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हिमाचल में वोटिंग के बाद रिजल्ट का इंतजार, लोकतंत्र के महापर्व में युवाओं ने बढ़-चढ़कर लिया भाग

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Published : Nov 13, 2022, 12:42 PM IST

हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए मतदान अब हो गया है. इस बार मतदान काफी अच्छा रहा. वहीं, युवाओं ने भी लोकतंत्र के महापर्व में बढ़-चढ़ कर भाग लिया. इस बार निर्वाचन विभाग की पहल से वोटर लिस्ट में 83 हजार से अधिक युवा मतदाता भी (Young voters in Himachal election) जुड़े. इस पहल के तहत पहली अक्टूबर तक जो टीनएजर्स 18 साल के हो गए थे, उनका नाम वोटर्स लिस्ट में शामिल किया गया. ऐसे में चुनाव आयोग ने 83 हजार से अधिक युवा मतदाता को वोटर लिस्ट में शामिल किया. पढ़ें पूरी खबर...

लोकतंत्र के महापर्व में युवाओं में दिखा खासा उत्साह
लोकतंत्र के महापर्व में युवाओं में दिखा खासा उत्साह

शिमला: हिमाचल प्रदेश में 14वीं विधानसभा (Himachal election 2022) के लिए शनिवार को मतदान हुआ. इस बार मतदान काफी अच्छा रहा. वहीं, युवाओं ने भी लोकतंत्र के महापर्व में बढ़-चढ़ कर भाग लिया. प्रदेश में इस बार 55 लाख से अधिक मतदाता थे. जिसमें से टीनएजर्स यानी 18 से 19 आयु वर्ग के 1,93,106 किशोर मतदाता पहली बार वोट डालने के लिए एलिजिबल थे. पिछली बार ये आंकड़ा एक लाख दस हजार से कुछ अधिक था. ऐसे में 2022 के चुनाव में 83 हजार से अधिक किशोर मतदाता बढ़ गए. ऐसा निर्वाचन आयोग की एक पहल के कारण हुआ. इस पहल के तहत पहली अक्टूबर तक जो टीनएजर्स 18 साल के हो गए, उनका नाम भी वोटर्स लिस्ट में शामिल किया गया.

पहले नियम ये था कि चुनावी साल में जनवरी महीने तक ही पात्र किशोरों के नाम वोटर्स लिस्ट में शामिल किए जाते थे. इस बार यह प्रक्रिया अक्टूबर महीने के पहले हफ्ते तक बढ़ाई गई. यही कारण है कि वर्ष 2017 के मुकाबले इस बार 18 से 19 साल के आयु वर्ग के 1.93 लाख से अधिक वोटर्स अधिक हो गए. 16 अगस्त को जारी की गई पहली वोटर लिस्ट में प्रदेश में मतदाताओं की संख्या 53,88,409 थी. उसके बाद 10 अक्टूबर को जारी की गई दूसरी वोटर लिस्ट में मतदाताओं की संख्या 55,07,261 थी.

मतदाता सूची में नाम दर्ज करने की अंतिम तिथि नामांकन वापिसी के दस दिन पहले तक होती है. ऐसे में इस बार 15 अक्टूबर तक नाम दर्ज किए गए. हिमाचल विधानसभा के लिए 25 अक्टूबर का दिन नाम वापिसी का था. ऐसे में निर्वाचन विभाग 26 अक्टूबर को जारी की गई फाइनल वोटर लिस्ट में मतदाताओं की संख्या बढ़कर 55,92,828 हो गई. इस सूची में 67,559 सर्विस वोटर, 22 एनआरआई वोटर व 38 थर्ड जेंडर वोटर्स शामिल हैं. प्रदेश में 10 अक्टूबर से लेकर 15 अक्टूबर तक 23,034 नए मतदाता सूची में शामिल किए गए.

80 साल से अधिक आयु वालों को दी गई ये सुविधा: हिमाचल प्रदेश निर्वाचन विभाग ने अस्सी साल से अधिक आयु वाले बुजुर्गों को घर से मतदान की सुविधा दी. इस श्रेणी में दिव्यांग भी शामिल किए गए. स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता मास्टर श्याम शरण नेगी ने भी 12-डी फार्म के जरिए घर पर ही मतदान किया. दुर्भाग्यवश वे चुनाव परिणाम घोषित होने व नई सरकार के गठन से पहले ही इस संसार को अलविदा कह गए.(First voter of India Shyam Saran Negi).

