रामपुर: कोरोना संकट काल में बागवान किस तरह से अपनी सेब की पेटियों को मंडियों तक पहुंचाएंगे इसे लेकर रामपुर प्रशासन ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों, बागवानों व ट्रक ऑपरेटरों के साथ बैठक का आयोजन किया गया. बैठक की अध्यक्षता एसडीएम रामपुर नरेंद्र चौहान ने की. इस दौरान नरेंद्र चौहान ने बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के चलते फसलों पर पड़े प्रभाव को लेकर सरकार की ओर से दिशा-निर्देश के अनुसार रामपुर में एक बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में आने वाले दिनों में सेब सीजन को लेकर विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ चर्चा की गई.
एसडीएम ने बताया कि कोरोना के कारण बागवानों को मजदूरों को लेकर पेश आ रही परेशानियों के चलते बाहर राज्यों से मजदूरों को बुलाया जाएगा. इसे लेकर डीसी शिमला अमित कश्यप ने भी आदेश जारी कर दिए है. उन्होंने बताया कि जिस बागवान का बगीचा एकांत में होगा, वह अपने बगीचे में मजदूरों को क्वारंटाइन में रखने के साथ-साथ काम भी करवा सकता है. ठेकेदारों को क्वारंटाइन में रखे मजदूरों को बेसिक सुविधाएं भी मुहैया करवानी होगी.
एसडीएम ने बताया कि लोगों के अधिक आने-जाने व सार्वजनिक स्थानों पर काम करने वाले मजदूरों को पहले क्वारंटाइन में रहना होगा. उन्होंने बताया कि हिमाचल से बाहर जाने वाले ट्रक को किस तरह सामाजिक दूरी बनाए रखने और नियमों का पालन करने को लेकर चर्चा की गई. एसडीएम ने बताया कि मंडियों में सेब ले जाने वाले बागवानों को आढतियों से सेब लेने के बाद क्वारंटाइन और सामाजिक दूरी का पालन करने को लेकर भी बैठक में प्लान तैयार किया गया.
एसडीएम ने बताया कि आने वाले दिनों में पंचायत स्तर पर भी इस तरह की बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें बागवानों को कोरोना संक्रमण फैलने को लेकर जानकारी दी जाएगी. उन्होंने बताया कि रामपुर में बाहर से आए लोगों के कारण कोरोना संक्रमण ना फैले और फसलों पर भी प्रतिकूल प्रभाव ना पड़े, इसको लेकर एहतियात बरतने की आवश्यकता है.
एसडीएम ने बताया कि प्रशासन का उद्देश्य है कि सेब सीजन सही तरह से चले और लोगों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े. उन्होंने बताया कि लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को भी मानसून व सेब सीजन को लेकर सड़कों को दुरुस्त करने और गड्ढों को सही तरह से भरने के दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.