नाहन: जिला सिरमौर का रेणुका बांध परियोजना का काम अभी तक शुरू नहीं हुआ है. अब परियोजना के निर्माण में देरी पर स्थानीय कांग्रेस विधायक विनय कुमार ने नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने मामले को विधानसभा के मानसून सत्र में उठाने की बात कही है.
जानकारी के अनुसार, साल 2009 में इस परियोजना को नेशनल प्रोजेक्ट घोषित किया गया था. वर्ष 2009 में परियोजना की लागत 3500 करोड़ आंकी गई थी, जोकि अब बढ़कर 5000 करोड़ से ज्यादा हो गई है. ये परियोजना 1993 में उस वक्त शुरू हुई थी, जब एनसीटी दिल्ली, यूपी व राजस्थान के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर हुए थे.
बता दें कि राजधानी दिल्ली की जल आपूर्ति के इरादे से 40 मेगावाट का रेणुका बांध जिले की गिरी नदी पर प्रस्तावित है. इस महत्वपूर्ण प्रस्तावित परियोजना से 6 राज्य जुड़े हुए हैं. गिरी नदी पर बनने वाले इस बांध से जहां दिल्ली को पीने का पानी दिया जाना है. वहीं, पड़ोसी राज्यों को बिजली का भी प्रावधान है.
ये भी पढ़ेंः नाको झील की खूबसूरती में छिपा है गहरा 'रहस्य', तांत्रिक गुरु पद्म संभव से जुड़ा है इतिहास
कांग्रेस विधायक विनय कुमार ने कहा कि आठ महीने पहले संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की प्रस्तावित रेणुका बांध को लेकर बैठक भी हुई थी. बैठक में काम में तेजी लाने की बात पर सहमति बनी थी.
विधायक ने कहा कि बांध की निर्माण लागत लगातार बढ़ती जा रही है, लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई ठोस काम नहीं हुआ है.उन्होंने कहा कि आगामी मनसून सत्र में वे ये सवाल उठाने जा रहे हैं.
ये भी पढ़ेंः बेजोड़ कारीगरी के नमूने हैं हजारों साल पहले बने ये मंदिर, बड़े से बड़ा भूकंप भी नहीं हिला सका इनकी नींव