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सुखविंदर सरकार के सबसे अमीर मंत्री विक्रमादित्य सिंह, सबसे गरीब मंत्री जगत सिंह नेगी 3.38 करोड़ के मालिक

हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता में सबसे अमीर मंत्री विक्रमादित्य सिंह है. वहीं, सबसे गरीब मंत्री की बात की जाए तो जगत सिंह के पास सबसे कम संपत्ति है. वहीं, सीएम सुखविंदर सिंह पर सबसे कम देनदारियां तो सबसे ज्यादा अनिरुद्ध सिंह पर हैं.एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर ) की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. (Association for Democratic Reforms)

सबसे अमीर मंत्री विक्रमादित्य सिंह
सबसे अमीर मंत्री विक्रमादित्य सिंह
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Published : Jan 10, 2023, 9:07 AM IST

शिमला: हिमाचल की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार में सबसे अमीर मंत्री की संपत्ति 101 करोड़ से अधिक है, जबकि सबसे गरीब मंत्री भी 3.38 करोड़ की संपत्ति मालिक है. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर ) की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. हिमाचल प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सहित सभी 9 मंत्रियों के चुनाव आयोग को दिए शपथ पत्रों का विश्लेषण कर यह रिपोर्ट तैयार की है. यह रिपोर्ट 2022 हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले उम्मीदवारों द्वारा प्रस्तुत हलफनामों पर आधारित है. (Association for Democratic Reforms)

सुखविंदर सरकार के सभी मंत्री करोड़पति: एडीआर की रिपोर्ट में मंत्रियों की वित्तीय पृष्ठभूमि के विश्लेषण से पता चलता है कि सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार के सभी मंत्री करोड़पति हैं. एडीआर की रिपोर्ट में सीएम, डिप्टी सीएम और अन्य 7 मंत्रियों की संपत्तियों और अन्य जानकारी दी गई है. रिपोर्ट से पता चलता है कि सीएम, डिप्टी सीएम समेत सभी 9 मंत्रियों की औसत संपत्ति 17.88 करोड़ रुपये है. (Vikramaditya Singh is the richest minister )

सबसे अमीर मंत्री विक्रमादित्य सिंह: सुखविंदर सरकार के सबसे अमीर मंत्री शिमला ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र से विक्रमादित्य सिंह हैं, जिनकी संपत्ति 101.39 करोड़ रुपए है. वह राजपरिवार से संबंधित हैं. सुखविंदर सरकार में सबसे गरीब मंत्री किन्नौर (एसटी) निर्वाचन क्षेत्र से जगत सिंह नेगी हैं. हालांकि, वह भी 3.38 करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक हैं. अन्य मंत्रियों में हर्षवर्धन चौहान की संपत्ति 13.64 करोड़, रोहित ठाकुर की संपत्ति 10.43 करोड़, अनिरुद्ध सिंह की संपत्ति 10.20 करोड़, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की संपत्ति 7.81 करोड़, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की 5.47 करोड़, चंद्र कुमार की 4.43 करोड़, कर्नल धनीराम शांडिल की 4.12 करोड़ और जगत सिंह नेगी की संपत्ति 3.38 करोड़ है. (Jagat Singh Negi poor minister)

अनिरुद्ध सिंह पर सबसे ज्यादा 6.77 करोड़ की देनदारी: इसके अलावा सभी 9 मंत्रियों ने अपनी देनदारियों की घोषणा भी की है, जिनमें से सबसे अधिक देनदारी वाले मंत्री कसुम्पटी निर्वाचन क्षेत्र के अनिरुद्ध सिंह हैं, जिनकी 6.77 करोड़ रुपए की देनदारी है. सबसे कम देनदारी सीएम सुखविंदर सिंह की है. विक्रमादित्य सिंह की देनदारी 1.38 करोड़, हर्षवर्धन चौहान की 45.18 लाख, रोहित ठाकुर की 26.50 लाख, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की 22.42 लाख, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की 49.16 लाख, चंद्र कुमार की 28.03 लाख, कर्नल धनीराम शांडिल की 49.44 और जगत सिंह नेगी की 32 लाख की देनदारी है. ( least liability on CM Sukhvinder Singh)

78 फीसदी पर अपराधिक और 44 फीसदी पर गंभीर अपराधिक मामले: एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि हिमाचल प्रदेश की नवगठित विधानसभा में कुल 9 मंत्रियों में से 7 (78 फीसदी) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. इतना ही नहीं, 4 (44 फीसदी) मंत्रियों ने तो अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज होने की भी जानकारी चुनाव आयोग को दी है. सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार में सभी 9 मंत्रियों ने स्नातक या उससे ऊपर की शैक्षिक योग्यता हासिल की है. 3 (33 फीसदी) मंत्रियों की उम्र 31 से 50 साल के बीच है, जबकि पांच (56 फीसदी) मंत्रियों की उम्र 51 से 80 साल के बीच है. एक मंत्री ने 82 साल के है. एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक हिमाचल प्रदेश की कैबिनेट में कोई महिला मंत्री शामिल नहीं है.

