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युकां का स्वास्थ्य विभाग पर आरोप, कहा- 2 करोड़ का काम 5 करोड़ में किया आवंटित - yuva congress shimla news

आईजीएमसी में हाल ही में मरीजों को खाना बनाने के लिए दिए गए टेंडर को लेकर प्रदेश युवा कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं. युवा कांग्रेस ने जयराम सरकार पर आरोप लगाए हैं कि सरकार ने अपनों को फायदा देने के लिए टेंडर की शर्तें तक बदल दी. साथ ही पहले आईजीएमसी प्रशासन की इस काम के लिए दो करोड़ खर्च करता था, लेकिन कंपनी की मांग पर इस टेंडर को पांच करोड़ में आंवटित किया गया है.

Youth Congress Working President Yadupati Thakur
युवा कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष यदुपति ठाकुर
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Published : Feb 7, 2021, 6:17 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में मरीजों को खाना बनाने और आवंटन का काम को आउटसोर्स करने पर हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं. साथ ही मुख्यमंत्री के करीबी को फायदा पहुंचाने के लिए दो करोड़ के काम को पांच करोड़ में देने के आरोप लगाए हैं.

साथ ही युवा कांग्रेस ने मुख्यमंत्री से इस मामले में 10 दिन के भीतर में स्पष्टीकरण देने की मांग की है और यदि सरकार इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं करती तो युवा कांग्रेस स्वास्थ्य मंत्री मुख्यमंत्री का घेराव करने के साथ ही प्रदेश भर में उग्र आंदोलन शुरू करेगी.

वीडियो.

युवा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष यदुपति ठाकुर ने शिमला में पत्रकार वार्ता कर इसमें बड़ा घोटाला होने की आशंका जाहिर की है. उन्होंने कहा कि आईजीएमसी अस्पताल प्रशासन मरीजों को खाना बनाने का आवंटन का काम खुद करता था, जिसका खर्चा साल का केवल दो करोड़ आता था, लेकिन इसी काम को पांच करोड़ में आउट सोर्स पर आवंटित किया गया.

दोनों टेंडर के वक्त एक ही प्रिंसिपल मौजूद

युवा कांग्रेस का कहना है कि जिस फर्म को ये टेंडर दिया गया, उसी फर्म को पहले मेडिकल कॉलेज नेरचौक में भी काम दिया गया. दोनों ही कॉलेज में टेंडर के वक्त एक ही प्रिंसिपल कार्यरत हैं. ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए टेंडर में जानबूझकर ऐसी शर्त जोड़ी गई ताकि कंपनियां बाहर हो जाएं.

इस टेंडर में शर्त थी कि काम करने वाली उस कंपनी को मिलेगा जिसके पास 500 बिस्तरों वाले अस्पताल में इस तरह का काम करने का अनुभव हो. टेंडर में चार कंपनियों ने आवेदन किया. यहां भी वही कंपनी थी जिन्होंने नेरचौक मेडिकल कंपनी कॉलेज में भी आवेदन किया था. चार में से तीन कंपनियां और दोनों अस्पतालों में एक ही कंपनी को काम मिलता है.

कंपनी की मांग पर नहीं बिठाई गई कोई कमेटी

कार्यकारी अध्यक्ष यदुपति ठाकुर ने कहा कि हैरानी की बात है कि कंपनी ने सरकार को पत्र लिखकर दो करोड़ 39 लाख रुपये में काम नहीं हो सकता है और कंपनी के पत्र पर सरकार ने इस राशि को बढ़ाकर चार करोड़ 90 लाख कर दिया. उन्होंने मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उठाई और स्वतंत्र एजेंसी के माध्यम से हर दस्तावेज की गहनता से जांच की जाए ताकि सच्चाई जनता के सामने आ सके.

