नाहन: केंद्र सरकार के साथ मिलकर राज्य सरकार जल शक्ति अभियान के लिए काम कर रही है, ताकि जिन स्थानों पर भूमिगत जल स्तर घटा है, उन क्षेत्रों में पानी के स्तर को बढ़ाया जा सके. इसी के चलते आईपीएच विभाग द्वारा प्राचीन बावड़ियों को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए योजना तैयार की जा रही है.
दरअसल आईपीएच मंडल नाहन के तहत लगभग 683 प्राचीन बावड़ियां हैं, जो कि देख रेख के अभाव में दम तोड़ रही हैं. ऐतिहासिक शहर नाहन में भी कई प्राचीन बावड़ियां मौजूद हैं, जो गर्मियों में लोगों के लिए वरदान साबित होती हैं. ऐसे में आईपीएच विभाग ने प्राचीन बावड़ियों को संवारने का जिम्मा उठाया है. जल शक्ति अभियान के तहत इन बावड़ियों को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए आईपीएच विभाग कड़ी मेहनत कर रहा है.
आईपीएच नाहन मंडल के एक्सईएन मनदीप गुप्ता ने बताया कि ये प्राचीन बावड़ियां गर्मी के दिनों में बहुत उपयोगी साबित होती हैं. पेयजल किल्लत के समय में इन बावड़ियों से भी लोग पानी भरते हैं लेकिन वर्तमान में यह बावड़ियां प्रदूषीत हो गई हैं.
ये भी पढ़े चाकू की नोक पर की थी छीनाझपटी, आरोपी एक हफ्ते बाद चढ़े पुलिस के हत्थे
इसके लिए विभाग ने जल शक्ति अभियान के तहत एक सुझाव प्लान तैयार किया है कि इन बावड़ियों को प्रदूषण मुक्त किया जाए. इसके लिए ब्लॅाक ऑफिस नाहन से भी चर्चा की जा रही है, ताकि जिला में सभी बावड़ियों को प्रदूषण मुक्त किया जा सके. इसके लिए आम जनता को भी जागरूक होना चाहिए.