ये भी पढे़ं : कांगड़ा से निकलता है सत्ता का रास्ता, कैबिनेट विस्तार में अनदेखी से नाराज नेताओं को मनाएंगे सीएम सुक्खू

शिमला: हिमाचल की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार में सबसे अमीर मंत्री की संपत्ति 101 करोड़ से अधिक है, जबकि सबसे गरीब मंत्री भी 3.38 करोड़ की संपत्ति मालिक है. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर ) की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. हिमाचल प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू सहित सभी 9 मंत्रियों के चुनाव आयोग को दिए शपथ पत्रों का विश्लेषण कर यह रिपोर्ट तैयार की है. यह रिपोर्ट 2022 हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले उम्मीदवारों द्वारा प्रस्तुत हलफनामों पर आधारित है. (Association for Democratic Reforms)

सुखविंदर सरकार के सभी मंत्री करोड़पति: एडीआर की रिपोर्ट में मंत्रियों की वित्तीय पृष्ठभूमि के विश्लेषण से पता चलता है कि सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार के सभी मंत्री करोड़पति हैं. एडीआर की रिपोर्ट में सीएम, डिप्टी सीएम और अन्य 7 मंत्रियों की संपत्तियों और अन्य जानकारी दी गई है. रिपोर्ट से पता चलता है कि सीएम, डिप्टी सीएम समेत सभी 9 मंत्रियों की औसत संपत्ति 17.88 करोड़ रुपये है. (Vikramaditya Singh is the richest minister )

सबसे अमीर मंत्री विक्रमादित्य सिंह: सुखविंदर सरकार के सबसे अमीर मंत्री शिमला ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र से विक्रमादित्य सिंह हैं, जिनकी संपत्ति 101.39 करोड़ रुपए है. वह राजपरिवार से संबंधित हैं. सुखविंदर सरकार में सबसे गरीब मंत्री किन्नौर (एसटी) निर्वाचन क्षेत्र से जगत सिंह नेगी हैं. हालांकि, वह भी 3.38 करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक हैं. अन्य मंत्रियों में हर्षवर्धन चौहान की संपत्ति 13.64 करोड़, रोहित ठाकुर की संपत्ति 10.43 करोड़, अनिरुद्ध सिंह की संपत्ति 10.20 करोड़, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की संपत्ति 7.81 करोड़, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की 5.47 करोड़, चंद्र कुमार की 4.43 करोड़, कर्नल धनीराम शांडिल की 4.12 करोड़ और जगत सिंह नेगी की संपत्ति 3.38 करोड़ है. (Jagat Singh Negi poor minister)

अनिरुद्ध सिंह पर सबसे ज्यादा 6.77 करोड़ की देनदारी: इसके अलावा सभी 9 मंत्रियों ने अपनी देनदारियों की घोषणा भी की है, जिनमें से सबसे अधिक देनदारी वाले मंत्री कसुम्पटी निर्वाचन क्षेत्र के अनिरुद्ध सिंह हैं, जिनकी 6.77 करोड़ रुपए की देनदारी है. सबसे कम देनदारी सीएम सुखविंदर सिंह की है. विक्रमादित्य सिंह की देनदारी 1.38 करोड़, हर्षवर्धन चौहान की 45.18 लाख, रोहित ठाकुर की 26.50 लाख, सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की 22.42 लाख, डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की 49.16 लाख, चंद्र कुमार की 28.03 लाख, कर्नल धनीराम शांडिल की 49.44 और जगत सिंह नेगी की 32 लाख की देनदारी है. ( least liability on CM Sukhvinder Singh)

78 फीसदी पर अपराधिक और 44 फीसदी पर गंभीर अपराधिक मामले: एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि हिमाचल प्रदेश की नवगठित विधानसभा में कुल 9 मंत्रियों में से 7 (78 फीसदी) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. इतना ही नहीं, 4 (44 फीसदी) मंत्रियों ने तो अपने खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज होने की भी जानकारी चुनाव आयोग को दी है. सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार में सभी 9 मंत्रियों ने स्नातक या उससे ऊपर की शैक्षिक योग्यता हासिल की है. 3 (33 फीसदी) मंत्रियों की उम्र 31 से 50 साल के बीच है, जबकि पांच (56 फीसदी) मंत्रियों की उम्र 51 से 80 साल के बीच है. एक मंत्री ने 82 साल के है. एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक हिमाचल प्रदेश की कैबिनेट में कोई महिला मंत्री शामिल नहीं है.

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