शिमला: हिमाचल में भारी बारिश के चलते प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों से नुकसान की खबरें लगातार सामने आ रही हैं. वहीं, इस बारिश के बाद से राजधानी शिमला में पानी का संकट भी गहरा गया है. बारिश के बाद शिमला में पेयजल परियोजनाओं में गाद जम गई जिससे पिछले 3 दिनों से राजधानी शिमला में पानी की सप्लाई बाधित है. शहर में पानी की सप्लाई की जिम्मेदारी संभाल रही SJPNL अभी भी शहर में पानी उपलब्ध करवाने की के लिए व्यवस्था को दुरुस्त करने में जुटी हुई है.
शिमला में पानी का संकट: परियोजनाओं में गाद को निकालने के लिए कर्मी लगाए गए हैं, लेकिन अभी तक शहरवासियों को सामान्य से कम पानी ही मिल पाया है. ऐसे में पानी को लेकर लोगों की परेशानियां लगातार बनी हुई है. हालातों को देखते हुए कुछ इलाकों में तो लोगों को टैंकर के जरिए पानी मंगवाना पड़ा. पर्यटन सीजन अपने चरम पर है, ऐसे में शहर में होटलों में भी पानी न आने से पर्यटकों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मंगलवार को शहर में 29 एमएलडी पानी की ही सप्लाई पहुंची है. जबकि शिमला शहर में लगभग 40 से 45 एमएलडी पानी की जरूरत होती है.
3 दिनों से शिमला में पानी की सप्लाई बाधित: वहीं, नगर निगम शिमला की डिप्टी मेयर उमा कौशल ने बताया कि भारी बारिश के चलते गाद जम जाने से शहर में पानी की सप्लाई बाधित हो गई थी. डिप्टी मेयर ने बताया कि इसके चलते शहर में पिछले 3 दिनों से पानी की सप्लाई बाधित थी. वहीं, अभी भी गाद हटाने का काम जारी है. इस दौरान डिप्टी मेयर ने माना की अभी एसजेपीएनएल के पास गाद हटाने के लिए कोई उन्नत तकनीक नहीं है. ऐसे में गाद हटाने में इतना वक्त लग रहा है. गाद जम जाने से पानी की सप्लाई में बाधा की समस्या हर साल आती है, लेकिन इसके लिए कोई ठीक व्यवस्था अभी तक नहीं बन पाई है.
शिमला में नहीं मिल रहा लोगों को पानी बीते सोमवार को शिमला शहर के कुछ इलाकों में पानी की सप्लाई शुरू हुई. जहां सोमवार को शहर में कुछ पानी की सप्लाई हो पाई तो मंगलवार को भी केवल 29 एमएलडी पानी ही शहर को मिल पाया जो सामान्य से कम है. वहीं शहर में लगभग रोजाना 45 एमएलडी पानी की जरुरत रहती है. हालांकि शिमलावासियों को पानी के लिए अभी और ज्यादा इंतजार करना पड़ रहा है.
शिमला में यहां से होता है पानी सप्लाई: बता दें कि शिमला शहर में गिरी परियोजना, चंबा गुम्मा से पानी की सप्लाई होती है. जहां से जल निगम पानी लिफ्ट कर शिमला के लिए लाता है, लेकिन बरसात के मौसम में पानी में गाद ज्यादा आ जाती है. जिससे पम्पिंग ठप रहती है और बरसात में भी लोगों को पानी के लिए तरसना पड़ता है.
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