शिमला: हिमाचल प्रदेश के स्कूलों में छात्रों को ऐसी शिक्षा प्रदान करना जिससे कि छात्र रोजगार के अवसर प्राप्त कर सके इसके लिए अब प्रदेश के 80 और स्कूलों में वोकेशनल कोर्स विभाग की ओर से शुरू किए जा रहे हैं. पहले से ही जिन स्कूलों में यह वोकेशनल कोर्सेज चल रहे हैं वहां छात्रों की इन कोर्स में रुचि देखने के बाद ही शिक्षा विभाग ने इन कोर्सेज को 80 ओर स्कूलों में इन वोकेशनल कोर्सेज को शुरू करने का फैसला लिया है.
जिन स्कूलों में यह कोर्सेज शुरू किए जाएंगे तो इसमें कुछ एक नए ट्रेंड्स भी छात्रों के लिए शिक्षा विभाग शुरू करेगा जिनमें छात्र प्रवेश ले सकेंगे. अभी तक प्रदेश के मात्र 853 स्कूलों में वोकेशनल कोर्स चलाए जा रहे हैं जिनकी संख्या अब ओर अधिक होगी. इसमें जल्द ही 80 और स्कूल भी शामिल हो जाएंगे जहां बच्चे वोकेशनल कोर्सेज के अलग-अलग ट्रेंड्स में प्रवेश लेकर उन्हें पढ़ सकेंगे. छात्रों को वोकेशनल ट्रेनिंग मिलने के बाद वह अपने लिए रोजगार के अवसर तलाश सकेंगे.
छात्र-छात्राएं अपनी पसंद के हिसाब से किसी भी वोकेशनल कोर्स की ट्रेनिंग ले सकेंगे जिससे कि उन्हें अपनी रूचि के अनुसार कार्य करने के साथ ही उसी फील्ड में रोजगार के अवसर भी मिल पायेंगे. जो नए ट्रेंड्स नए शैक्षणिक सत्र से शुरू किए जाएंगे उसमें प्लंबिंग और ब्यूटी एंड वेलनेस, अपेरेल्स नए ट्रेंड्स भी वोकेशनल कोर्सेज के शुरू किए जाएंगे. इन कोर्सेज को शुरू करने का उद्देश्य हैं कि छात्रों के स्किल्स को बढ़ावा दिया जाए जिससे उन्हें रोजगार के अवसर मिल सके.
सर्व शिक्षा अभियान के परियोजना अधिकारी आशीष कोहली ने कहा प्रदेश में 80 ओर स्कूलों में वोकेशनल कोर्स आगामी शैक्षणिक सत्र शुरू किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश भर में हिमाचल का वोकेशनल कोर्सेज में दूसरा स्थान है. छोटा राज्य होने के बाद भी हिमाचल वह दूसरा राज्य बना है. जिसने सबसे अधिक स्कूलों में वोकेशनल कोर्सेज शुरू किए हैं.
प्रदेश में वर्तमान में 853 स्कूलों में वोकेशनल कोर्सेज चल रहे हैं. इन कोर्सेज में प्रदेश के 80 हजार के करीब छात्र शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और 1800 के करीब वोकेशनल ट्रेनर स्कूलों में छात्रों को इन विषयों को पढ़ा रहे हैं. स्कूलों में वोकेशनल कोर्सेज शुरू करने का उद्देश्य छात्रों को रोजगार से जोड़ना है.
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