शिमलाः प्रशासन और सरकार लोगों को कोरोना महामारी से बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. समय-समय पर हर माध्यम से लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ा रही है, लेकिन राजधानी शिमला में सोमवार को कर्फ्यू में ढील मिलते ही बाजारों में लोग सभी नियमों को नजर अदांज करते नजर आए.
लॉकडाउन के चौथे चरण के पहले दिन शिमला में सुबह जैसे ही करीब 9:30 बजे कर्फ्यू में ढील मिली, तो बाजारों में लोग काफी संख्या में बाहर निकले और बिना सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किए चलते हुए नजर आए.
हालांकि हर रोज सड़कों पर लोगों को पुलिस सोशल डिस्टेंस में रहकर अपने बाईं ओर चलने के लिए निर्देश देती थी, लेकिन सोमवार को मॉल रोड़, रिज व अन्य पॉश इलाकों को छोड़ कर बाकी इक्का-दुक्का जगहों पर ही पुलिस नजर आई.
वहीं, शिमला के सबसे भीड़-भाड़ वाली जगह संजौली में भी इससे पहले सड़कों पर पुलिस लोगों को दुकान के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने और अपनी बाईं ओर चलने के लिए कहती रही, लेकिन लॉकडाउन 4 के पहले ही दिन बाकी दिनों की तरह पुलिस की सख्ती नहीं नजर आई. साथ ही लोगों ने भी नियमों की धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी.
सोमवार को संजौली-आईजीएमसी मार्ग पर बेतरतीव गाड़ियां सड़क किनारे खड़ी होती रही और जाम लगता रहा, लेकिन पुलिस कहीं नजर नहीं आई. हालांकि आईजीएमसी मार्ग पर गाड़ी पार्क करना अवैध है और नियम तोड़ने पर 1500 तक का चालान भी किया जाता है. बावजूद इसके लोगों ने आईजीएमसी मार्ग को पार्किंग की तरह इस्तेमाल करते हैं.
वहीं, राजधानी की सब्जी मंडी में भी इससे पहले कर्फ्यू के दौरान पुलिस लोगों को कतारों में जाने देतीं थी और सब्जी मंडी में भीड़ नहीं होती थी. सोमवार को वहां भी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती रही और लोग झुंड में चलते रहे. लोअर बाजार में पहले भीड़ को कम करने के लिए वन वे किया गया था, लेकिन सोमवार को लोअर बाजार में लोग अपनी मर्जी से इधर, उधर घूमते रहे.
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