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झकण्ड़ो पंचायत में विकासात्मक कार्यों का होगा निरीक्षण, BDO ने ग्रामीणों को दिया आश्वासन

स्थानीय पंचायत प्रधान ने लाखों रुपये की स्कीम केवल खुद के लिये बनाई है. स्थानीय लोगों की माने तो कहते हैं कि जितनी बार शिकायतें की गई हैं. उतनी बार पंचायत प्रधान, सचिव, तकनीकी सहायक उन पर स्थानीय नेताओं व परिजनों द्वारा  चुप रहने का दबाव बनाते हैं.

कवंर तनम्य
कवंर तनम्य
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Published : Sep 25, 2020, 2:14 PM IST

Updated : Sep 25, 2020, 2:28 PM IST

शिलाई: विकास खंड की ग्राम पंचायत झकण्ड़ो मे हुए मनरेगा समेत विभिन्न मदों में गड़बड़ी की जांच करने के लिए विभागीय टीम मौके का निरीक्षण करेगी. लगातार आ रही शिकायतों के बाद विभाग ने पंचायत पर जांच बिठाई है.

जानकारी के मुताबिक झकण्ड़ो पंचायत में हुए विकासात्मक कार्यों में सरकारी धन का दुरुपयोग व मौके पर घाटिया सामग्री का इस्तेमाल करने के आरोप लगते आए हैं. इतना ही नहीं प्रधान ने अपने गांव के 200 मीटर दायरे में चार पेयजल टैंक बनवाए हैं जबकी पंचायत के अन्य कई गांव में स्कीम तो दूर प्रतिनिधि व कर्मचारी भी नहीं पहुंच रहे हैं. शिकायत यह भी है कि अधिकतर कार्यों में सुरक्षा दीवारें, टैंक, भूमि सुधार, सार्वजनिक पेयजल टैंक, लिंक रोड, गलियां और रास्ते पक्के करना ऐसे कई कार्य हैं जो मात्र कागजों में हुए हैं.

वीडियो

स्थानीय पंचायत प्रधान ने लाखों रुपये की स्कीम केवल खुद के लिये बनाई है. स्थानीय लोगों की माने तो कहते हैं कि जितनी बार शिकायतें की गई हैं. उतनी बार पंचायत प्रधान, सचिव, तकनीकी सहायक उन पर स्थानीय नेताओं व परिजनों द्वारा चुप रहने का दबाव बनाते हैं.

ग्रामीणों ने विभाग से अपील की है कि निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों पर विभागीय कार्रवाई की जानी चाहिए. विकास खंड अधिकारी शिलाई कवंर तनम्य ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि झकण्ड़ो पंचायत में विकास कार्यों मे धांधली व सरकारी धन के दुरुपयोग की शिकायतें उन्हें मिली हैं. पंचायत की हर विकासात्मक स्कीम का निरिक्षण किया जाएगा और जो कार्य सिर्फ कागजों में प्रदर्शित किया गया है उसका खाका तैयार कर अधिकारियों को भेजा जाएगा.

शिलाई: विकास खंड की ग्राम पंचायत झकण्ड़ो मे हुए मनरेगा समेत विभिन्न मदों में गड़बड़ी की जांच करने के लिए विभागीय टीम मौके का निरीक्षण करेगी. लगातार आ रही शिकायतों के बाद विभाग ने पंचायत पर जांच बिठाई है.

जानकारी के मुताबिक झकण्ड़ो पंचायत में हुए विकासात्मक कार्यों में सरकारी धन का दुरुपयोग व मौके पर घाटिया सामग्री का इस्तेमाल करने के आरोप लगते आए हैं. इतना ही नहीं प्रधान ने अपने गांव के 200 मीटर दायरे में चार पेयजल टैंक बनवाए हैं जबकी पंचायत के अन्य कई गांव में स्कीम तो दूर प्रतिनिधि व कर्मचारी भी नहीं पहुंच रहे हैं. शिकायत यह भी है कि अधिकतर कार्यों में सुरक्षा दीवारें, टैंक, भूमि सुधार, सार्वजनिक पेयजल टैंक, लिंक रोड, गलियां और रास्ते पक्के करना ऐसे कई कार्य हैं जो मात्र कागजों में हुए हैं.

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स्थानीय पंचायत प्रधान ने लाखों रुपये की स्कीम केवल खुद के लिये बनाई है. स्थानीय लोगों की माने तो कहते हैं कि जितनी बार शिकायतें की गई हैं. उतनी बार पंचायत प्रधान, सचिव, तकनीकी सहायक उन पर स्थानीय नेताओं व परिजनों द्वारा चुप रहने का दबाव बनाते हैं.

ग्रामीणों ने विभाग से अपील की है कि निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों पर विभागीय कार्रवाई की जानी चाहिए. विकास खंड अधिकारी शिलाई कवंर तनम्य ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि झकण्ड़ो पंचायत में विकास कार्यों मे धांधली व सरकारी धन के दुरुपयोग की शिकायतें उन्हें मिली हैं. पंचायत की हर विकासात्मक स्कीम का निरिक्षण किया जाएगा और जो कार्य सिर्फ कागजों में प्रदर्शित किया गया है उसका खाका तैयार कर अधिकारियों को भेजा जाएगा.

Last Updated : Sep 25, 2020, 2:28 PM IST
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