर्टिकुलर मैटर) की बात करें तो 0 से 50 गुड, 51-100 संतोषजनक, 101- 200 मध्यम, 201-300 खराब, 301- 400 काफी खराब और 400 गंभीर होती है. लिहाजा, हिमाचल में एयर क्वालिटी इंडेक्स वैल्यू गंभीर नहीं है. पर्यटन नगरी मनाली की वायु गुणवत्ता लगभग नवंबर महीने में 30 एक्यूआई दर्ज की गई.
प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी सुनील शर्मा ने कहा, "मनाली की वायु गुणवत्ता नवंबर महीने में लगभग 30 एक्यूआई बनी रही. कुछ दिन यह हालत संतोषजनक थी. स्थानीय लोगों से अपील है कि वे जंगलों में आग न लगाएं, जिससे यहां की एयर क्वालिटी इंडेक्स वैल्यू हर समय गुड रह सकेगी".
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