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महिला नेत्री के साथ बदसलूकी पर राज्यपाल को शिकायत, CM के सामने भाजपा नेता ने दिया था धक्का

इस मामले में दलित शोषण मुक्ति मंच ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत को एक शिकायत भेज कर बीजेपी नेता के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है.

Complaint on Misbehave with women in CM rally
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Published : May 7, 2019, 5:29 PM IST

नाहन: हाल ही में 4 फरवरी को पच्छाद के सराहां में आयोजित मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की जनसभा के दौरान बीजेपी नेता एवं कृषि विपणन बोर्ड के अध्यक्ष बलदेव भंडारी द्वारा महिला नेत्री दयाल प्यारी के साथ भरे मंच पर बदसलूकी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है.

इस मामले में दलित शोषण मुक्ति मंच ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत को एक शिकायत भेज कर बीजेपी नेता के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है. दलित शोषण मुक्ति मंच ने शिकायत की प्रतिलिपि महिला आयोग, डीजीपी सहित एसपी सिरमौर को भी भेजी है.

Complaint on Misbehave with women in CM rally
राज्यपाल को लिखा शिकायत पत्र.

बीजेपी नेता द्वारा महिला नेत्री के साथ इस तरह का व्यवहार करने के मामले की दलित शोषण मुक्ति मंच ने कड़े शब्दों में निंदा की है. बता दें कि ईटीवी भारत हिमाचल ने इस मामले का सबसे पहले खुलासा किया था, जिसके बाद यह मामला पूरी तरह से राजनीतिक गलियारों के साथ-साथ आम जनता के बीच भी बेहद चर्चा का विषय बना हुआ है.

उधर, दलित शोषण मुक्ति मंच के संयोजक बाबू राम शास्त्री ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है. उनका कहना है कि जनसभा में जहां हजारों की संख्या में लोग बैठे थे, वहीं मुख्यमंत्री सहित बीजेपी के कई अन्य नेता भी जनसभा में मौजूद थे.

पढ़ेंः सूरज कस्टोडियल डेथ केस, SC के निर्देश पर चंडीगढ़ शिफ्ट हुआ ट्रायल कोर्ट

शास्त्री ने कहा कि इसी जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री के ठीक साथ जिला परिषद की तीन बार की सदस्य व पूर्व में जिला परिषद अध्यक्ष दयाल प्यारी, जोकि दलित नेत्री होने के साथ-साथ जिनका दलित समाज में जिनका बेहद मान सम्मान है के साथ ऐसे व्यवहार की दलित शोषण मुक्ति मंच कड़े शब्दों में निंदा करता है.

बाबूराम शास्त्री, संयोजक, दलित शोषण मुक्ति मंच.

उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री के साथ महिला नेत्री दयाल प्यारी लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रही थी, उसी दौरान जामन की सैर पंचायत के प्रधान बलदेव भंडारी को यह सब अच्छा नहीं लगा और भंडारी ने मुख्यमंत्री व बीजेपी नेत्री के बीच जाकर दयाल प्यारी को धक्का मारकर वहां से हटा दिया.

उन्होंने कहा कि आज कल चुनाव का माहौल है, तो इस घटना से पूरे क्षेत्र में बेहद हताशा है, निराशा है और आक्रोश है कि आजादी के 70 सालों के बाद भी इस तरह की मानसिकता से ग्रस्ति लोग हैं, जोकि समाज में अच्छे-अच्छे पदों पर, खासकर भाजपा में, जो अपने आप को दलित का हितैषी मानती है. सबका साथ सबका विकास की बातें करने के साथ-साथ बेटी पढ़ाओं व बेटी बचाओ के नारे दिए जाते हैं. इस घटना से पता चलता है कि किस प्रकार की मानसिकता है.

सीएम की जनसभा में महिला नेत्री के साथ बदसलूकी का वीडियो.

बाबूराम शास्त्री ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है, जब बीजेपी नेता बलदेव भंडारी ने ऐसा किया है, बल्कि इससे पहले भी वो ऐसा कर चुके हैं. शास्त्री ने कहा कि महिला नेत्री के साथ ऐसा मामला सामने आने के तुरंत बाद दलित शोषण मुक्ति मंच की तरफ से राज्यपाल सहित डीजीपी व महिला आयोग को शिकायत की गई है. जल्द से जल्द इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए, अन्यथा उन्हें मजबूरन अगला कदम उठाने में विवश होना पड़ेगा.

