नाहन: सिरमौर के पांवटा साहिब दून क्षेत्र में बढ़ते तापमान के साथ-साथ बिजली विभाग की लापरवाही भी किसानों पर तांडव कर रही है. बिजली की तारों से निकली चिंगारियां खेतों में लगी गेहूं की फसलों को आग की भेंट चढ़ा रही हैं.
पिछले 3 दिनों में कई घटनाएं सामने आने के बाद आज एक बार फिर खेतों में खड़ी गेहूं की फसलों पर अग्नि देव ने ऐसा तांडव मचाया जिससे कई बीघा फसल जलकर राख हो गई.
जानकारी के अनुसार पिछले चार दिनों में पांवटा दून क्षेत्र में लगभग 120 बीघा खेतों में गेहूं की फसल आग की भेंट चढ़ गई है. गेहूं के खेत जलने का ये क्रम पिछले 4 दिनों से जारी है और अभी तक लगभग 10 से 15 लाख की गेहूं आग की भेंट चढ़ चुकी है.
दरअसल पांवटा दून क्षेत्र में पारा चढ़ने के साथ ही खेतों में खड़ी किसानों की उम्मीदें भी स्वाह हो रही हैं. यहां रोज गेहूं के खेतों में आग लगने की घटनाएं हो रही हैं. अधिकतर घटनाओं में बिजली के तारों में होने वाली स्पार्किंग आग लगने की बात उभर कर आ रही है. रोज बढ़ रही घटनाओं को देखते हुए पांवटा दून क्षेत्र के किसान फसल की आग से सुरक्षा को लेकर परेशान हैं.
कई किसानों की आजीविका का एक मात्र साधन गेहूं पूरी तरह से जल कर राख हो चुका है. पिछले चार दिनों में ही गेहूं जलने से किसानों को 10 से 15 लाख का नुकसान हो चुका है, लेकिन न तो बिजली विभाग ने आगजनी की घटनाएं रोकने के लिए कोई कदम उठाया है और न ही किसान अपने खेतों को आग से बचा पा रहे हैं.
किसानों का कहना है कि खेतों में आग लगने की अधिकतर घटनाओं का कारण बिजली के तार हैं. दरअसल खेतों के उपर नजदीक से गुजर रही तारों में स्पार्किंग की चिंगारियां सूखी गेहूं पर गिर रही हैं, जिससे गेहूं आग पकड़ रही है. तेज हवाओं के कारण सूखी गेहूं की आग इतनी तेजी से फैलती है कि उसे बुझाना लगभग ना मुमकिन होता है. किसान बताते हैं कि तारों से गेहूं के खेतों को खतरे के बारे में कई बार विभाग के अधिकारियों को बताया जा चुका है, लेकिन विभाग कोई कार्रवाई नहीं करता, जिससे हर साल लाखों की गेहूं आग की भेंट चढ़ जाती है.
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