10 दिनों के भीतर स्पष्टीकरण दे सरकार, नहीं तो होगा घेराव

युवा कांग्रेस ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल से इस पर स्पष्टीकरण देने की मांग की है. सरकार यदि इस पर कोई स्पष्टीकरण नहीं देती है तो युवा कांग्रेस पर प्रदेश भर में मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के पुतले फुके जायेंगे और जगह-जगह मुख्यमंत्री का घेराव किया जाएगा. इसको लेकर विधानसभा के बाहर प्रदर्शन भी किया जाएगा साथ ही सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने को लेकर युवा कांग्रेस हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया.

पढ़ें: जीएस बाली का बड़ा बयान, बोले- निचले इलाके से होना चाहिए सीएम

शिमला: हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में मरीजों को खाना बनाने और आवंटन का काम को आउटसोर्स करने पर हिमाचल प्रदेश युवा कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं. साथ ही मुख्यमंत्री के करीबी को फायदा पहुंचाने के लिए दो करोड़ के काम को पांच करोड़ में देने के आरोप लगाए हैं.

साथ ही युवा कांग्रेस ने मुख्यमंत्री से इस मामले में 10 दिन के भीतर में स्पष्टीकरण देने की मांग की है और यदि सरकार इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं करती तो युवा कांग्रेस स्वास्थ्य मंत्री मुख्यमंत्री का घेराव करने के साथ ही प्रदेश भर में उग्र आंदोलन शुरू करेगी.

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युवा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष यदुपति ठाकुर ने शिमला में पत्रकार वार्ता कर इसमें बड़ा घोटाला होने की आशंका जाहिर की है. उन्होंने कहा कि आईजीएमसी अस्पताल प्रशासन मरीजों को खाना बनाने का आवंटन का काम खुद करता था, जिसका खर्चा साल का केवल दो करोड़ आता था, लेकिन इसी काम को पांच करोड़ में आउट सोर्स पर आवंटित किया गया.

दोनों टेंडर के वक्त एक ही प्रिंसिपल मौजूद

युवा कांग्रेस का कहना है कि जिस फर्म को ये टेंडर दिया गया, उसी फर्म को पहले मेडिकल कॉलेज नेरचौक में भी काम दिया गया. दोनों ही कॉलेज में टेंडर के वक्त एक ही प्रिंसिपल कार्यरत हैं. ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए टेंडर में जानबूझकर ऐसी शर्त जोड़ी गई ताकि कंपनियां बाहर हो जाएं.

इस टेंडर में शर्त थी कि काम करने वाली उस कंपनी को मिलेगा जिसके पास 500 बिस्तरों वाले अस्पताल में इस तरह का काम करने का अनुभव हो. टेंडर में चार कंपनियों ने आवेदन किया. यहां भी वही कंपनी थी जिन्होंने नेरचौक मेडिकल कंपनी कॉलेज में भी आवेदन किया था. चार में से तीन कंपनियां और दोनों अस्पतालों में एक ही कंपनी को काम मिलता है.

कंपनी की मांग पर नहीं बिठाई गई कोई कमेटी

कार्यकारी अध्यक्ष यदुपति ठाकुर ने कहा कि हैरानी की बात है कि कंपनी ने सरकार को पत्र लिखकर दो करोड़ 39 लाख रुपये में काम नहीं हो सकता है और कंपनी के पत्र पर सरकार ने इस राशि को बढ़ाकर चार करोड़ 90 लाख कर दिया. उन्होंने मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उठाई और स्वतंत्र एजेंसी के माध्यम से हर दस्तावेज की गहनता से जांच की जाए ताकि सच्चाई जनता के सामने आ सके.

10 दिनों के भीतर स्पष्टीकरण दे सरकार, नहीं तो होगा घेराव

युवा कांग्रेस ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और स्वास्थ्य मंत्री राजीव सैजल से इस पर स्पष्टीकरण देने की मांग की है. सरकार यदि इस पर कोई स्पष्टीकरण नहीं देती है तो युवा कांग्रेस पर प्रदेश भर में मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के पुतले फुके जायेंगे और जगह-जगह मुख्यमंत्री का घेराव किया जाएगा. इसको लेकर विधानसभा के बाहर प्रदर्शन भी किया जाएगा साथ ही सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाने को लेकर युवा कांग्रेस हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया.

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