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कोरोना योद्धा राम सिंह बिना छुट्टी दे रहे सेवाएं, 17 संक्रमित शवों को पहुंचाया शमशान घाट

सिरमौर जिला में भी एकमात्र ऐसा एंबुलेंस का चालक हैं, जोकि अब तक बिना किसी छुट्टी के जहां अपनी लगातार सेवाएं दे रहा है. राम सिंह कोरोना से संक्रमित पार्थिव शरीरों को भी सम्मान सहित अंतिम सफर तक पहुंचाने में लगातार जुटे हुए है.

Ram Singh
राम सिंह
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Published : Oct 26, 2020, 12:25 PM IST

Updated : Oct 26, 2020, 2:36 PM IST

नाहन: वैश्विक महामारी कोरोना से पूरी दुनिया सहित देश व प्रदेश भी त्रस्त है. एक ओर जहां कोरोना की जंग में फ्रंटलाइन योद्धा दिन रात अपने काम में जुटे हुए हैं. वहीं, सिरमौर जिला में भी एकमात्र ऐसा एंबुलेंस का चालक हैं, जोकि अब तक बिना किसी छुट्टी के जहां अपनी लगातार सेवाएं दे रहा है. साथ ही कोरोना से संक्रमित पार्थिव शरीरों को भी सम्मान सहित अंतिम सफर तक पहुंचाने में लगातार जुटे हुए हैं.

राम सिंह नाहन में रोगी कल्याण समिति की एंबुलेंस के चालक हैं. मेडिकल कॉलेज में भी अक्सर दीन दुखियों की मदद करते हुए इस शख्स को देखा जा सकता है, लेकिन कोरोना काल में राम सिंह की सेवाएं सराहनीय है. संक्रमण से मौत के बाद पार्थिव शरीरों को विभिन्न अस्पतालों से कोविड प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार के लिए श्मशानघाट तक पहुंचाने का जिम्मा राम सिंह बखूबी निभा रहे हैं.

वीडियो

जिला सिरमौर में अब तक 17 संक्रमित शवों को राम सिंह अस्पतालों से श्मशानघाट तक पहुंचा चुके हैं, जहां कोविड प्रोटोकॉल के तहत शव का अंतिम संस्कार किया जाता है. कभी शिमला, कभी सराहां, कभी मेडिकल कॉलेज नाहन, तो कभी चंडीगढ़ इत्यादि. सभी जगहों से जिला के विभिन्न क्षेत्रों से ताल्लुक रखने वाले मृतकों के शवों को राम सिंह ने ही अंतिम सफर तक पहुंचाया है. यही नहीं लॉकडाउन के दौरान भी संक्रमित लोगों को राम सिंह ने अस्पतालों तक पहुंचाया था.

राम सिंह को उनके काम के लिए इस बार स्वतंत्रता दिवस पर जिला प्रशासन ने सम्मानित भी किया. वहीं, आज भी एंबुलेंस चालक राम सिंह इस काम में जुटे हुए हैं और पूरे कोरोना प्रोटोकॉल के साथ अपने काम को बखूबी अंजाम दे रहे हैं.

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए रेडक्रॉस सोसायटी के एंबुलेंस चालक राम सिंह ने कहा कि कोरोना काल में उन्होंने छुट्टी नहीं ली है. इस बीच कई बार उन्होंने अपना टेस्ट भी करवाया, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई हैं.

राम सिंह ने बताया कि एक महीने पहले तक उन्होंने काफी संक्रमित मरीजों को भी अस्पताल पहुंचाया. उन्होंने कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है. सावधानी बरतने पर इससे बचाव हो सकता है.

वहीं, इस पर डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने बताया कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति के अंतिम संस्कार के प्रोटोकॉल अलग से है. इस काम के लिए कोई भी आगे नहीं आ रहा है. लिहाजा, प्रशासन के पास रेडक्रॉस में मौजूद एंबुलेंस चालक राम सिंह ही इन सभी दायित्वों को बखूबी निभा रहे हैं. हर केस में राम सिंह को पे भी कर रहे हैं. कोरोना काल में राम सिंह का सहयोग बेहद सराहनीय है, क्योंकि संक्रमित डेडबॉडी के लिए कभी शिमला, सराहां तो कभी चंडीगढ़ जा रहे हैं.

कुल मिलाकर कोरोना काल में राम सिंह की सेवाएं सराहनीय है और उनके इस दायित्व की न केवल जिला प्रशासन बल्कि आम व्यक्ति भी खूब प्रशंसा कर रहा है.

