नाहन: मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो रही है, क्योंकि इस योजना से उन्हें जंगली जानवरों व आवारा पशुओं की बड़ी समस्या से निजात मिल रहा है. सिरमौर जिला में भी किसान इस योजना का भरपूर फायदा उठा रहे हैं.
दरअसल इस योजना के तहत किसानों को सरकार द्वारा खेतों के चारों तरफ सोलर फेसिंग के लिए 80 प्रतिशत अनुदान राशि दी जा रही है, जबकि 20 प्रतिशत हिस्सा किसान को स्वयं खर्च करना होगा. बता दें कि सोलर फेंसिंग एक ऐसी तकनीक है, जिसके जरिए खेतों को करंट वाली तारों से कवर किया जाता है.
सिरमौर जिला में पिछले दो सालों में 174 किसान इस योजना का लाभ उठा चुके हैं और 187 हेक्टेयर भूमि में सोलर फेंसिंग के जरिये जंगली जानवरों व आवारा पशुओं से किसानों को निजात मिली है. वर्ष 2017-18 में सिरमौर के लिए सरकार ने इस योजना के तहत 350 लाख व 2018-19 में 265 लाख का बजट उपलब्ध करवाया.
किसानों का कहना है कि मुख्यमंत्री खेत सुरक्षा योजना किसानों के लिए लाभकारी साबित हो रही है. इससे जंगली जानवरों व आवारा पशुओं से उन्हें निजात मिल पाई है, जिसकी बदौलत अब फसलों को नुक्सान नहीं हो रहा है.
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वहीं सिरमौर जिला कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. राजेश कौशिक ने बताया कि मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना सरकार द्वारा वर्ष 2016-17 में शुरू की गई थी. पहले इस योजना के तहत 60 प्रतिशत अनुदान सरकार की तरफ से दिया जाता था, जिसे बढ़ाकर अब 80 प्रतिशत कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि किसान इस योजना में खासी रूची ले रहे हैं, ताकि वह अपनी जमीन को जंगली जानवरों व आवारा पशुओं के आंतक से निजात दिला सकें.