पांवटा साहिबः उपमंडल में मंगलवार ई-रिक्शा यूनियन के प्रतिनिधिमंडल पांवटा एसडीएम विवेक महाजन से मिला और इनके माध्यम से प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर को ज्ञापन भेजा. ई-रिक्शा चालकों की मांग है कि ई-रिक्शा चालक कोरोना के कारण उनकी आर्थिक स्थिति काफी कमजोर हो गई है ऐसे में घर का खर्चा निकालना भी मुश्किल हो गया है. इसको लेकर उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि कोरोना कर्फ्यू खोलने के टाइम पर ई-रिक्शा रिक्शा चलाने की छूट दी जाए. जिससे कि वह अपना रोजी-रोटी का खर्च चला सकें.
कोरोना कर्फ्यू खोलने के टाइम पर ई-रिक्शा चलाने की दी जाए छूट
ई-रिक्शा प्रधान नवाब खान ने कहा कि कोरोना महामारी के चलते लंबे समय से लॉकडाउन रहा है. ई-रिक्शा चालकों की व्यवस्थाएं पूरी तरह ठप हो गई हैं. ऐसे में प्रशासन की ओर से ई-रिक्शा चालक को ई-रिक्शा 26 मई से 31 मई तक बंद करने की अनुमति दी गई थी.
उन्होंने बताया कि प्रशासन की ओर से बाजारों को 9 बजे से 2 बजे तक खोलने की अनुमति दी गई है. उन्होंने ज्ञापन में मांग की है कि ई-रिक्शा चालकों को भी कोरोना कर्फ्यू खोलने के टाइम में ई-रिक्शा चलाने की छूट दी जाए, ताकि वह अपना रोजी रोटी का खर्च चला सकें.
20-20 ई-रिक्शा चलाने की दी जाए अनुमति
ई-रिक्शा प्रधान ने बताया कि पहले ही वह ई-रिक्शा की फाइनेंस की किस्त लॉकडाउन के चलते चुकाने में असमर्थ हैं. उन्होंने कहा कि बद्रीपुर, तारुवाला, विश्वकर्मा चौक, परशुराम चौक और मेन बाजार इन जगहों पर 20-20 ई-रिक्शा चलाने की अनुमति दी जाए ताकि ई-रिक्शा चालक काम कर सकें और अपने घर का गुजर बसर कर सकें.
ई-रिक्शा चालकों के सुझाव पर अमल करने की जाएगी कोशिश
वहीं, इस बारे पांवटा साहिब के एसडीएम विवेक महाजन ने बताया कि ई रिक्शा चालकों की ओर से एक ज्ञापन दिया गया है, जिसको प्रदेश सरकार तक भेज दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि ई-रिक्शा चालकों की ओर से जो सुझाव दिया गया है उस पर अमल करने की कोशिश की जाएगी.
ये भी पढ़ेंः- पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह की हालत स्थिर, फिलहाल IGMC में हैं भर्ती