पांवटा साहिब: गर्मी की मौसम में प्रदेश में अग्निकांड की घटनाएं बढ़ती ही जा रही हैं. एसी ही घटना पांवटा साहिब के पीपलीवाला पंचायत से भी सामने आई है. जहां पर डेढ़ सौ बीघा भूमि में गेहूं की फसल तहस-नहस हो गई है. गांव के जनप्रतिनिधियों द्वारा व अग्निशमन विभाग के कड़ी मशक्कत के बाद आग बुझाने में कामयाब हो गए हैं. खेतों में लगी आग के चलते किसानों को काफी नुकसान हो गया. कई किसानों के 2 किलोमीटर के दायरे में खड़ी और कटी हुई गेहूं की फसल पूरी तरह जल कर राख हो गई.
पांवटा के किसानों आर्थिकी की गेहूं पर निर्भर
पांवटा साहिब में गेहूं की पैदावार सबसे ज्यादा की जाती है. इस क्षेत्र के किसानों की आर्थिकी गेहूं की फसल पर ही निर्भर रहती है. एसे में आए दिन प्रदेश में अग्निकांड की घटनाएं किसानों के लिए बड़ी परेशानी बन रही है. भले ही प्रशासन की ओर से अग्निकांड के मामलों पर रोकथाम लगाने के लिए कई प्रयास कर रहे हैं लेकिन धरातल पर सभी योजनाएं असफल साबित हो रही हैं. पीपलीवाला पंचायत में गेहूं की पकी हुई फसल व गवाही किए हुए भूसा भी जलकर राख हो गए हैं. जिसके चलते किसानों की परेशानी बढ़ गई है.
क्या कहते हैं अग्निशमन विभाग के अधिकारी
वहीं, अग्निशमन विभाग अधिकारी मदन कुमार ने कहा कि सूचना मिलते ही अग्निशमन की टीम मौके पर पहुंची. आग इतनी भयानक थी कि आग पर काबू पाना काफी मुश्किल हो गया था. गनीमत यह रही कि किसी भी प्रकार का जानी नुकसान नहीं हुआ. उन्होंने कहा कि गेहूं की सूखी फसल होने की वजह से गांव में आग ज्यादा बढ़ गई थी जिसके चलते गांव में भी खतरा मंडरा गया था. अग्निशमन की टीम को आग बुझाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी.
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