सिरमौर/शिलाई: जिला सिरमौर के ग्रामीण क्षेत्रों में 15 वर्ष से अधिक आयु के 19,918 अशिक्षित लोगों को पढ़ना लिखना अभियान के तहत शिक्षित किया जाएगा. यह अभियान एक अप्रैल से लेकर 15 मई, 2021 तक चलाया जाएगा. यह जानकारी उपायुक्त सिरमौर डॉ. आरके परुथी ने पढ़ना लिखना अभियान के तहत जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण की पहली बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी.
इस बैठक में बताया गया कि अभियान के तहत जिला के 9 शिक्षा खंडो में 19,918 अशिक्षित लोग जिनमें 6,562 पुरूष और 13,356 महिलाएं शामिल हैं इन्हें शिक्षित करने के लिए लगभग 26 लाख रुपये के बजट का प्रावधान किया है. जिसमें ददाहू में 2545, राजगढ़ में 2024, बकरास में 2815, कफोटा में 3810, नाहन में 1391, नारग में 313, नोहराधार में 1303, शिलाई में 3937 और सुरला में 1780 लोग शामिल हैं. इन 19,918 लोगों का चयन 2011 जनगणना के आधार पर किया गया है.
ये लोग करेंगे सेवा
इस अभियान के तहत 1,992 स्वयं सेवक शिक्षक जिनमें सरकारी स्कूल के शिक्षक, छात्र, सेवानिवृत कर्मचारी या एनसीसी, एनएसएस के स्वयं सेवक अशिक्षित लोगों को पढ़ाने का कार्य करेंगे. जिसके लिए उस पंचायत में उपलब्ध सरकारी व निजी स्कूल, पंचायत घर या अन्य उपयुक्त स्थल का चयन कर कक्षाएं प्रारम्भ की जाएंगी. हर एक स्वयं सेवक शिक्षक को 10 अनपढ़ लोगों को पढ़ाने का दायित्व दिया जाएगा.
सेवाएं देने वालों को दी जाएगी ये राशि
इसके लिए स्वय सेवक शिक्षकों को 50 रुपये प्रति व्यक्ति को पढ़ाने का मेहनताना दिया जाएगा. स्वयं सेवक शिक्षक को 10 रुपये प्रति व्यक्ति अन्य रचनात्मक गतिविधियों के लिए दिया जाएगा. पढ़ने वाले हर व्यक्ति को 40 रुपये की राशि की लेखन सामग्री खण्ड प्रारम्भिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से मुहैया करवाई जाएगी.
डीसी सिरमौर ने जारी किए आदेश
इस बैठक में उपायुक्त सिरमौर ने इस अभियान के सफल संचालन के लिए निगरानी करने के लिए पंचायत प्रधानों को अधिकृत करने के निर्देश दिए. उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि अभियान का लाभ चिन्हित सभी लोगों को मिले. इस बैठक के दौरान उप निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा दया राम भोगल ने उपायुक्त का स्वागत किया और इस अभियान की विस्तृत जानकारी पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुत की. इस बैठक में जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण के अन्य सदस्य मौजूद थे.
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