नाहन: शहर का हाल बयां करती ये तस्वीरें नाहन नगर परिषद की लापरवाही का सबूत हैं. शौचालयों में गंदगी का अंबार साफ देखा जा सकता. कोई नजरअंदाज भी करना चाहे तो न कर पाए. इन्हें देखकर ये ख्याल भी आता है कि शौचालयों के इस हालत में होने से तो बहतर था कि शौचालय बनाए ही नहीं जाते.
शौचालयों के सुधार के लिए किया जा रहा काम: एसडीओ
नगर परिषद नाहन के एसडीओ ई. परवेज इकबाल ने कहा कि नगर परिषद शौचालयों के सुधार की ओर अग्रसर है. हाल ही में माल रोड पर एक आधुनिक सुविधाओं से लैस पुरुष-महिला शौचालय का निर्माण किया गया है. उन्होंने कहा कि नगर परिषद 1 किमी के दायरे में शौचालयों के निर्माण के प्रयास कर रही है.
लोगों के असहयोग से हो रही है परेशानी: एसडीओ
नगर परिषद ने 16 शौचालय बनवाए गए हैं लेकिन अब दिक्कत ये आ रही है कि इन शौचालयों का रख-रखाव नहीं हो पा रहा है. एसडीओ नगर परिषद नाहन का कहना है कि लोगों की वजह से भी उन्हें मेंटेनेंस में परेशानी हो रही है. लोग अक्सर यूरिनल पॉट्स और पानी के नल तोड़ देते हैं. उन्होंने शहरवासियों से ऐसे शरारती तत्वों की सूचना नगर परिषद को देने की अपील की है.
16 में से सिर्फ 3 जगह महिला शौचालय की व्यवस्था
शौचालयों की हालत इतनी खराब है कि यूरिनल पॉट्स टूटे-फूटे हैं और दरवाजे भी नहीं हैं. इसके अलावा शौचालय की सबसे बुनियादी आवश्यकता पानी तक की व्यवस्था नहीं है. पानी की पाइपें भी गायब हैं. हैरान करने वाली बात ये है कि 16 शौचालयों में से सिर्फ दिल्ली गेट, मॉल रोड और रानीताल में ही महिलाओं के लिए शौचालय की व्यवस्था है.
नहीं किया जा रहा शौचालयों का रख-रखाव: नागरिक सभा अध्यक्ष
नागरिक सभा नाहन के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह का कहना है शहर में बने पुरुष शौचालयों की हालत बेहद दयनीय है. इनका रखरखाव नहीं किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि राजा-महाराजाओं के समय से शहर में कई शौचालय मौजूद हैं लेकिन अब धीरे-धीरे उन्हें कई समस्याओं के चलते खत्म किया जा रहा है. ऐसा नहीं होना चाहिए बल्कि समाधान निकाल कर इनका पुनर्निर्माण करवाया जाना चाहिए.
ये भी पढ़ें: हिमाचल और हरियाणा से पानी की आपूर्ति की मांग पर कोर्ट नाराज, कहा-ब्लैकमेलर आ जाते हैं कोर्ट