शिमला: दिल्ली किसान आन्दोलन के समर्थन और बॉर्डर पर आंदोलन के दौरान किसानों के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए शिमला में युवा कांग्रेस ने एक दीया शहीदों के नाम कैंडल मार्च निकाल कर श्रद्धांजलि दी गई. युवा कांग्रेस ने कांग्रेस कार्यालय से शिमला के रिज मैदान तक कैंडल मार्च निकाला और महात्मागांधी की प्रतिमा के समक्ष उन्हें श्रद्धांजलि दी.
'एक दीया शहीदों के नाम' शांतिपूर्वक निकाला कैंडल मार्च
हिमाचल युवा कांग्रेस अध्यक्ष निगम भंडारी ने कहा कि 'किसान नहीं तो देश नहीं' के स्लोगन के साथ दिल्ली बाॅर्डर पर किसान आंदोलन में शहीद हुए अन्नदाताओं को श्रद्धांजलि अर्पित कर 'एक दीया शहीदों के नाम' शांतिपूर्वक कैंडल मार्च निकाला.
निगम भण्डारी ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार किसानों पर अत्याचार खत्म करने को तैयार नहीं हैं. केन्द्र सरकार की इस हठ के चलते अब तक 57 किसानों की प्रदर्शन के दौरान दिल्ली बाॅर्डर पर मृत्यु हो चुकी हैं. अब तक भी प्रधानमंत्री का दिल नहीं पसीज रहा और वह अपने अहंकार में मस्त हैं.
'अन्नदाताओं का सम्मान भारत की शान'
भंडारी ने कहा कि अन्नदाताओं का सम्मान भारत की शान रहा है. पूरा देश आज किसानों की इन कुर्बानियों से दुखी और विचलित हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्यान दिया कि अमेरिका में जो अहिंसा हो रही हैं उसको देखते हुए मुझे बहुत दुःख हो रहा हैं, लेकिन में माननीय प्रधानमंत्री से पुछना चाहता हूं कि अपने देश में 60 से ज्यादा किसान मर चुके हैं उनकी तरफ कोई ध्यान नहीं है. आप अमेरिका के प्रधानमंत्री हैं या भारत के?
भंडारी ने केंद्र सरकार से किसानों की मांगों को मानते हुए तीनों कानूनों को वापिस लेने की मांग की और यदि सरकार इस पर कोई फैसला नहीं लेती है तो युवा कांग्रेस भी आंदोलन शुरू करेगी.
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