राजगढ़: सिरमौर जिले की एकमात्र नगर पंचायत राजगढ़ में इन दिनों सफाई व्यवस्था पूर्ण रूप से चरमरा गई है. शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं. जहां कोरोना काल में हर तरफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है तो वहीं, राजगढ़ शहर में स्वच्छ भारत मिशन की सरेआम धज्जियां उड़ रही हैं.
यहां नगर पंचायत के पास अभी तक अपनी डंपिग साइट नहीं है और डंपिग साइट न होने के कारण नगर पंचायत राजगढ़ में सफाई व्यवस्था फिर से चरमरा गई है. नगर पंचायत ने डोर टू डोर कलेक्शन शुरू करने के बाद कूड़ेदानों की संख्या शहर से कम कर दी थी और गिने चुने कूड़ेदान कूड़े के लिए कम पड़ चुके हैं. यही नहीं नगर पंचायत के 7 वार्डों में दिवाली से पहले ही डोर टू डोर कलेक्शन भी ठप पड़ी है और अब घरों में भी कूड़े के ढेर लगने लगे हैं.
वैसे तो नगर पंचायत राजगढ़ को सफाई के लिए प्रदेश सरकार द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है और इसके लिए नगर पंचायत राजगढ़ को सरकार की ओर से लगभग 75 हजार रूपये का नगद ईनाम भी मिल चुका है, लेकिन जमीन की उपलब्धता के अभाव में आज तक नगर पंचायत अपनी डम्पिंग साइट भी नहीं बना सकी है और यही कारण है कि थोड़े-थोड़े अन्तराल पर राजगढ़ में लोगों को गंदगी की समस्या से का सामना करना पड़ता है.
नगर पंचायत द्वारा जिस जगह का चयन डपिंग साइट के लिए किया था उसका मामला फिलहाल अदालत में है और वैकल्पिक तौर पर जहां किराये पर जगह ली गई है वहां भी मालिक द्वारा समय-समय पर अड़चनें डाली जाती हैं और राजगढ़ शहर गंदगी से भर जाता है.
सचिव नगर पंचायत अजय गर्ग ने इस विषय में कहा कि जिस व्यक्ति की जमीन में वैकल्पिक डम्पिंग साईट बनाई गयी है उसने वहां ताला लगा दिया है और कुछ सफाई कर्मी छुट्टी पर हैं. आगामी दो तीन दिनों में सफाई व्यवस्था दुरुस्त कर दी जायेगी ..