ये भी पढ़ेंः शिमला में शांता कुमार की प्रेस कॉन्फ्रेंस, जयराम सरकार की तारीफ, कांग्रेस पर वार

नाहन: हाल ही में 4 फरवरी को पच्छाद के सराहां में आयोजित मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की जनसभा के दौरान बीजेपी नेता एवं कृषि विपणन बोर्ड के अध्यक्ष बलदेव भंडारी द्वारा महिला नेत्री दयाल प्यारी के साथ भरे मंच पर बदसलूकी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है.

इस मामले में दलित शोषण मुक्ति मंच ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत को एक शिकायत भेज कर बीजेपी नेता के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है. दलित शोषण मुक्ति मंच ने शिकायत की प्रतिलिपि महिला आयोग, डीजीपी सहित एसपी सिरमौर को भी भेजी है.

Complaint on Misbehave with women in CM rally
राज्यपाल को लिखा शिकायत पत्र.

बीजेपी नेता द्वारा महिला नेत्री के साथ इस तरह का व्यवहार करने के मामले की दलित शोषण मुक्ति मंच ने कड़े शब्दों में निंदा की है. बता दें कि ईटीवी भारत हिमाचल ने इस मामले का सबसे पहले खुलासा किया था, जिसके बाद यह मामला पूरी तरह से राजनीतिक गलियारों के साथ-साथ आम जनता के बीच भी बेहद चर्चा का विषय बना हुआ है.

उधर, दलित शोषण मुक्ति मंच के संयोजक बाबू राम शास्त्री ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है. उनका कहना है कि जनसभा में जहां हजारों की संख्या में लोग बैठे थे, वहीं मुख्यमंत्री सहित बीजेपी के कई अन्य नेता भी जनसभा में मौजूद थे.

पढ़ेंः सूरज कस्टोडियल डेथ केस, SC के निर्देश पर चंडीगढ़ शिफ्ट हुआ ट्रायल कोर्ट

शास्त्री ने कहा कि इसी जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री के ठीक साथ जिला परिषद की तीन बार की सदस्य व पूर्व में जिला परिषद अध्यक्ष दयाल प्यारी, जोकि दलित नेत्री होने के साथ-साथ जिनका दलित समाज में जिनका बेहद मान सम्मान है के साथ ऐसे व्यवहार की दलित शोषण मुक्ति मंच कड़े शब्दों में निंदा करता है.

बाबूराम शास्त्री, संयोजक, दलित शोषण मुक्ति मंच.

उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री के साथ महिला नेत्री दयाल प्यारी लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रही थी, उसी दौरान जामन की सैर पंचायत के प्रधान बलदेव भंडारी को यह सब अच्छा नहीं लगा और भंडारी ने मुख्यमंत्री व बीजेपी नेत्री के बीच जाकर दयाल प्यारी को धक्का मारकर वहां से हटा दिया.

उन्होंने कहा कि आज कल चुनाव का माहौल है, तो इस घटना से पूरे क्षेत्र में बेहद हताशा है, निराशा है और आक्रोश है कि आजादी के 70 सालों के बाद भी इस तरह की मानसिकता से ग्रस्ति लोग हैं, जोकि समाज में अच्छे-अच्छे पदों पर, खासकर भाजपा में, जो अपने आप को दलित का हितैषी मानती है. सबका साथ सबका विकास की बातें करने के साथ-साथ बेटी पढ़ाओं व बेटी बचाओ के नारे दिए जाते हैं. इस घटना से पता चलता है कि किस प्रकार की मानसिकता है.

सीएम की जनसभा में महिला नेत्री के साथ बदसलूकी का वीडियो.

बाबूराम शास्त्री ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है, जब बीजेपी नेता बलदेव भंडारी ने ऐसा किया है, बल्कि इससे पहले भी वो ऐसा कर चुके हैं. शास्त्री ने कहा कि महिला नेत्री के साथ ऐसा मामला सामने आने के तुरंत बाद दलित शोषण मुक्ति मंच की तरफ से राज्यपाल सहित डीजीपी व महिला आयोग को शिकायत की गई है. जल्द से जल्द इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए, अन्यथा उन्हें मजबूरन अगला कदम उठाने में विवश होना पड़ेगा.