वैसे श्याम शरण नेगी ने स्वतंत्र भारत में अपना पहला मत डाला और इस चुनाव में भी संसार को विदा कहने से पहले मतदान करने का सौभाग्य लेकर गए। फिलहाल, 12-डी फार्म का उपयोग करने वालों की संख्या 36 हजार से अधिक रही. इसमें अस्सी साल की आयु से अधिक के मतदाता 29433 व 5997 दिव्यांग शामिल हैं. आपात सेवाएं वाले 578 मतदाताओं ने भी इसका प्रयोग किया.(Young voters in Himachal election).

ये भी पढ़ें: रामपुर में निजी वाहन में EVM ले जा रही पोलिंग पार्टी सस्पेंड, अलका लांबा ने किया था ट्वीट

शिमला: हिमाचल प्रदेश में 14वीं विधानसभा (Himachal election 2022) के लिए शनिवार को मतदान हुआ. इस बार मतदान काफी अच्छा रहा. वहीं, युवाओं ने भी लोकतंत्र के महापर्व में बढ़-चढ़ कर भाग लिया. प्रदेश में इस बार 55 लाख से अधिक मतदाता थे. जिसमें से टीनएजर्स यानी 18 से 19 आयु वर्ग के 1,93,106 किशोर मतदाता पहली बार वोट डालने के लिए एलिजिबल थे. पिछली बार ये आंकड़ा एक लाख दस हजार से कुछ अधिक था. ऐसे में 2022 के चुनाव में 83 हजार से अधिक किशोर मतदाता बढ़ गए. ऐसा निर्वाचन आयोग की एक पहल के कारण हुआ. इस पहल के तहत पहली अक्टूबर तक जो टीनएजर्स 18 साल के हो गए, उनका नाम भी वोटर्स लिस्ट में शामिल किया गया.

पहले नियम ये था कि चुनावी साल में जनवरी महीने तक ही पात्र किशोरों के नाम वोटर्स लिस्ट में शामिल किए जाते थे. इस बार यह प्रक्रिया अक्टूबर महीने के पहले हफ्ते तक बढ़ाई गई. यही कारण है कि वर्ष 2017 के मुकाबले इस बार 18 से 19 साल के आयु वर्ग के 1.93 लाख से अधिक वोटर्स अधिक हो गए. 16 अगस्त को जारी की गई पहली वोटर लिस्ट में प्रदेश में मतदाताओं की संख्या 53,88,409 थी. उसके बाद 10 अक्टूबर को जारी की गई दूसरी वोटर लिस्ट में मतदाताओं की संख्या 55,07,261 थी.

मतदाता सूची में नाम दर्ज करने की अंतिम तिथि नामांकन वापिसी के दस दिन पहले तक होती है. ऐसे में इस बार 15 अक्टूबर तक नाम दर्ज किए गए. हिमाचल विधानसभा के लिए 25 अक्टूबर का दिन नाम वापिसी का था. ऐसे में निर्वाचन विभाग 26 अक्टूबर को जारी की गई फाइनल वोटर लिस्ट में मतदाताओं की संख्या बढ़कर 55,92,828 हो गई. इस सूची में 67,559 सर्विस वोटर, 22 एनआरआई वोटर व 38 थर्ड जेंडर वोटर्स शामिल हैं. प्रदेश में 10 अक्टूबर से लेकर 15 अक्टूबर तक 23,034 नए मतदाता सूची में शामिल किए गए.

80 साल से अधिक आयु वालों को दी गई ये सुविधा: हिमाचल प्रदेश निर्वाचन विभाग ने अस्सी साल से अधिक आयु वाले बुजुर्गों को घर से मतदान की सुविधा दी. इस श्रेणी में दिव्यांग भी शामिल किए गए. स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता मास्टर श्याम शरण नेगी ने भी 12-डी फार्म के जरिए घर पर ही मतदान किया. दुर्भाग्यवश वे चुनाव परिणाम घोषित होने व नई सरकार के गठन से पहले ही इस संसार को अलविदा कह गए.(First voter of India Shyam Saran Negi).

वैसे श्याम शरण नेगी ने स्वतंत्र भारत में अपना पहला मत डाला और इस चुनाव में भी संसार को विदा कहने से पहले मतदान करने का सौभाग्य लेकर गए। फिलहाल, 12-डी फार्म का उपयोग करने वालों की संख्या 36 हजार से अधिक रही. इसमें अस्सी साल की आयु से अधिक के मतदाता 29433 व 5997 दिव्यांग शामिल हैं. आपात सेवाएं वाले 578 मतदाताओं ने भी इसका प्रयोग किया.(Young voters in Himachal election).

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