पांवटा साहिबः नगर परिषद पांवटा साहिब के उपाध्यक्ष व अध्यक्षा के पति का एक वीडियो वायरल हो रहा है. आरोप है कि वीडियो में दोनों किसी ठेकेदार से पैसों के लेनदेन को लेकर बात कर रहे हैं.वायरल वीडियो शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है.
जानकारी के अनुसार नगर परिषद की ओर से एक सफाई ठेकेदार को पांवटा साहिब के वार्डों में सफाई का ठेका आवंटित किया गया था. आरोप है कि टेंडर में नगरपालिका के उपाध्यक्ष व अध्यक्षा के पति ने सफाई के ठेके में अपनी कमीशन फिक्स कर दी थी.
उपाध्यक्ष व अध्यक्षा के पति कमीशन फिक्स करने के बाद हर महीने ठेकेदार से 15 हजार की मांग कर रहे थे. जिसके बाद नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन के इशारे पर ठेकेदार ने रिश्वत देते हुए नगर परिषद उपाध्यक्ष व अध्यक्षा के पति का एक वीडियो बना लिया.
बताया जा रहा है कि नगर परिषद के पूर्व चेयरमैन ने भी वीडियो के जरिए अपनी मांगें मनवाने का दबाव बनाया था. मांगें न मानने पर 15 दिन बाद ये वीडियो वायरल किया गया है. वीडियो को लेकर क्षेत्र में चर्चाओं का माहौल गर्म है. हलांकि ईटीवी भारत हिमाचल प्रदेश इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
वहीं, इस मामले में उपाध्यक्ष का कहना है कि यह सारी साजिश नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन ने अपनी कुछ अनैतिक मांगें पूरी करवाने के लिए वायरल की हैं. उपाध्यक्ष ने आरोप लगाते हुए कहा कि पूर्व चेयरमैन ने एक दुकान पर अवैध कब्जा किया हुआ है और उन्हें बदनाम करने के लिए यह सारी साजिश रची गई है.
वहीं, इस मामले में नगरपालिका के ईओ का कहना है कि अगर मामले में कोई दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
डीएसपी विजिलेंस तेजेंद्र सिंह का कहना है कि खाली वीडियो वायरल होने से विजिलेंस कोई कार्रवाई नहीं कर सकती. शिकायत दर्ज होने के बाद जांच पड़ताल में पाया गया कि वीडियो काफी पुराना है. इसलिए शिकायतकर्ता को पैसे देने के 1 हफ्ते के अंदर ही शिकायत करनी पड़ती है. उसके बाद विजिलेंस विभाग जांच कर सकता है.