शिमला: जिला बिलासपुर की शिक्षिका अंजना शर्मा ने प्रदेश के स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे प्राथमिक कक्षा के छात्रों की लेखन कला में सुधार करने का जिम्मा उठाया है. इसके लिए उन्होंने अपने स्तर पर खुद एक वर्कशीट तैयार की है. इस वर्कशीट के इस्तेमाल से न केवल छात्रों को शब्दों का सही ज्ञान हो रहा है बल्कि उनकी लेखन कला में भी सुधार हो रहा है. अंजना शर्मा अपने स्कूल में नर्सरी से लेकर 5वीं कक्षा के सभी छात्रों को इस वर्कशीट का इस्तेमाल करवा रही है, जिसके बेहतर परिणाम सामने आ रहे है. वहीं, अब अन्य शिक्षक भी अंजना के इस प्रयास की सराहना कर रहे हैं.
शिक्षक सम्मान से सम्मानित अंजना शर्मा:
आपको बता दें कि समग्र शिक्षा अभियान के परियोजना निदेशक आशीष कोहली भी अंजना की इस पहल की सराहना कर चुके और वह प्राथमिक कक्षाओं में छात्रों के लिए इस आइडिया को अपनाने पर भी विचार कर रहे है. अंजना शर्मा की ओर से छात्रों के लेखन में सुधार करने के लिए उठाए गए इस कदम को देखते हुए सोमवार को उन्हें राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान से भी नवाजा गया है.
कैसा आया वर्कशीट बनाने का ख्याल:
राजकीय केंद्र प्राथमिक पाठशाला गहड़वी में जेबीटी शिक्षक के रूप में काम कर रही शिक्षिका अंजना शर्मा ने बताया कि स्कूल में जब वह बच्चों को लिखना सिखाती थी तो उन्हें लगता था कि बच्चे शब्दों को सही तरीके से नहीं लिख पा रहे हैं और उनका लेखन भी अच्छे ढ़ग से नहीं हो पा रहा है. इसे देखकर ही उनके मन में लेखन कला वर्कशीट को तैयार करने का विचार आया.
क्या है वर्कशीट की खासियत:
अंजना शर्मा ने कंप्यूटर की मदद से इस वर्कशीट को तैयार किया है. अंजना बताती है कि उन्होंने अपने खर्चे पर ही इस वर्कशीट को तैयार किया है. वर्कशीट में एक पेज पर पहले से शब्द प्रिंट किए गए हैं और बाद में उसके ऊपर एक ट्रांसपेरेंट शीट लगाई गई है, जिस पर जेल पेन या स्केच पेन से लिखा जा सकता है. शीट पर एक बार लिखने के बाद उसे कपड़े या डस्टर से साफ करके उसका दोबारा लिखने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है. वर्कशीट को इस तरीके से तैयार किया है कि एक बार इस्तेमाल करने के बाद भी इसे बार-बार इस्तेमाल किया जा सकता है.
हिंदी, अंग्रेजी के साथ गणित के शब्द भी वर्कशीट में प्रिंट:
वर्कशीट में अंकों के ज्ञान के साथ-साथ हिंदी व अंग्रेजी के वर्णों को लिखने के तरीकों की भी पूरी जानकारी उपलब्ध करवाई गई है. इससे छात्रों के लेखन में सुधार होने के साथ-साथ उन्हें शब्दों को लिखने का ज्ञान भी मिल रहा है. इससे अब अभिभावकों को भी बच्चों को लेखन कला सिखाने के लिए ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ रही है.
सभी छात्रों को वर्कशीट करवाई उपलब्ध:
वर्कशीट तैयार होने के बाद उन्होंने अपने स्कूल के नर्सरी 5वीं बच्चों से इस पर काम करवाना शुरू किया. इस वर्कशीट पर लिखने से छात्रों को शब्दों का बेहतर ज्ञान हुआ और उन्होंने बच्चों की लेखन कला में भी सुधार महसूस किया है. उन्होंने बताया कि वर्कशीट का इस्तेमाल करने वाले छात्रों के अभिभावकों को भी वर्कशीट बेहद पसंद आ रही है. उन्होंने अपने स्कूल के हर छात्र को यह वर्कशीट उपलब्धि करवाई है.
राज्य स्तर पर शुरु करने का आश्वासन:
शिक्षिका अंजना ने बताया कि उन्होंने कंप्यूटर की मदद से इस वर्कशीट को तैयार किया है. वहीं, वर्कशीट के इस्तेमाल से छात्रों के लेखन में हुए सुधार को देखते हुए समग्र शिक्षा अभियान के परियोजना निदेशक आशीष कोहली ने अंजना की सराहना करते हुए उनके इस प्रयास को राज्य स्तर पर शुरू करने का आश्वासन दिया है.
सभी प्राथमिक पाठशाला में दी जाए वर्कशीट:
अंजना का कहना है कि अगर विभाग वर्कशीट के इस्तेमाल की सकारात्मकता के देखें तो सभी प्राथमिक पाठशाला में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है. उन्होंने राज्य सरकार और हिमाचल शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर से इस वर्कशीट को प्रदेश की सभी प्राथमिक पाठशालाओं में छात्रों को उपलब्ध करवाने की अपील की है, जिससे छात्रों को शब्दों का बेहतर ज्ञान होने के साथ-साथ उनकी लेखन कला में भी सुधार हो सके.