नाहन: कोरोना की जंग के बीच जिला सिरमौर में आयुष किट प्लस संक्रमित व्यक्तियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मददगार साबित हो रही है. यही वजह है कि बेहद कम समय में ही पाॅजिटिव व्यक्ति नेगेटिव हो रहे है. अब तक जिला में करीब 1400 से अधिक यह किट डेडिकेटिड कोविड केयर सेंटरों व होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमित व्यक्तियों को वितरित की जा चुकी है.
जिला प्रशासन ने आयुर्वेदिक विभाग सिरमौर के साथ मिलकर पहले आयुष किट लांच की थी, जिसमें आयुष काढ़े के अलावा संशमनी वटी व होम्योपैथिक दवा आर्सेनिकम एल्बम-30 को शामिल किया था. यह किट भी कोरोना वॉरियर्स के अलावा संक्रमित व्यक्तियों को उपलब्ध करवाई गई थी. तत्पश्चात इस किट में अणु तेल को शामिल किया गया, जिसके बाद आयुष किट प्लस के तौर पर इसे लॉन्च किया गया. अब यह किट संक्रमित व्यक्तियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को ओर अधिक तेजी से बढ़ा रही है.
जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डॉ. राजेंद्र देव शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन के सहयोग से आयुर्वेदिक विभाग की ओर से जिला में करीब 1400 आयुष किट प्लस वितरित की जा चुकी है. ये किट डेडिकेटिड कोविड केयर सेंटरों व होम आइसोलेशन में संक्रमित व्यक्तियों को बांटी गई है. उन्होंने बताया कि इससे पहले आयुष किट के नाम से करीब 12 हजार लोगों को यह किट वितरित की गई थी, जिसमें कोरोना वॉरियर्स के अलावा डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटरों में संक्रमित व्यक्ति को उपलब्ध करवाई गई.
इसके बाद किट को बढ़ाने का प्रयास किया गया और अनु तेल को शामिल कर आयुष किट प्लस तैयार की गई. उन्होंने बताया कि यह प्रयास इसलिए किया गया कि अणु तेल की जो विशेषता हैं, वह गले व नाक के रोगों के लिए बहुत ही लाभकारी है. इसके चलते अणु तेल को मिलाया गया, जिसके बेहतर परिणाम भी सामने आए है और लोगों बेहद कम ही समय में पाॅजिटिव से नेगेटिव हो रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि आयुष किट प्लस कोरोना की कोई दवा नहीं है, बल्कि इससे व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम किया जा रहा है और जिला प्रशासन सहित आयुर्वेदिक विभाग के यह प्रयास कारगर भी साबित हुए हैं.
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