ETV Bharat / state

कांग्रेस नेत्री ने SC में भुखमरी और कुपोषण विषय पर दर्ज करवाई याचिका, अदालत ने केंद्र से मांगा जवाब - भारत में कुपोषण से बच्चों की मौत

कांग्रेसी नेत्री कुंजना सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में भुखमरी और कुपोषण विषय पर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दर्ज करवाई है. साल 2017 में नेशनल हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट में पाया गया था कि हर साल पांच साल से कम उम्र के करीब 4500 बच्चों की मौत भूख और कुपोषण के कारण होती है.

डिजाइन फोटो
author img

By

Published : Oct 13, 2019, 8:44 PM IST

नाहन: देश में भुखमरी और कुपोषण से हर साल तीन लाख बच्चों की मौत हो रही है. इस गंभीर विषय को लेकर कांग्रेसी नेत्री व समाजसेवी कुंजना सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है, जिसमें कोर्ट ने केंद्र सरकार से जवाब तलब किया है.

ये जानकारी कुंजना सिंह ने रविवार को नाहन में दी. कांग्रेस नेत्री ने देश में भुखमरी और कुपोषण से हो रही मौतों पर चिंत्ता व्यक्त की है. कुंजना सिंह ने बताया कि उन्होंने एक्टिविस्ट आशु धवन और ईशान धवन के साथ संयुक्त रूप से अदालत में याचिका दायर की है.

वीडियो.

कांग्रेस नेत्री ने कहा कि साल 2017 में नेशनल हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट में देश में करीब 19 करोड़ लोग रात को खाली पेट सोने के लिए मजबूर हैं. रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हर साल पांच साल से कम उम्र के करीब 4500 बच्चों की मौत भूख और कुपोषण के कारण होती है. हर साल तीन लाख से ज्यादा मौतें भूख के कारण होती हैं.

दायर याचिका में कहा गया है कि भूख, कुपोषण और भुखमरी से होने वाली मौतों और संबंधित मुद्दों को खत्म करने के उद्देश्य से बनाई गई योजनाओं के बावजूद भी देश बड़े पैमाने पर इन समस्याओं से जूझ रहा है. कुंजना सिंह के कहा कि देश में भुखमरी और कुपोषण एक गंभीर चिंता का विषय है और उन्हें उम्मीद है कि इस जनहित याचिका के बाद इस दिशा में उचित कदम उठाए जाएंगे.

नाहन: देश में भुखमरी और कुपोषण से हर साल तीन लाख बच्चों की मौत हो रही है. इस गंभीर विषय को लेकर कांग्रेसी नेत्री व समाजसेवी कुंजना सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है, जिसमें कोर्ट ने केंद्र सरकार से जवाब तलब किया है.

ये जानकारी कुंजना सिंह ने रविवार को नाहन में दी. कांग्रेस नेत्री ने देश में भुखमरी और कुपोषण से हो रही मौतों पर चिंत्ता व्यक्त की है. कुंजना सिंह ने बताया कि उन्होंने एक्टिविस्ट आशु धवन और ईशान धवन के साथ संयुक्त रूप से अदालत में याचिका दायर की है.

वीडियो.

कांग्रेस नेत्री ने कहा कि साल 2017 में नेशनल हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट में देश में करीब 19 करोड़ लोग रात को खाली पेट सोने के लिए मजबूर हैं. रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हर साल पांच साल से कम उम्र के करीब 4500 बच्चों की मौत भूख और कुपोषण के कारण होती है. हर साल तीन लाख से ज्यादा मौतें भूख के कारण होती हैं.

दायर याचिका में कहा गया है कि भूख, कुपोषण और भुखमरी से होने वाली मौतों और संबंधित मुद्दों को खत्म करने के उद्देश्य से बनाई गई योजनाओं के बावजूद भी देश बड़े पैमाने पर इन समस्याओं से जूझ रहा है. कुंजना सिंह के कहा कि देश में भुखमरी और कुपोषण एक गंभीर चिंता का विषय है और उन्हें उम्मीद है कि इस जनहित याचिका के बाद इस दिशा में उचित कदम उठाए जाएंगे.

Intro:- समाज सेविका विधायक की सुप्रीम कोर्ट में याचिका, कोर्ट ने केंद्र सरकार से मांगा जवाब
नाहन। देश में भुखमरी व कुपोषण से हर साल 3 लाख बच्चों की मौत हो रही है। इस गंभीर विषय को लेकर कांग्रेसी नेत्री एवं समाजसेवी कुंजना सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है, जिसमें अदालत ने केंद्र सरकार से जवाब तलब किया है। यह जानकारी कुंजना सिंह ने रविवार को नाहन में आयोजित पत्रकार वार्ता में दी। कुंजना सिंह ने देश में भुखमरी व कुपोषण से हो रही मौतों पर चिंता व्यक्त की है।


Body:मीडिया से बातचीत करते हुए कुंजना सिंह ने बताया कि देश में भुखमरी व कुपोषण से हर साल 3 लाख बच्चों की मौत हो रही है। उन्होंने इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका भी दायर की है, जिसमें अदालत ने सरकार से जवाब तलब किया है। इसको लेकर उन्होंने एक्टिविस्ट आशु धवन व ईशान धवन के साथ संयुक्त रूप से अदालत में याचिका डाली। अधिवक्ता आशिमा मंडला, मंदाकिनी सिंह, फुजैल अहमद अयूबी द्वारा दायर याचिका पर सरकार को नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि 2017 में नेशनल हेल्थ सर्वे द्वारा रिपोर्ट दी गई है कि देश में लगभग 19 करोड लोग हर रात खाली पेट सोने के लिए मजबूर हैं। देश में हर साल 5 साल से कम उम्र के लगभग 4500 बच्चों की मौत भूख और कुपोषण के कारण होती है। हर साल 3 लाख से ज्यादा मौतें भूख के कारण होती हैं, वह भी अकेले बच्चों की। उन्होंने बताया कि याचिका में कहा गया है कि भूख, कुपोषण और भुखमरी से होने वाली मौतों और संबंधित मुद्दों को खत्म करने के उद्देश्य से बनाई गई योजनाओं के ढेर सारे अस्तित्व के बावजूद देश अभी भी बड़े पैमाने पर उक्त समस्याओं से जूझ रहा है। याचिका में कहा गया है कि तमिलनाडु की अम्मा पुनागम स्वयं सहायता समूह में साथियों को शामिल करके एक बड़ी सफलता बन गई है, जो गरीबों को सड़क पर भूख की समस्या से निजात दिलाने के लिए स्वास्थ्यकर भोजन परोसती है। याचिका में राजस्थान के अन्नपूर्णा रसोई, कर्नाटका में इंदिरा कैंटीन, दिल्ली की आम आदमी कैंटीन, आंध्र प्रदेश में अन्ना कैंटीन का भी जिक्र किया गया है। उन्होंने बताया कि इस दिशा में सरकार को प्रयास करने चाहिए। योजनाओं को धरातल पर लागू करना चाहिए। अदालत ने सरकार से जवाब भी मांगा है। इसी माह 18 अक्टूबर को याचिका पर अगली सुनवाई होनी है।
बाइट : कुंजना सिंह, कांग्रेसी नेत्री एवं समाज सेविका


Conclusion:कुंजना सिंह के मुताबिक देश में भुखमरी व कुपोषण एक गंभीर चिंता का विषय है और उन्हें उम्मीद है कि इस जनहित याचिका के बाद देश में इस दिशा में उचित कदम उठाए जाएंगे।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.