नाहन: सोलन जिला के उपमंडल धर्मपुर के किसानों का एक दल सिरमौर जिला में प्राकृतिक खेती के टिप्स लेने के लिए पहुंचा. 25 किसानों के इस दल ने जिला में सुभाष पालेकर खेती से संबंधित प्रशिक्षण हासिल किया. कृषि विभाग द्वारा किसानों को प्राप्ति खेतों में ले जाकर उन्नतशील किसानों से रूबरू करवाया गया, ताकि इस खेती को बढ़ावा मिल सके. साथ ही किसानों की आर्थिक स्थिति भी और अधिक सुदृढ़ हो सके.
इस दौरान किसानों के दल ने नाहन व पांवटा साहिब विकास खंडों के विभिन्न क्षेत्रों में दौरा किया और प्राकृतिक मिश्रित खेती के बारे में जाना. दरअसल किसानों को कृषि क्षेत्र में सुविधाएं देने के उद्देश्य से सरकार अनेक कार्यक्रम चला रही है. आज कृषि को रसायन मुक्त बनाने के भी कार्यक्रम चल रहे हैं. इसी में से एक सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती भी है. इस प्राकृतिक खेती में गोमूत्र और गोबर के प्रयोग से प्राकृतिक रूप से फसलें तैयार की जा रही है.
कृषि विभाग द्वारा सिरमौर जिला में प्राकृतिक खेती को लेकर विशेष प्रयास किए गए हैं. कृषि विभाग आत्मा प्रोजेक्ट अधिकारी रमेश चंद ने बताया कि प्राकृतिक खेती किसानों की आमदनी के लिए अति आवश्यक है और सिरमौर में कई किसान इससे लाभ लाभान्वित हो रहे हैं. सोलन से आए किसानों के दल को सुभाष पालेकर प्राकृतिक खेती बारे में बताया गया है. उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि संबंधित किसान अपने-अपने खेतों में जाकर इस तरह की प्राकृतिक खेती अपनाएंगे.
प्रोजेक्ट अधिकारी रमेश चंद सोलन से सिरमौर पहुंचे किसानों में प्राकृतिक खेती को लेकर खासा उत्साह नजर आया और वह यहां के उन्नतशील किसानों की मिश्रित खेती को लेकर काफी उत्सुक दिखाई दिए. किसानों का कहना था कि वह भी अपने खेतों में जाकर इसी तरह की खेती करेंगे. यह खेती बहुत लाभदायक हैं और इससे किसानों को बहुत लाभ मिलेगा. उनका रसायनों का खर्चा भी समाप्त हो जाएगा.
कुल मिलाकर सोलन के किसान सिरमौर जिला में प्राकृतिक खेती को देख खासे प्रभावित नजर आया. अब देखना यह होगा कि इस भ्रमण के बाद संबंधित किसान इस दिशा में कितनी कामयाबी हासिल करते हैं.
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