ये भी पढ़ें: PMO कॉफी टेबल बुक में लहराएगा सिरमौर का परचम, पॉली ब्रिक्स पर लिखा जाएगा आर्टिकल

नाहन: वैश्विक महामारी कोरोना से पूरी दुनिया सहित देश व प्रदेश भी त्रस्त है. एक ओर जहां कोरोना की जंग में फ्रंटलाइन योद्धा दिन रात अपने काम में जुटे हुए हैं. वहीं, सिरमौर जिला में भी एकमात्र ऐसा एंबुलेंस का चालक हैं, जोकि अब तक बिना किसी छुट्टी के जहां अपनी लगातार सेवाएं दे रहा है. साथ ही कोरोना से संक्रमित पार्थिव शरीरों को भी सम्मान सहित अंतिम सफर तक पहुंचाने में लगातार जुटे हुए हैं.

राम सिंह नाहन में रोगी कल्याण समिति की एंबुलेंस के चालक हैं. मेडिकल कॉलेज में भी अक्सर दीन दुखियों की मदद करते हुए इस शख्स को देखा जा सकता है, लेकिन कोरोना काल में राम सिंह की सेवाएं सराहनीय है. संक्रमण से मौत के बाद पार्थिव शरीरों को विभिन्न अस्पतालों से कोविड प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार के लिए श्मशानघाट तक पहुंचाने का जिम्मा राम सिंह बखूबी निभा रहे हैं.

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जिला सिरमौर में अब तक 17 संक्रमित शवों को राम सिंह अस्पतालों से श्मशानघाट तक पहुंचा चुके हैं, जहां कोविड प्रोटोकॉल के तहत शव का अंतिम संस्कार किया जाता है. कभी शिमला, कभी सराहां, कभी मेडिकल कॉलेज नाहन, तो कभी चंडीगढ़ इत्यादि. सभी जगहों से जिला के विभिन्न क्षेत्रों से ताल्लुक रखने वाले मृतकों के शवों को राम सिंह ने ही अंतिम सफर तक पहुंचाया है. यही नहीं लॉकडाउन के दौरान भी संक्रमित लोगों को राम सिंह ने अस्पतालों तक पहुंचाया था.

राम सिंह को उनके काम के लिए इस बार स्वतंत्रता दिवस पर जिला प्रशासन ने सम्मानित भी किया. वहीं, आज भी एंबुलेंस चालक राम सिंह इस काम में जुटे हुए हैं और पूरे कोरोना प्रोटोकॉल के साथ अपने काम को बखूबी अंजाम दे रहे हैं.

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए रेडक्रॉस सोसायटी के एंबुलेंस चालक राम सिंह ने कहा कि कोरोना काल में उन्होंने छुट्टी नहीं ली है. इस बीच कई बार उन्होंने अपना टेस्ट भी करवाया, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई हैं.

राम सिंह ने बताया कि एक महीने पहले तक उन्होंने काफी संक्रमित मरीजों को भी अस्पताल पहुंचाया. उन्होंने कहा कि कोरोना से डरने की जरूरत नहीं है. सावधानी बरतने पर इससे बचाव हो सकता है.

वहीं, इस पर डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने बताया कि कोरोना संक्रमित व्यक्ति के अंतिम संस्कार के प्रोटोकॉल अलग से है. इस काम के लिए कोई भी आगे नहीं आ रहा है. लिहाजा, प्रशासन के पास रेडक्रॉस में मौजूद एंबुलेंस चालक राम सिंह ही इन सभी दायित्वों को बखूबी निभा रहे हैं. हर केस में राम सिंह को पे भी कर रहे हैं. कोरोना काल में राम सिंह का सहयोग बेहद सराहनीय है, क्योंकि संक्रमित डेडबॉडी के लिए कभी शिमला, सराहां तो कभी चंडीगढ़ जा रहे हैं.

कुल मिलाकर कोरोना काल में राम सिंह की सेवाएं सराहनीय है और उनके इस दायित्व की न केवल जिला प्रशासन बल्कि आम व्यक्ति भी खूब प्रशंसा कर रहा है.

ये भी पढ़ें: PMO कॉफी टेबल बुक में लहराएगा सिरमौर का परचम, पॉली ब्रिक्स पर लिखा जाएगा आर्टिकल

Last Updated : Oct 26, 2020, 2:36 PM IST
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