ये भी पढ़ेंः शिमला में शांता कुमार की प्रेस कॉन्फ्रेंस, जयराम सरकार की तारीफ, कांग्रेस पर वार

बढ़ सकती है बीजेपी नेता की मुश्किलें, महिला नेत्री से बदसलुकी पर राज्यपाल को शिकायत 
-ईटीवी ने उठाया था सबसे पहले मुद्दा, दलित शोषण मुक्ति मंच ने बीजेपी नेता के खिलाफ मांगी कार्रवाई 
-मुख्यमंत्री की मौजूदगी में बीजेपी नेता ने महिला नेत्री के साथ की थी बदसलुकी 
-मांगी कड़ी से कड़ी कार्रवाई, अन्यथा अगला कदम उठाने को होंगे विवश: शास्त्री 
नाहन। हाल ही में 4 फरवरी को पच्छाद के सराहां में आयोजित मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की जनसभा के दौरान बीजेपी नेता एवं कृषि विपणन बोर्ड के अध्यक्ष बलदेव भंडारी द्वारा महिला नेत्री दयाल प्यारी के साथ भरे मंच पर बदसलूकी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में दलित शोषण मुक्ति मंच ने प्रदेश के महामहिम राज्यपाल आचार्य देवव्रत को एक शिकायत भेज कर बीजेपी नेता के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है। दलित शोषण मुक्ति मंच ने शिकायत की प्रतिलिपि महिला आयोग, डीजीपी सहित एसपी सिरमौर को भी भेजी है। बीजेपी नेता द्वारा महिला नेत्री के साथ इस तरह का व्यवहार करने के मामले की दलित शोषण मुक्ति मंच ने कड़े शब्दों में निंदा की है। बता दें कि ईटीवी भारत हिमाचल ने इस मामले का सबसे पहले खुलासा किया था, जिसके बाद यह मामला पूरी तरह से राजनीतिक गलियारों के साथ-साथ आम जनता के बीच भी बेहद चर्चा का विषय बना हुआ है। 
उधर दलित शोषण मुक्ति मंच के संयोजक बाबू राम शास्त्री ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। उनका कहना है कि जनसभा में जहां हजारों की संख्या में लोग बैठे थे, वहीं मुख्यमंत्री सहित बीजेपी के कई अन्य नेता भी जनसभा में मौजूद थे। शास्त्री ने कहा कि इसी जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री के ठीक साथ जिला परिषद की तीन बार की सदस्य व पूर्व में जिला परिषद अध्यक्ष दयाल प्यारी, जोकि दलित नेत्री होने के साथ-साथ जिनका दलित समाज में जिनका बेहद मान सम्मान है के साथ ऐसे व्यवहार की दलित शोषण मुक्ति मंच कड़े शब्दों में निंदा करता है। उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री के साथ महिला नेत्री दयाल प्यारी लोगों का अभिवादन स्वीकार कर रही थी, उसी दौरान जामन की सैर पंचायत के प्रधान बलदेव भंडारी को यह सब अच्छा नहीं लगा और भंडारी ने मुख्यमंत्री व बीजेपी नेत्री के बीच जाकर दयाल प्यारी को धक्का मारकर वहां से हटा दिया। उन्होंने कहा कि आज कल चुनाव का माहौल है, तो इस घटना से पूरे क्षेत्र में बेहद हताशा है, निराशा है और आक्र्रोश है कि आजादी के 70 सालों के बाद भी इस तरह की मानसिकता से ग्रस्ति लोग है, जोकि समाज में अच्छे-अच्छे पदों पर, खासकर भाजपा में, जो अपने आप को दलित का हितैषी मानती है। सबका साथ सबका विकास की बातें करने के साथ-साथ बेटी पढ़ाओं व बेटी बचाओ के नारे दिए जाते हैं। इस घटना से पता चलता है कि किस प्रकार की मानसिकता है। बाबूराम शास्त्री ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है, जब बीजेपी नेता बलदेव भंडारी ने ऐसा किया है, बल्कि इससे पहले भी 1 व 2 बार वह ऐसा कर चुके हैं। शास्त्री ने कहा कि महिला नेत्री के साथ ऐसा मामला सामने आने के तुरंत बाद दलित शोषण मुक्ति मंच की तरफ से राज्यपाल सहित डीजीपी व महिला आयोग को शिकायत की गई है। जल्द से जल्द इस मामले में कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए, अन्यथा उन्हें मजबूरन अगला कदम उठाने में विवश होना पड़ेगा। 
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बाइट: बाबूराम शास्त्री, संयोजक, दलित शोषण मुक्ति मंच 

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