शिमला: ऐतिहासिक रिज मैदान के नीचे बने टैंक से शिमला शहर में पानी की सप्लाई नहीं होगी. टैंक की दरारों को भरने के लिए जल निगम ने स्विट्जरलैंड की कंपनी को ये टैंक सौंप दिया है. जल प्रबंधन निगम ने स्विट्जरलैंड की रेनेस्को कंपनी को टेंडर अलॉट किया है. कंपनी की टीम ने शुक्रवार को इस टैंक को अपने अधीन ले लिया है. अब कंपनी इस पर काम शुरू करेगी.
वहीं, टैंक को निगम ने खाली कर दिया है. शहर में अब संजौली बने टैंक से पानी की सप्लाई की जाएगी. निगम की ओर से कंपनी को आठ सप्ताह का समय इस टैंक की दरारों को भरने का दिया है. इस समय के भीतर ही कंपनी को काम पूरा करना होगा.
टैंक के अंदर की दरारों को भरने के लिए डेढ़ करोड़ का खर्च आएगा. रिज के नीचे बने पानी के टैंक में 9 चैंबर बने हुए हैं, जिसमें 3 चैंबर में दरारें आई हैं. जल निगम को बीते वर्ष सफाई करते हुए ये दरारें नजर आई थी. इसके बाद एसजेवीएन और पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज के विशेषज्ञों ने निरीक्षण कर इसकी रिपोर्ट जल निगम को सौंप दी है.
जल निगम के एमडी धर्मेंद्र गिल ने कहा कि टैंक की मरम्मत के लिए स्विट्जरलैंड की कंपनी को काम दिया गया है. मरम्मत कार्य के लिए टैंक कंपनी को सौंप दिया है. इस दौरान शहर में पानी की सप्लाई बाधित न हो इसके लिए संजौली टैंक से पानी की सप्लाई दी जाएगी.
बता दें कि शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान के नीचे अंग्रेजों द्वारा 1924 में पानी का टैंक बनाया गया था. इस टैंक से शहर भर में पानी की सप्लाई होती है. टैंक के अंदर 9 चैंबर बनाए गए हैं, जिसमें 45 लाख लीटर पानी स्टोर किया जाता है. इस टैंक में दरारें आने के चलते इसका मरम्मत का काम किया जा रहा है.
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